शेरेटन ग्रैंड पैलेस इंदौर ने पौधरोपण कर अर्थ डे मनाया

शेरेटन ग्रैंड पैलेस इंदौर ने पौधरोपण कर अर्थ डे मनाया

इंदौर, : पूरे विश्व में 22 अप्रैल को वर्ल्ड अर्थ डे मनाया जाता है। अर्थ डे मनाने का उद्देश्य पृथ्वी और पर्यावरण को बचाना है। अक्सर हम सभी कहते हैं कि ये धरती हमारी माँ है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि हम अपनी ही माँ का ध्यान नहीं रख रहे हैं। ध्यान तो छोड़िए, हम तो इसे प्रदूषण के माध्यम से अपवित्र ही कर रहे हैं। पृथ्वी के महत्व को समझते हुए और इसके संरक्षण के लिए पूरे विश्व के लोगों ने एक दिन का चुनाव किया जिसे अब वर्ल्ड अर्थ डे के नाम से जाना जाता है।

इस साल वर्ल्ड अर्थ डे की थीम है ‘इन्वेस्ट इन आर प्लेनेट’ (हमारे ग्रह में निवेश करें) है। यह थीम हमें हमारे स्वास्थ्य, हमारे परिवारों, हमारी आजीविका की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इस ग्रह में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि हरा-भरा भविष्य एक समृद्ध भविष्य है। इस थीम के तहत शेरेटन ग्रैंड पैलेस इंदौर ने अपने स्टाफ मेम्बेर्स के साथ मिलकर पैलेस में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपना योगदान दिया। उन्होंने अपने कमरो की चाबियों की संख्या के अनुपात में यानी 115 पौधे लगाए।

इस पहल के बारे में बताते हुए श्री रोहित बाजपाईजनरल मैनेजरशेरेटन ग्रैंड पैलेस इंदौर ने कहा, “शेरेटन ग्रैंड पैलेस में हम आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने ग्रह को संरक्षित करने के महत्व को समझते हैं। हमारी अर्थ डे की पहल एक हरित भविष्य की दिशा में एक छोटा सा लेकिन महत्वपूर्ण कदम है। हम मानते हैं कि हमारे द्वारा लगाए गए प्रत्येक पौधे के साथ, हम न केवल पर्यावरण को सुंदर बनाते हैं बल्कि स्वस्थ वातावरण में भी योगदान करते हैं। सस्टेनेबिलिटी के प्रति हमारी कमिटमेंट इस पहल से कहीं आगे तक फैली हुई है। हम अपने दैनिक कार्यों में पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को लागू करके अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने का लगातार प्रयास करते हैं। ऊर्जा-कुशल प्रकाश व्यवस्था से लेकर जल संरक्षण तक, हम ग्रह पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए समर्पित हैं।”

आगे श्री बाजपाई ने कहा कि, “आतिथ्य उद्योग के जिम्मेदार सदस्यों के रूप में, हम दूसरों से आग्रह करते हैं कि वे एक स्थायी भविष्य की दिशा में हमारे मिशन में शामिल हों। साथ मिलकर हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहां पर्यावरण को महत्व दिया जाता है और उसकी रक्षा की जाती है।”