शंख की मंगल ध्वनि के बीच युगलों ने आठवां फेरा लिया फलदार-छायादार पौधे लगाने का

शंख की मंगल ध्वनि के बीच युगलों ने आठवां फेरा लिया फलदार-छायादार पौधे लगाने का

विश्व ब्राह्मण समाज संघ की मेजबानी में बाबाश्री रिसोर्ट पर हुआ हिन्दू समाज के युगलों का सामूहिक विवाह

इंदौर । विश्व ब्राह्मण समाज संघ की मेजबानी में रविवार को सुबह छोटा बांगड़दा रोड स्थित बाबाश्री रिसोर्ट 21 युगलों के परिणय बंधन का साक्षी तो बना ही, इन युगलों ने आठवां फेरा पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी लिया। शंख ध्वनि के बीच जैसे ही 11 विद्वानों ने इन युगलों के विवाह कार्यक्रम का शुभारंभ किया, समूचा परिसर नवयुगलों और उनके मेहमानों की उत्साहपूर्ण खुशियों से झूम उठा। प्रथम चरण में 11 युगलों के विवाह तो संपन्न हो ही गए, 10 उन युगलों को भी गृहस्थी चलाने योग्य सामग्री भेंट की गई, जिनके विवाह हो चुके हैं या निकट भविष्य में होने वाले हैं। शहर के खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट, रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास और वीर अलीजा हनुमान मंदिर के प्रमुख पं. पवनानंद महाराज (छोटे सरकार), म.प्र. ज्योतिष एवं विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक सहित अनेक प्रमुख मंदिरों के पुजारियों ने मेहमानों के साथ नाचते-गाते हुए अपनी खुशियां व्यक्त की और नवयुगलों को ढेरों उपहारों एवं सुहाग सामग्री सहित आशीर्वाद भी प्रदान किए। आयोजन समिति ने अगले वर्ष 51 जोड़ों के सामूहिक विवाह की घोषणा भी हाथोहाथ कर डाली।
आयोजन समिति के प्रमुख एवं विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत, प्रमुख संयोजक राजेश बंसल, स्वागताध्यक्ष जगदीश गोयल बाबाश्री, संयोजकद्वय राजेश गर्ग एवं शिव जिंदल ने बताया कि विश्व ब्राह्मण समाज संघ की ओर से बाबाश्री रिसोर्ट पर इस सामूहिक विवाह की तैयारी पिछले कई दिनों से चल रही थी। रविवार की सुबह 11 नवयुगलों एवं उनके मेहमानों ने रिसोर्ट पहुंचकर अपनी परंपरागत रस्मों का पालन किया और शोभायात्रा के लिए तैयार हो गए। सांसद शंकर लालवानी, भाजपा नेता स्वप्निल कोठारी, समाजसेवी विष्णु बिंदल, बालकृष्ण छावछरिया, अरविंद बागड़ी, अशोक चौहान चांदू, यश भूषण जैन पिंकी, सौरभ मिश्रा अतिथि के रूप में मौजूद रहे। दूल्हे घोड़ियों पर और दुल्हनें बग्घियों में सवार हुई तो बैंडबाजों की मंगल ध्वनि के बीच आयोजकों ने विवाह स्थल से एक फर्लांग की दूरी तय कर यह रस्म भी बहुत संक्षेप में पूरी कर ली, ताकि वहां सड़क निर्माण को लेकर चल रही खोदाई से यातायात जाम न हो। शोभायात्रा के वापस आने पर आयोजन समिति की ओर से अनंत महंत, पं. सीताराम व्यास, अरुण गर्ग, मनीष सेन, उमेश अग्रवाल, विनोद गोयल, संजय तोड़ीवाला, सुरेश रामपीपल्या, पं. विकास अवस्थी आदि ने सभी नवयुगलों की अगवानी की। तोरण के बाद वरमाला और वरमाला के बाद वैदिक पद्धति से सात फेरों की रस्म संपन्न होते ही विवाह स्थल बधाई गीतों से गूंज उठा। मातृशक्ति की ओर से दीपिका शर्मा, सविता जिंदल, वर्षा बंसल, शीतल तोड़ीवाला, रितु गोयल, राधा गर्ग, अनुपमा गोयल, अंजलि अग्रवाल, शिल्पा अग्रवाल, जया तिवारी आदि ने सभी व्यवस्थाएं संभाली। सोनू अग्रवाल, राजकुमार बंसल, विजय गर्ग, संजय मंगल, कमलेश चौधरी, राजेन्द्र गोयल, हरीश अग्रवाल, जगदीश बंसल, गोपाल गर्ग, मोहित जिंदल, मनीष मित्तल, विनोद बंसल, कैलाश बंसल, बालकिशन अग्रवाल भी इन युगलों को आशीर्वाद देने पहुंचे। सभी अतिथियों एवं मेहमानों ने भी विवाह समारोह की सभी व्यवस्थाओं की खुले मन से यह कहते हुए प्रशंसा की कि सामूहिक विवाह में ऐसी व्यवस्था पहले नहीं देखी। यहां सब कुछ इंतजाम घर की शादी से भी बढ़कर किए गए हैं। हमने ऐसी भव्य शादी की कल्पना भी नहीं की थी। यह पहला मौका था, जब विश्व ब्राह्मण समाज संघ के बैनर पर हिन्दू समाज के इन 21 युगलों के सामूहिक विवाह बिना किसी शुल्क के संपन्न कराए गए। विदाई की बेला में सभी युगलों एवं पालकों ने आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया।
सामूहिक विवाह का समापन एक अनूठे संकल्प के साथ किया गया कि जो फलदार एवं छायादार, वट, नीम, पीपल, आम और आंवला के जो पौधे नवयुगलों को भेंट किए गए हैं, उन्हें इसी वर्षाकाल में अपने घर-आंगन अथवा आसपास के उपयुक्त स्थान पर रोपकर इन पौधों के वृक्ष बनने तक इनकी देखभाल करेंगे।

विनोद गोयल, नगर प्रतिनिधि