रतलाम 27 जनवरी । केंद्रीय व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन भारतीय पैकेजिंग संस्थान मुंबई द्वारा रतलाम के उद्योगपतियों के लिए पैकेजिंग टेक्नोलॉजी पर दो दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को हुआ। होटल समता सागर में भारतीय पैकेजिंग संस्थान से आए विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा स्थानीय उद्योगपतियों को पैकेजिंग पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया गया।
कार्यशाला में उपस्थित कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने कहा कि रतलाम के उत्पादों को विशेष पहचान देने का काम किया जाएगा। रतलामी उत्पादों को बाहर के मार्केट में व्यक्ति आसानी से पहचान सके, इसके लिए रतलामी उत्पादों के लिए विशेष टैगिंग या लोगों दिलवाया जाएगा। कलेक्टर ने उपस्थित उद्योगपतियों से आग्रह किया कि एक जिला एक उत्पाद तथा रतलामी नमकीन को मिले जीआई टैग का लाभ किस प्रकार आधिकाधिक रुप से मिल सके, इस पर गंभीर विमर्श किया जावे।
कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप के ठोस प्रयासों से रतलाम जिले के औद्योगिक विकास ने गति पकड़ी है। नमकीन उद्योग भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. विजय शाह द्वारा भी शहर के समीप करमदी नमकीन क्लस्टर के विकास हेतु महत्वपूर्ण पहल की गई है। कलेक्टर ने कहा कि उत्पादों की पैकेजिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है, अच्छी आकर्षक पैकेजिंग उत्पाद को बेहतर मार्केट देती है उत्पाद लंबे समय तक ख़राब नहीं होता है।
कार्यशाला में मुंबई भारतीय पैकेजिंग संस्थान के उपनिदेशक श्री नटराज नारायण तथा उपनिदेशक डॉ. हेमलता ने अपने व्याख्यान में उद्योगपतियों को पैकेजिंग की विधियों तथा नवीन तकनीक से अवगत कराया, कानूनी प्रावधानों की भी जानकारी दी। स्थानीय उद्योगपति श्री वीरेंद्र पोरवाल ने अपने उद्बोधन में पैकेजिंग की महत्ता प्रतिपादित करते हुए कहा कि पैकेजिंग बहुत मायने रखती है। उत्पाद की पैकेजिंग पर सदैव फोकस करना होगा जिससे हम स्थानीय तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में खड़े हो सके। प्रारंभ में महाप्रबंधक उद्योग श्री अमरसिंह मौर्य ने स्वागत उद्बोधन दिया।
कार्यशाला में मालवा चैंबर ऑफ़ कॉमर्स श्री वरुण पोरवाल, संभागीय उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री संदीप व्यास, लघु उद्योग भारती फूड प्रोसेसिंग यूनिट के श्री धर्मेंद्र मारू, श्री महेंद्र कृष्णानी, श्री वैभव जैन, श्री आशीष पालीवाल, श्री सुभाष जैन, श्री कांतिलाल चोपड़ा, लघु उद्योग भारती के श्री आवतानी आदि उपस्थित थे। संचालक श्री वरुण पोरवाल ने किया। कार्यशाला का समापन 28 जनवरी को होगा।