संस्था सेवा सुरभि के आमंत्रण पर दोनों प्रमुख प्रत्याशी आए एक मंच पर
विशेषज्ञों ने शहर के हित में विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों उम्मीदवारों को दिया प्रतिवेदन
सांसद लालवानी ने भी माना पार्किंग और जल समस्या बड़े मुद्दे,बोले इंदौर का मास्टर प्लान 50 वर्षों का बनेगा
– कांग्रेस उम्मीदवार बम ने कहा इंदौर में मां अहिल्या का मंदिर बनना चाहिए
इंदौर । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सामाजिक संस्था सेवा सुरभि ने एक होटल में रूबरू कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी और कांग्रेस उमीदवार अक्षय बम मंचासीन थे। दोनों उम्मीदवारो को शहर के विशेषज्ञों द्वारा प्रतिवेदन दिया गया।
इसके जवाब में भाजपा उमीदवार शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर का मास्टर प्लान बहुत जल्दी तेयार हो जायेगा, यह मास्टर प्लान आगामी 50 वर्षो की संमस्याओ और संभावनाओ को ध्यान में रखकर बन रहा है। केंद्र सरकार एक लाख करोड़ का प्राधिकरण बनाने जा रहा है, इससे शिक्षा के क्षेत्र में किये जाने वाले कार्य होंगे। बेटमा मे हजारो करोड़ की लागत से लाजिस्टिक हब बनने जा रहा है। मराठी स्कूल मे बन रहा सभागार कलाकारो को रियायति दर पर मिलेगा। शहर की चारो दिशाओं मे ट्रांसस्पोर्ट हब बनाये जायेंगे। अभी 100 करोड़ नई लोहा मंडी के लिए मिले है। आने वाले दो वर्षो मे इंदौर का रेलवे स्टेशंन मध्य क्षेत्र का सबसे बड़ा हब होगा जहाँ से 100 ट्रेने प्रतिदिन चलेगी। आने वाले समय मे इंदौर एयरपोर्ट से और भी शहर जुड़ेगे।
लालवानी ने कहा कि शहर मे जिस तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ रही है यह चिंताजनक है। इससे ट्राफिक समस्या और बढ़ रही है। पानी के लिए भी बड़ी गंभीर समस्या है।
कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम ने कहा कि हमें शिक्षा, पर्यावरण, ट्राफिक, स्वास्थ आदि विषयों का पहले से ही रोडमैप बनाना चाहिए। कम से कम 5 वर्ष का विजन डॉक्यूमेंट बने। जैसे छोटा परिवार सुखी परिवार वैसे ही हमें वाहनों की संख्या सीमित करनी होगी। ट्राफिक के कारण हजारों लोगों का समय रोज बर्बाद हो रहा है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। इंदौर में भी एम्स होना चाहिए । शहर में 40 इंच वर्ष होने के बावजूद पानी बह जाता है इसे सहेजा जा सकता है। राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण शहर रेलवे मे पिछड़ गया है। बम ने कहा कि इंदौर देवी अहिल्या के नाम से जाना जाता है, इसलिए यहाँ माँ अहिल्या का मन्दिर बनना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार राजेश चेलावत ने कहा कि शहर के विकास के लिए पार्षद से लेकर विधायक और सांसद को साथ मे बैठना होगा। सामूहिक प्रयास जरूरी है।
गाँधीवादी अनिल त्रिवेदी ने कहा कि इंदौर का विकास अनियोजित तरीके से हुआ। आने वाले दिनों मे इंदौर देवास, पीथमपुर, उज्जैन सब मिलकर एक हो जायेंगे तब समस्या और विकराल होगी। शहर उधार के पानी पर जी रहा है।
शिक्षाविद् डॉ शंकरलाल गर्ग ने कहा इंदौर मे गुणवत्ता वाली शिक्षा का अभाव है। शोध एवं अनुसंधान की कमी है। महिला विश्वविद्यालय नहीं है।
अजीत सिंह नारंग ने कहा कि आने वाले वर्षो मे इंदौर की आबादी दोगनी हो जायेगी। अच्छा मास्टर प्लान बनना चाहिए।
डॉ विनिता कोठारी ने कहा कि जीवन शैली मे बदलाव के कारण हार्ट, किडनी के मरीज बढ़ रहे। शहर मे अच्छे साईकिल ट्रैक हो और पैदल घूमने के लिए जगह भी होना चाहिए।
उधोगपति अशोक बडजात्या ने कहा कि उधोगों का विकास वर्टिकल होना चाहिए क्योंकि जगह की कमी है। अर्थशास्त्री डॉ जयंती लाल भंडारी ने कहा कि इंदौर की जीडीपी ढाई लाख करोड़ है, 5 वर्ष में दुगनी हो सकती है। अभी 1200 स्टार्टअप है जो 5 वर्ष मे 2500 किये जा सकते है। अभी 1 हजार आई टी कंपनिया है 5 वर्ष बाद दोगुनी हो सकती है।
डॉ, भरत शर्मा ने कहा कि इंदौर की जो पुरानी धरोहर है उसे बचाने की जरूरत है। सांस्कृतिक कार्यक्रम और अधिक होना चाहिए।
इंजीनियर मुकेश चौहान ने कहा कि नर्मदा से इंदौर को बहुत महंगा पानी मिल रहा है, केंद्र सरकार से सहयोग लेना चाहिए। इंदौर मे भी जल समस्या है । नही ध्यान दिया तो आने वाले वर्षो मे इंदौर भी बेंगुलूरु बन सकता है
माला सिंह ठाकुर ने कहा कि इंदौर मे नशा बेचने वालो की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो चिंताजनक है। रिहेब सेंटर भी शहर से दूर है। पर्यावरण विद् डॉ ओ पी जोशी ने कहा कि शहर की हवा भी खराब है। ध्यान देने की जरूरत है।
प्रमोद डफरिया ने कहा कि छोटे उधोग पर टैक्स कम लगाए जाए। परविंदर भाटिया ने कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर मर रहा है ,उस पर ध्यान देने की जरूरत है। गौतम कोठारी ने कहा कि रेलवे मे इंदौर बहुत पीछे है।
अतिथि स्वागत अतुल सेठ, अविनाश कुटुंबले, कमल कलवानी , गोविंद मंगल, अनिल गोयल ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने किया। आभार माना ओम प्रकाश नरेडा ने।