रतलाम। संस्था नेत्रम के हेमन्त मुणत ने बताया की रात्रि में दो परिवारों ने किसी के जीवन मे उजियारा आजाये इसी उद्देश्य के साथ नेत्रदान (कार्निया) दान करने का साहसिक निर्णय लिया प्रथम नेत्रदान रात्रि में 11 बजे कलाईगर रोड निवासी सुश्राविका श्रीमती कलादेवीवोरा धर्मपत्नी स्व शेतानमल जी वोरा का असमायिक निधन होने पर तेरापंथ युवक परिषद रतलाम के अध्यक्ष पुनीत भंडारी की प्रेरणा से पुत्र विजय वोरा प्रवीण वोरा को श्रीमती कलादेवी के नेत्रदान करने की प्रेरणा दी परिजनों की सहमति मिलने के बाद तेरापंथ युवक परिषद द्वारा गीता भवन न्यास बडनगर के ट्रस्टी एवम नेत्रदान प्रभारी डॉ जी एल ददरवाल को सूचना दी सूचना मिलते ही अपनी टीम के परमानंद राठौड़ के साथ बडनगर से रतलाम पहुच कर सफल नेत्रदान करवाया
नेत्रदान के दौरान पुनीत भंडारी ,विपिन वोरा, बरमेचा, अंकित निमजा, त्रिलोक गांधी, भारत विकास परिषद के अशोक भटेवरा एवम नेत्रम संस्था के सभी सक्रिय सदस्य मौजूद थे दूसरा नेत्रदान रात्रि में 12.15 बजे कल्याण नगर निवासी श्रीमती देवकी बाई धर्मपत्नी स्व गणेश जी कसेरा का असमायिक निधन होने पर संजय कसेरा, मीनू माथुर ने परिजनों को नेत्रदान करने की प्रेरणा दी परिजनों की सहमति प्राप्त होते ही डॉ ददरवाल को जो कि रतलाम में ही मौजूद थे सूचना दी सूचना मिलते ही तत्काल कल्याण नगर पहुच कर सफलता पूर्वक नेत्रदान की प्रक्रिया पुर्ण की नेत्रदान के दौरान नेत्रम संस्था के ओमप्रकाश अग्रवाल, मीनु माथुर, नवनीत मेहता, गोपाल पतरा वाला प्रशान्त व्यास, ललित राठौड़, हेमन्त मूणत मौजूद रहे
नेत्रम संस्था के वरिष्ठ भगवान ढलवानी,गिरधारीलाल वर्धानी,तेरापंथ युवक परिषद के अभिनव बरमेचा, ca गौरव गांधी,भारत विकास परिषद के अशोक भटेवरा ने वोरा परिवार एवम कसेरा परिवार के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया है।।