समय पर जांच और पूरा उपचार लेने से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है
रतलाम 22 जनवरी । कलेक्टर श्री राजेश बाथम, सिविल सर्जन डॉक्टर एम.एस. सागर एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा के निर्देशानुसार जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 100 दिवसीय नि क्षय शिविर अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
इसी क्रम में बुधवार को निक्षय शिविर का आयोजन रतलाम जिले के सैलाना ब्लॉक के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सासर में किया गया। शिविर के दौरान एसटीएस कल्याण सिंह डामर, सीएचओ ज्योति पाटीदार, एएनएम शर्ली जॉन, आशा बीजुडी, मीरा, तोली आदि ने 100 से अधिक लोगों को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा परामर्श सेवाएं प्रदान की। 81 लोगों का खखार परीक्षण किया गया तथा ग्राम में ही उपलब्ध एक्स रे वाहन द्वारा सभी 81 लोगों का एक्स रे परीक्षण किया गया ।
नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत रतलाम जिले को 2025 तक टी बी मुक्त बनाया जाना है। टीबी रोग के प्रमुख लक्षण 15 दिन से अधिक की खांसी, निरंतर बना रहने वाला बुखार आदि है। टीबी रोग के परीक्षण एवं उपचार की समस्त आधुनिक सुविधाएं जिले के जिला चिकित्सालय सहित विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य केदो पर नि:शुल्क उपलब्ध है। टीबी का समय पर परीक्षण होने एवं समय पर उपचार प्रारंभ होने पर यह पूरी तरह ठीक हो जाती है। टीबी का पूरा उपचार लेना चाहिए, बीच में उपचार नहीं छोड़ना चाहिए, उचित पोषण आहार प्राप्त करना चाहिए। शासन द्वारा टीबी के पॉजिटिव मरीज को निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 1000 रुपए की राशि छः माह तक प्रदान की जाती है। इसके साथ-साथ निक्षय मित्र योजना अंतर्गत कोई भी नागरिक अपनी इच्छा से टी बी के पॉजिटिव मरीजों को फूड बास्केट अर्थात पोषण टोकरी जिसमें बिना पकी दाल, चावल, प्रोटीन युक्त भोजन सामग्री लगभग छः महीने उपचार पूरा होने तक निरंतर प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए कार्यालयीन समय में जिला क्षय केंद्र जिला चिकित्सालय रतलाम में संपर्क स्थापित करके पुनीत कार्य में सहभागिता की जा सकती है। सिविल सर्जन डॉक्टर एम एस सागर अधिक से अधिक नागरिकों से नि क्षय मित्र बनकर पुनीत कार्य में सहभागी होने का अनुरोध किया है।