अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में पार्टी को जीता नहीं पाया इसलिए इस्तीफा दे दिया-किरोड़ीलाल मीणा

जयपुर । भाजपा नेता किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि मैं अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में पार्टी को जीता नहीं पाया इसलिए इस्तीफा दे दिया । राजस्थान के कृषि मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की खबर के बीच उन्होंने गुरुवार (4 जुलाई) को एक्स पोस्ट पर रामचरितमानस की बहु प्रचिलित चौपाई को कोट किया।
अपना इस्तीफा सौंपने पर बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, “पिछले 10-12 वर्षों से सक्रिय रूप से काम करने के बावजूद मैं मेरे प्रभाव वाले क्षेत्र में अपनी पार्टी को जीता नहीं सका… हाईकमान ने मुझे कल दिल्ली आने के लिए कहा है, मैं वहां जाऊंगा और उन्हें समझाने की कोशिश करूंगा, क्योंकि मैंने घोषणा की है कि अगर मैं अपनी पार्टी को जीत नहीं दिला पाऊंगा तो मैं इस्तीफा दे दूंगा और मैंने ऐसा कर दिया है। यह मेरा नैतिक कर्तव्य है कि अगर मेरी पार्टी नहीं जीतती है तो मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं सीएम से भी मिला, लेकिन उन्होंने मेरा इस्तीफा नामंजूर कर दिया… मुझे किसी पद के लिए कोई शिकायत या उम्मीद नहीं है, न तो सीएम से और न ही संगठन से है…मैंने पद के लिए ये इस्तीफा नहीं दिया, बल्कि मैं पार्टी को जीता नहीं पाया इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।
डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के दौरान ही ऐलान कर दिया था कि अगर वो पार्टी की ओर से दी गई जिम्मेदारी सही प्रकार से नहीं निभा पाए तो इस्तीफा दे देंगे। हाल ही में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा था कि किरोड़ी लाल मीणा पीछे नहीं हटेंगे, इस्तीफा जरूर देंगे। जानकारी के मुताबिक, मीणा ने शीर्ष नेतृत्व को पहले ही खत लिखकर त्यागपत्र की इच्छा जताई थी। जिस पर आखिरकार मुहर लगी और उन्होंने पब्लिक फोरम से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर से विधायक हैं।
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान ऐलान किया था कि अगर भाजपा प्रत्याशी दौसा सीट हारा तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे। फिर उन्होंने ये भी कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी है। इन सीटों पर पार्टी हारी तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे। लोकसभा चुनाव में बीजेपी दौसा सीट हार गई। इतना ही नहीं पार्टी को पूर्वी राजस्थान की दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट पर भी शिकस्त मिली।
एक्स पर लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम बाद (4 जून) मीणा ने जो पोस्ट किया था वही इस्तीफे की घोषणा के बाद दोहराया। उन्होंने रामचरितमानस की सुप्रसिद्ध चौपाई-रघुकुल रीत सदा चली आई , प्राण जाई पर वचन न जाई- लिख कर जता दिया कि वो अपने फैसले पर अडिग हैं। दरअसल, राजस्थान में जल्द ही 5 विधानसभा सीटों झुंझुनूं, खींवसर, दौसा, देवली-उनियारा और चौरासी पर उपचुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी ने कुछ दिन पहले ही डॉ मीणा को दौसा सीट का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया था।