रतलाम 5 जुलाई । श्री सौधर्मवृहत तपोगछिय त्रिस्तुतिक श्री संघ पाट परम्परा के सिरमोर श्री राजेंद्र सूरी जी म.सा. के पटधर पुण्य सम्राट जयंतसेन सूरी जी म.सा. के हृदय सम्राट गच्छाधिपाती श्री नित्यसेन सूरी जी की आज्ञानूवर्ती साध्वी जी श्री अविचलदृष्टा श्रीजी म.सा. की सुशिष्या श्री शाश्वत प्रिया जी म.सा. आदि ठाना 4 का रतलाम श्री संघ में ’सूयं मे वर्षावसोत्सव’ 2 के नामकरण से सामेया के रूप में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे। सामेया धानमंडी से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज पहुंचकर धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ।
सामेया के साथ, घोड़े, बैंड, बगघी, कलश लिए महिलाये, बहु परिषद की चातुर्मास एक्सप्रेस धर्म रूपी ट्रैन सभी श्री संघ के महानुभाव, परिषद परिवार के साथ साध्वी जी म.सा. की निश्रा में निकला। धर्मसभा में साध्वी श्री शाश्वत प्रिया जी म.सा. ने कहा कि जीवन मे शांति, सद्भाव हो तो तप के भाव जाग्रत होते हैं। तप एवं धर्म से ही जीवन पुण्य मय बनता है। अनुष्ठान, संगीत, तपस्या की सेज पर चातुर्मास सफल नहीं होता, बल्कि धर्म के लिए श्रावक-श्राविकाओं के तैयार होने से चातुर्मास सफल होता है। इस चातुर्मास में धर्म आराधना करके जितना लाभ लेना हो वह आप ले लो। यह चातुर्मास दादा गुरुदेव के चरणों में समर्पित करें।
अथिति उद्बोधन में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि चातुर्मास धर्म आराधना का माध्यम होकर जीवन को त्याग मय बनाने का सुअवसर है। यह आध्यात्मिक कार्य की शुरुआत है। चातुर्मास समिति हो या ट्रस्ट मंडल हो सब मिलकर ही चातुर्मास की सफलता का आयाम करते हैं। मेरा सौभाग्य है कि पूज्य गुरुदेव का अंतिम चातुर्मास रतलाम को मिला। श्री संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुधीर लोढ़ा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में धर्म प्रेरित व्यक्ति से एकता के भाव आते है।
धर्मसभा से पूर्व अतिथि के रूप में श्री संघ के राष्ट्रीय संरक्षक एवं कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, राष्ट्रीय महामंत्री सुधीर लोढ़ा, पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, म्यूजियम के ट्रस्टी मुकेश नाकोड़ा, राष्ट्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दसेड़ा, म्यूजियम ट्रस्टी राजेंद्र सुराणा, पेपराल ट्रस्टी दिनेश धरू, प्रवीण डूंगरवाल, त्रि-स्तुतिकश्री संघ रतलाम के ट्रस्टीगण, महिला परिषद राष्ट्रीय महामंत्री संगीता पोरवाल, सारिका कोलन प्रदेश अध्यक्ष एवं नीता काश्यप विशेष रूप से उपस्थित रही।
अतिथियों द्वारा दादा गुरूदेव के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। संघ अध्यक्ष सुशील छाजेड़ द्वारा स्वागत उदबोधन के पश्चात, चातुर्मास समिति अध्यक्ष संजय कोचर द्वारा अध्यक्षिय उदबोधन, मंगलाचरण, बहु परिषद, महिला परिषद द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति दी गई। प्रवेश अवसर पर कांबली वोहराने का लाभ शकुंतला देवी कांतिलाल राजकमल दुग्गड परिवार, महाभारत पांडव चरित्र वोहराने का लाभ राजेंद्र कुमार अभिषेक खाबिया परिवार व अभिधान राजेंद्र कोष भाग 3 शब्द औचित्य वोहराने का लाभ लालचंद मदनलाल सुराणा परिवार ने लिया। श्रीसंघ व अतिथियों द्वारा नवकारसी लाभार्थी धनपाल पूनमचंद खेड़ावाला, स्वामिवात्सल्य लाभार्थी छाजेड़ परिवार एवं 4 महा साधर्मिक भक्ति के लाभार्थी एवं म.सा. के सांसारिक पिता प्रवीन भाई धरुराज महेश भाई अम्बानी एवं हंसमुख भाई कोरडिया का बहुमान किया गया। इस अवसर पर श्री संघ, परिषद परिवार एवं समाजजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संघ सचिव राजकमल दुग्गड, अभिषेक खाबिया ने किया।