इंदौर। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज में डॅाक्टरों की टीम और आयुष्मान योजना के साथ ने एक मरीज को एक ओर जहां बीमारी से निजात दिला दी। वहीं आयुष्मान योजना के कारण आर्थिक रूप से कमजोर मरीज को मुफ्त इलाज की सुविधा में भी मिल सकी है। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज में 55 वर्षीय मरीज फरहान बी पिछले पांच वर्षों से रूमेटाइड अर्थराइटिस बीमारी से ग्रसित थी। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज में आर्थिक रूप से कमजोर मरीज का आयुष्मान योजना में निःशुल्क आपरेशन किया गया। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज के सुप्रिडेंटेड लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर की टीम ने यह सफल आपरेशऩ किया। डॅा. अजयसिंह ठाकुर ने बताया कि मरीज फऱहान बी ने इस बीमारी के लिए कई अस्पतालों में संपर्क किया। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण कोई भी अस्पताल में इलाज नहीं कर पा रहा था। आयुष्मान योजना के अंतर्गत इंडेक्स अस्पताल में आपरेशऩ किया गया। मरीज के कोहनी जोड़ का प्रत्यारोपण करना काफी मुश्किल आपरेशन होता है। इंदौर में कम सर्जन ही इस आपरेशन को सफलता के साथ पूरा कर सकते है। इस आपरेशन के बाद जहां मरीज को दर्द से राहत मिली है और आप सामान्य तरीके से हाथों को चलाने में भी मरीज सक्षम हुई है। इंडेक्स हॅास्पिटल की टीम को इंडेक्स समूह के चैयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चैयरमेन मयंकराज सिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव और मेडिकल कॅालेज डीन डॅा.जीएस पटेल ने बधाई दी।
रूमेटाइड अर्थराइटिस बीमारी बुजुर्गों के साथ युवाओं में बढ़ रही
सुप्रिडेंटेड लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा. अजयसिंह ठाकुर ने कहा कि रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न का कारण बनती है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है जिसमें शरीर की इम्यूनिटी स्वस्थ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी गठिया के मरीजों को घुटनों, नों एड़ियों, यों पीठ, कलाई या गर्दन के जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। ये बीमारी ज्यादातर बुजुर्गों में देखी जाती है. लेकिन खराब लाइफस्टाइल की वजह से युवा वर्ग भी इसकी चपेट में आ रहे है। रूमेटाइड अर्थराइटिस सिर्फ जोड़ों के दर्द तक ही सीमित नहीं है। अगर समय पर इसका इलाज ना कराया जाए तो ये न केवल जोड़ों और हड्डियों को नुकसान पहुंचाता है।