लेख
पर्यावरण संरक्षण: एक ज़िम्मेदारी नहीं, अब तो मजबूरी है
पर्यावरण संरक्षण: एक ज़िम्मेदारी नहीं, अब तो मजबूरी है
इंदौर। पर्यावरण संरक्षण आज के समय में सिर्फ एक ट्रेंड या जागरूकता का मुद्दा नहीं रह...
सुख एक मनःस्थिति है – प्रो. डी.के. शर्मा
संत वाणी ने लेखन की दिशा कुछ समय के लिए परिवर्तित कर दी। कठिन किन्तु महत्वपुर्ण विषयों पर लिखने का साहस कर रहा हूं।...
नन्हे मासूमों की सुरक्षा पर उठते सवाल: इंदौर में दर्दनाक घटना
नन्हे मासूमों की सुरक्षा पर उठते सवाल: इंदौर में दर्दनाक घटना
इंदौर, एक ऐसा शहर जिसे सांस्कृतिक नगरी के रूप में जाना जाता है, एक...
भारत के लिए बढ़ता एक और खतरा – बंगलादेश – प्रो. डी.के. शर्मा
सुरक्षा की दृष्टि से आंकलन करें तो स्पष्ट दिखाई देता है कि भारत सभी दिशा में दुश्मन देशों से घिरा हुआ है। चीन और...
14 सितम्बर हिन्दी दिवस पर विशेष – – प्रो. डी.के. शर्मा
हिन्दी की उपयोगिता - महत्व को स्वीकार करें
राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रभाषा प्रत्येक देश की पहचान होते हैं - ये प्रतीक होते हैं देश के...
राहुल गांधी का देश विरोध अनुचित – प्रो. डी.के. शर्मा
राहुल गांधी अमेरिका में हैं वहां उन्होंने भारत में प्रजातंत्र पर प्रश्न उठाएं। उन्होंने भारत की संवैधानिक संस्थाओं की निष्पक्षता पर भी प्रश्न उठाए।...
बंगलादेश के हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा? – प्रो. डी.के. शर्मा
एक खबर आई जिसने भारत में रहने वाले प्रत्येक समझदार नागरिक का दिल बहुत दुखाया। खबर आई कि बंगलादेश से क्रिकेट की टेस्ट सीरिज...
अपने पिता के संस्मरण सुनाकर भावुक हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से उनके पिता के निधन पर निज निवास पर जब आमजन मिलने पहुंचे तो वे पिता के संस्मरण सुनाकर भावुक...
शिक्षकों को उचित सेवा – शर्तों के साथ सम्मान प्रदान करें – प्रो. डी.के. शर्मा
हमारे देश में शिक्षकों को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। विश्व भर में शिक्षक दिवस...
जातिगत जनगणना अनुचित – देश हित में नहीं
- प्रो. डी.के. शर्मा
जातिगत जनगणना की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। राहुल गांधी जातिगत जनगणना की मांग बार-बार कर रहे हैं। कुछ...
जन्माष्टमी पर द्वापर युग जैसे दुर्लभ योग संयोग
इस वर्ष जन्माष्टमी पर द्वापर युग जैसे दुर्लभ योग संयोग
पर्व काल की अर्धरात्रि में अष्टमी तिथि एवम् रोहिणी नक्षत्र रहेगा
इंदौर।जन्म जन्मांतरों के पुण्य संचय...
बंगाल विस्फोटक, राष्ट्रपति शासन लगाना आवश्यक – प्रो. डी.के. शर्मा
भारत में संघीय शासन व्यवस्था है। देश राज्यों में बंटा हुआ है और केन्द्र में एक सरकार है जिसका उत्तरदायित्व देश को सुरक्षित और...
बंगलादेश की घटना – भारत को विदेश-सुरक्षा नीति में अधिक सतर्क होना चाहिए
- प्रो. डी.के. शर्मा
बंगलादेश का अचानक उलटफेर भारत की विदेश और सुरक्षा नीति की स्पष्ट असफलता है। अचानक हुए इतने बड़े उलटफेर की भनक...
उदास मन – प्रो. डी.के. शर्मा
आज मन बहुत उदास है
बांग्लादेश में मारे जा रहे
बंधुओं के साथ है.
आज वे अकले हैं
कोई नहीं साथ है.
किसी को वहां मारे जा रहे
हिन्दुओं की...
बांग्लादेश में कोहराम, हिन्दुओं का कत्लेआम. – प्रो. डी.के. शर्मा
बांग्लादेश में कोहराम मचा हुआ है। झगड़ा शेख हसीना और खालिदा जिया के समर्थकों के बीच में हैं, परन्तु मारे हिन्दु जा रहे हैं।...
बदल गया सावन
- प्रो. डी.के. शर्मा
बदल गया सावन
अब सबकुछ
बदला – बदला सा है,
ना झुलों का आकर्षण
ना सुंदरियों की आवाजाही.
पहले जब सावन आता था
जगह-जगह झूले डलते थे,
सजधज...
युवाओं की मृत्यु पर राजनैतिक रोटियां न सेकें – प्रो. डी.के. शर्मा
दिल्ली के एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुई तीन युवाओं की दुःखद मृत्यु से सभी समझदार दुःखी हैं। इस पर कितना भी...
विपक्षी दल सक्रिय–उत्तरदायी भूमिका निभाएं – प्रो. डी.के. शर्मा
प्रजातंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका का महत्व समान होता है। इसलिए प्रजातंत्र में दोनों का होना आवश्यक है। उन्हें अपना उत्तरदायित्व...