ना भूतों ना भविष्यति – विश्व का सबसे बड़ा अकाउंटिंग प्रोफेशनल कॉनक्लेव देश की राजधानी दिल्ली में हुआ सम्पन्न
रतलाम। नई दिल्ली में ICAI ने दिनांक 31 जनवरी से 2 फरवरी तीन दिवसीय वर्ल्ड फोरम ऑफ अकाउंटेंट्स (WOFA) का आयोजन हुआ। यह विश्व का सबसे बड़ा अकाउंटेंट्स का प्रोफेशनल कॉनक्लेव था। जिसमें 7000 से अधिक प्रोफेशनल्स, इंटरप्रिनर्स, अकाउंटेंट्स, 400 से अधिक फॉरेन डेलिगेट्स, 46 से अधिक देशों के प्रतिनिधि तथा 40 से अधिक कॉनकरंट सेशन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में सभी फाइनेंस प्रोफेशनल्स, राजनेता, मंत्रीगण तथा सभी कारपोरेट के उच्च पदाधिकारी शामिल हुए। इस अभूतपूर्व आयोजन का शुभारंभ माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी ने किया तथा इस विश्व स्तरीय आयोजन का समापन भारत के उपराष्ट्रपति माननीय जगदीप धनखड़ जी ने किया।
यह कार्यक्रम ICAI के प्रेसिडेंट माननीय रंजीतजी अग्रवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ,उन्होंने बताया कि अकाउंटिंग से इनोवेशन को कैसे जोड़ा जाए। वाइस प्रेसिडेंट चरणजोत सिंगजी नंदा ने बताया के सीए देश के फाइनेंशियल सोल्जर है। ICAI के सभी सदस्य सहित, पूरे देश से, सेंट्रल काउंसिल तथा रीजनल काउंसिल के सदस्य शामिल हुए। मालवा (रतलाम) की बेटी और ICAI यूके चैप्टर की सदस्य सीए मयूरी चोरड़िया को ब्रिटेन लंदन से गेस्ट स्पीकर के लिए आमंत्रित किया गया। उन्होंने अपने सेशन में बताया कि नारी सशक्तिकरण के लिए फाइनेंशियल नॉलेज होना जरूरी हैं तथा आज की महिला को वित्तीय रूप से सक्षम होने के लिए डायवर्सिटी को बढ़ावा दिया जाए तथा जेंडर मतभेद को दूर किया जाना चाहिए।
अमेरिका, कनाडा, फिलीपींस, मिडल ईस्ट, दुबई, ओमान, अबूधाबी, सिंगापुर, हॉन्गकोंग सहीत, 46 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। विदेश की सभी अकाउंटिंग बॉडीज (ICAEW, CISA, IFSC, ACCA) के प्रतिनिधि भी इस भव्य आयोजन में शामिल हुए। यह विश्व का सबसे बड़ा प्रोफेशनल कॉन्क्लेव था जिसमें 7000 से अधिक लोगों को शामिल कर ICAI ने इतिहास रच दिया। चौरड़िया ने बताया कि उन्हें अपनी ICAI और भारत की मातृभूमि पर गर्व है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह विश्व स्तरीय आयोजन एक मजबूत नेतृत्व से ही सम्भव हैं। उन्होंने सभी मीडिया इंटरव्यू में माननीय रंजीत जी अग्रवाल के नेतृत्व की तथा नंदाजी के अथक प्रयासों की सराहना की तथा उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणास्तोत्र बताया।