मध्य प्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल……
के लिए……
धर्मेंद्र श्रीवास्तव की राजनीतिक रिपोर्ट-:
मध्य प्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल से जिला ब्यूरो,
धर्मेंद्र श्रीवास्तव आकाशवाणी केंद्र इंदौर में वार्ताकार भी है,
पिछले चार विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद देकर मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई है, किंतु इस बार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अपनी जीत को लेकर आशान्वित नहीं है,
बड़े-बड़े केंद्रीय नेताओं का मध्य प्रदेश में आकर बार-बार बैठके लेना इस बात का जीता जागता सबूत है,
की पार्टी के अंदर आगामी चुनाव को लेकर चिंता की लकीरें खींची हुई है, ऐसा हो भी क्यों नहीं जहां एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोक लुभावन वादों के साथ जनता के बीच पुनः अपनी पकड़ बनाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं प्रदेश की 85% हिंदू वैचारिकता के आधार पर भारतीय जनता पार्टी को अपना मत प्रदान करने वाली जनता इस बार पार्टी के प्रति तो समर्पित दिखाई दे रही है, किंतु प्रदेश के मुखिया के प्रति उनकी रुचि कम दिखाई दे रही है, एक और जहां मुख्यमंत्री ने लाडली बहन को लेकर जो 1000 से 12:50रुपए की राशि देना सुनिश्चित कर राशि लाडली बहनों के खाते में दी है, इसके साथ-साथ यदि डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें भी प्रदेश में कम कर दी जाती तो इसका लाभ प्रदेश के प्रत्येक मतदाता को सीधे-सीधे मिल जाता दूसरी और प्रदेश के मतदाताओं की एक और महत्वपूर्ण मांग जो की पुरानी पेंशन के रूप में लगभग 4 से 6 वर्षों से की जा रही है उसकी ओर हमारे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री का कोई ध्यान नहीं है, जबकि एक बहुत बड़ा मतदाता वर्ग शासकीय कर्मचारियों के परिवार से निकल कर आता है,
और यह मतदाता वर्ग प्रदेश में किसकी सरकार बनानी है इसका निर्णय करता है, मैं भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ देश की जनता का ध्यान आकर्षण करना चाहता हूं कि प्रदेश में जब भारी बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी और साध्वी उमा भारती को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था उससे पहले प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सरकार थी उस दौरान उन्होंने कर्मचारियों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा था जिसका खामियाजा उन्हें प्रदेश में अपनी सरकार को खोकर भुगतना पड़ा था इस बार भी कहीं प्रदेश की जनता मामा को (मामा नहीं बना दे) इसका ध्यान देश और प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को रखना होगा और प्रदेश में पार्टी के मुख्य नेतृत्व को बदलने पर विचार करना होगा क्योंकि मध्य प्रदेश की धूरी धार जिला जहां हिंदुओं की भावना से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे (भोजशाला) मुद्दा कहा जाता है उस ओर भी प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान का कोई विशेष रुझान नहीं है, उनके पास अभी भी समय है वह अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए भोजशाला को लेकर कोई चमत्कारी निर्णय कर सकते हैं, जिससे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की ओर मतदाताओं का ध्यान आकर्षण तीव्र गति से हो सकता है, और इसका लाभ प्रदेश में बनने वाली आगामी प्रदेश सरकार को मिल सकता है,
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से यदि भारतीय जनता पार्टी सत्ता में काबिज होना चाहती है तो उसे निर्णायक स्थिति में पहुंचना होगा,
और प्रदेश के भावी नेतृत्व को लेकर आज ही विचार करना होगा,
आज मध्य प्रदेश को भारतीय जनता पार्टी में,
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री की आवश्यकता है!