सुमेरु वेंचर ने अपनी सहायक कंपनी के माध्यम से भारत में “सुमेरु इनोवेशन एक्स” की घोषणा

इंदौर, । $1 बिलियन के फंड सुमेरु वेंचर ने अपनी सहायक कंपनी सुमेरु इनोवेशन के माध्यम से भारत में “सुमेरु इनोवेशन एक्स” कार्यक्रम की घोषणा की। सुमेरू यह कार्यक्रम, इंडो आईपीएस एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड (IIEduTech) के साथ एक विशेष राष्ट्रीय साझेदारी के माध्यम देश के विभिन्न विश्व विद्यालयों, कॉलेजों और कॉरपोरेट में उपलब्ध कराएगा। यह कार्यक्रम, बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में सुतारजा सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड टेक्नोलॉजी (एससीईटी) और सुमेरु द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।

सुमेरु इनोवेशन एक्स प्रोग्राम बर्कले मेथड ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप (बीएमओई) और बर्कले मेथड ऑफ इनोवेशन (बीएमओआई) पर आधारित है, जिसमें एंटरप्रेन्योरशिप, टेक्नोलॉजी और माइंडफुलनेस के विषयों को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य है छात्रों को आवश्यक स्किल्स सीखना जो उन्हें आधुनिक तकनीकों द्वारा समर्थित इनोवेटिव विकल्पों का उपयोग करके जटिल समस्याओं के उचित समाधानों की पहचान करने के सक्षम बना सकें। यह एक स्टार्ट-अप स्थापित करने, मूल्य बनाने और इस प्रक्रिया में – आईपी धन और भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान करने का एक बड़ा अवसर देता है।

“सुमेरु इनोवेशन एक्स” कार्यक्रम विशेष रूप से IIEduTech के अनुभवी संस्थापकों के माध्यम से पूरे भारत में पेश किया जाएगा। IIEduTech के संस्थापक, प्रसिद्ध व्यापार रणनीतिकार और निवेशक – डॉ. भरत कोटेचा, अनुभवी शिक्षाविद – आर्किटेक्ट अचल चौधरी और पूंजी बाजार विश्लेषक व निवेशक – श्री अरविंद सिंह चौधरी, 100 से अधिक मानव-वर्षों के संयुक्त अनुभव रखते है। यह कार्यक्रम स्टूडेंट्स को उनकी उद्यमिता और इनोवेशन यात्रा में सहायक होगा।

कार्यक्रम की घोषणा मुख्य अतिथि के रूप में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी – आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक और इखलाक सिद्धू – मुख्य वैज्ञानिक व फैकल्टी निदेशक – एससीईटी, यूसी, बर्कले द्वारा 13 दिसंबर को आईपीएस अकादमी इंदौर में आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान हुई।

इस विर्चुअल कार्यक्रम में कई विशेष अतिथि उपस्थित थे, जिन्होंने उद्यमिता के महत्व और इनोवेशन में तकनीक की भूमिका के बारे में बताया। अतिथियों में शामिल थे: श्री गोपाल कुमार, अर्थशास्त्री व ऐक्चूएरी सदस्य – निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष (आईईपीएफ); श्री अशोक कारवा, एमडी, मेक्ट्रोनिक्स सिस्टम्स, ग्लोबल लीडर – वाटरटेक; श्री क्रिशन खन्ना, आईवॉच थिंक टैंक एंड फाउंडेशन के अध्यक्ष व संस्थापक; डॉ. अशोक अलूर, निदेशक, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन- सॉयल एंड एग्रीकल्चर साइंटिस्ट; डॉ नितिन संचेती, पूर्व कार्यकारी निदेशक, दूधसागर डेयरी, मेहसाणा (अमूल समूह) – डेयरी और पशुपालन विशेषज्ञ; श्री विजय भास्कर, लर्निंग फैसिलिटेटर, कॉर्पोरेट – कोच एवं मेंटर; ब्लूमार्क सॉफ्टवेयर में एमडी श्री संजय लांडगे; श्री एचबी नायक – पूर्व प्रमुख मानव संसाधन, प्रशासन और सुविधाएं – विप्रो, अध्यक्ष- इंडिया पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड।

गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने इस पार्टनरशिप को आशीर्वाद देते हुए कहा: “शिक्षा मजबूत सभ्यता का सबसे आवश्यक आधार है और वह भी यहां भारत में जहां हमारे पास प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को अपनाने, इनोवेट करने और उसका प्रचार करने की क्षमता है। हमारे युवा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ को पाने के हकदार हैं। मैं सुमेरु ग्रुप और आईआईएडुटेक (IIEduTech) को बधाई देता हूं, जो भारत के छात्रों को पूरब और पश्चिम दोनों की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा और ज्ञान को देने के लिए एक साथ आए हैं। बर्कले में स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय इस देश के कई युवाओं का सपना है, और अब यह अवसर खुद उनके दर पर आ रहा है। ऐसे कई छात्र हैं जो विदेश यात्रा नहीं कर सकते हैं, बर्कले नहीं जा सकते हैं, आगे की पढ़ाई के लिए यूएस या यूके नहीं जा सकते हैं और यहाँ आधुनिक तकनीक ने उनके लिए संभव बनाया है कि अब वे अपने देश में ही रहकर अपनी पसंद की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त कर सकें। मैं एक बार फिर आप सभी को जो शिक्षा में इनोवेशन के माध्यम से एक बेहतर समाज बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, बधाई और आशीर्वाद देता हूं ।

इस कार्यक्रम के मुख्य स्पीकर श्री इखलाक सिद्धू, जो कि यूसी बर्कले के सुतारजा सेंटर में मुख्य वैज्ञानिक और संकाय निदेशक हैं ने कहा “यह कार्यक्रम, सुमेरु इनोवेशन एक्स, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में एससीईटी में विकसित शक्तिशाली इनोवेशन और उद्यमिता फ्रेमवर्क पर आधारित है। यह कार्यक्रम छात्रों को आधुनिक अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा समर्थित नए विकल्पों के माध्यम से महत्वपूर्ण समस्याओं के संभावित समाधानों की पहचान करने के सक्षम बनाएगा और साथ ही इस प्रक्रिया में भारत के आईपी धन में योगदान भी देगा।”

उन्होंने पूरे भारत में विशिष्ट राष्ट्रीय रणनीतिक शिक्षा से सम्बंधित कार्यक्रम का ट्रैनिग पार्टनर IIEduTech और इसके संस्थापकों डॉ भरत कोटेचा और श्री अचल चौधरी को भी बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि “IIEduTech का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों के स्किल सेट को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकी मानसिकता, उद्यमिता और माइंडफुलनेस के माध्यम से इनोवेशन और बौद्धिक संपदा निर्माण को बढ़ावा देना है।”

सुमेरु वेंचर्स के प्रबंध निदेशक सौमेन चक्रवर्ती ने कहा, “आज एक ऐसे युग की शुरुआत है जो देश में आईपी आधारित इनोवेशन इंजीनियरिंग को परिभाषित करेगा।” सुमेरु इनोवेशन एक्स प्रोग्राम, सहायक ग्लोबल इकोसिस्टम में जो सबसे बेहतर संसाधन हो सकते हैं जैसे प्रगतिशील एवं नई सोच वाले लोग, सीखने के आधुनिक टूल्स एवं पद्धतियों को भारत में अगली पीढ़ी के उद्यमियों तक आसानी से पहुँचाने के लिए बनाया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है भारत में उद्यमियों की अगली पीढ़ी को इनोवेशन, उद्यमशीलता और माइंडफुलनेस के साथ दुनिया के लिए तैयार करना।

डॉ. भरत कोटेचा, संस्थापक और एमडी, आईआईएडुटेक( IIEduTech) ने बताया कि “इस कार्यक्रम को शुरू करके, हमारा लक्ष्य “प्रौद्योगिकी केंद्रित” उद्यमिता और इनोवेशन के अध्ययन और अभ्यास के लिए प्रमुख केंद्र बनना है। बदले में भारत में महान मूल्यांकन निर्माण स्टार्टअप इकोसिस्टम का हिस्सा बनें, क्योंकि प्रतिभागियों को ग्लोबल फैकल्टी और उद्योग के दिग्गजों के साथ-साथ उद्योग, वित्तीय बाजार, शिक्षा के क्षेत्र में IIEduTech के सभी संस्थापकों के विशाल अनुभव से सीखने को मिलेगा, और यह सब यूनिकॉर्न बनाने के शिक्षार्थियों के सपनों को पूरा करने में सहायक होगा।” शिक्षा, निरंतर नया सीखते रहना, कौशल, रोजगार, उद्यमिता और अपस्किलिंग को संरेखित और सिंक्रनाइज़ करना आज समय की आवश्यकता है। भारत सरकार देश में स्टार्ट-अप और आईपी निर्माण का समर्थन करने की दिशा में मजबूत कदम उठा रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में देश अधिक से अधिक यूनिकॉर्न उत्पन्न करेगा और यह एकीकृत इकोसिस्टम इस राष्ट्रीय प्रयास में योगदान देगा।

दर्शकों को संबोधित करते हुए सह-संस्थापक आर्किटेक्ट अचल के चौधरी ने बताया कि “इस कार्यक्रम को शुरू करके, हम छात्रों को पाठ्यक्रम-आधारित सीखने की पारंपरिक प्रक्रिया से दूर जाने और केंद्रित होकर नयी स्किल्स सीखने की अवधारणा के अनुकूल होने एवं विचार प्रक्रिया को गति देने का अवसर दे रहे हैं। ताकि वह आधुनिक तकनीकों की जबरदस्त क्षमताओं का उपयोग करने के लिए इनोवेशन कर सकें। हम इस कार्यक्रम के साथ प्रौद्योगिकी-आधारित उत्पादों को बनाने के मिशन पर हैं जो रक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, विनिर्माण, शिक्षा, लॉजिस्टिक, सार्वजनिक वितरण और हमारे साथी नागरिकों व केंद्र, राज्य व स्थानीय प्रशासन द्वारा सामना की जाने वाली अन्य जटिल समस्याओं को हल करने में मदद करेंगे। साथ ही देश को दुनिया के नक्शे पर “प्रौद्योगिकी परिदृश्य में अग्रणी इनोवेटर और आईपी जनरेटर” के रूप में लाना भी हमारा लक्ष्य है।

“एक विश्वविद्यालय जो अच्छे पाठ्यक्रम प्रदान करता है वह सबसे अच्छा नहीं है, लेकिन संस्थान विश्वविद्यालय जो अनुसंधान करता है और फिर अच्छे पाठ्यक्रम बनाता है वह ही सर्वश्रेष्ठ संस्थान हैं”, आर्किटेक्ट अचल चौधरी ने कहा।

निपुण ऐक्चूएरी और उद्यमी गोपाल कुमार ने कहा, “हमारी अर्थव्यवस्था के संदर्भ में, शिक्षा, कौशल, इनोवेशन और उद्यमिता के इस तरह के एकीकृत दृष्टिकोण की भूमिका एक जीवंत अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगी।”