चंद्रयान-3 की लांचिंग से एक बार फिर सिद्ध हो गया, अखिल ब्रह्मांड में, 🔆 कायस्थों🔆 का महत्वपूर्ण योगदान है, और रहेगा…….. 👊

विश्व स्तरीय सफलता को लेकर महत्वपूर्ण लेख

धर्मेंद्र श्रीवास्तव,

 

संपूर्ण विश्व हुआ आश्चर्यचकित,

अंतरिक्ष में हुआ जय जय हिंदुस्तान,

संपूर्ण विश्व में बड़ा भारत का मान और सम्मान,

कायस्थ शब्द की पूर्ण परिभाषा-:

का-: कार्य को संपूर्ण लगन और मेहनत के साथ संपादित करना,

य–: यहां वहां  पृथ्वी से लेकर आसमान तक अपने बौद्धिक कौशल के माध्यम से सफलता अर्जित करना,

स-: ऐसा कोई स्थान नहीं जहां कायस्थ अपने बौद्धिक एवं विवेकपूर्ण कौशल से सफलता अर्जित ना कर सके,

थ-: आदि अनादि काल से कायस्थ ने सत्य सनातन धर्म का दामन (थाम) रखा है, और ज्ञान विज्ञान धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में विश्व में भारतवर्ष का डंका बजाते रहे…

चंद्रयान-3 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के गौरव को पुनर्स्थापित कर रहा है,

हम वहां पहुंच रहे हैं, जहां विश्व का कोई देश नहीं पहुंच पाया, यह राष्ट्रीय स्वाभिमान के साथ- साथ कायस्थ कुल के भी स्वाभिमान और गौरव की स्थापना का समय है, पिछले कई वर्षों से देखा जाए तो उत्तर प्रदेश बिहार और पश्चिम बंगाल को छोड़कर अन्य प्रदेशों में निवास करने वाले कायस्थों से पूछा जाता है, कि उनका वर्ण क्या है, आज समय आ गया है कि कायस्थों को अपने “धार्मिक सामाजिक राजनैतिक”  व्यक्तित्व को समझना होगा जैसा कि (पद्मा पुराण स्कंद पुराण वराह पुराण)

एवं सत्य सनातन धर्म के अनेक अनेक ग्रंथों में कायस्थों की उत्पत्ति के कारक बताए गए हैं, और वह बड़े ही महत्वपूर्ण है,

सर्वप्रथम उसका अध्ययन करना और  हमारी उत्पत्ति के कारण को जानना हम कायस्थों के लिए महत्वपूर्ण विषय है,  कायस्थों की संतति अखिल विश्व में विद्यमान है कायस्थ जाति को महत्व ना देते हुए सत्य सनातन धर्म और राष्ट्र धर्म को महत्व देता है, ज्ञान विज्ञान धर्म और संस्कृति मैं ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो कायस्थों से अछूता रहा हो सतयुग त्रेता द्वापर हर युग में चित्रवंशीयो ने अपने ज्ञान के बल पर विश्व में परचम लहराया है यह कोई संजोग नहीं की इस देश का प्रथम राष्ट्रपति कायस्थ हुआ है इस देश का प्रथम प्रधानमंत्री कायस्थ हुआ है विदेश में जाकर सत्य सनातन धर्म का डंका बजाने वाला कायस्थ ही रहा है दुनिया आज उन्हें (स्वामी विवेकानंद) के नाम से जानती है हिंदू हृदय सम्राट की बात करें तो,

सम्राट……

(ललितादित्य) जैसे विश्व को जीतने वाले सम्राट कायस्थ कुल ने दिए है, दया धर्म और परोपकार की परिभाषा हमारे वंश के लोगों ने श्रीमद् भगवत गीता से ग्रहण की है और आज कलिकाल में भी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र गडकरी से लगाकर कई राजनेता नेता और अभिनेता अपने कर्तव्यों का पालन कर कई- कई क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है! !

वंदे गौ मातरम….. 🙏🙏

भारतवर्ष के हर क्षेत्र में हमरा महत्वपूर्ण योगदान रहा है,

और रहेगा…… 🙏🙏