नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरफान अहमद ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि उदयपुर में धर्म के नाम पर कट्टरपंथियों द्वारा की गई निर्मम हत्या की हम कड़ी निंदा करते हैं। ऐसी मानसिकता रखने वाले लोगों की ना देश में और ना ही समाज में कोई स्थान है। इनकी जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है, ऐसी मानसिकता को देश से नष्ट करना होगा। हम चाहते हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई कर दंड दिया जाना चाहिए, जिससे कि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना को अंजाम देने का प्रयास ना कर सके। ऐसे लोगों का सामूहिक बहिष्कार होना चाहिए। ऐसे लोग राष्ट्र के, मानवता के एवं धर्म के दुश्मन हैं। इनका केवल मकसद धार्मिक उन्माद पैदा करना और देश की एकता अखंडता को नुकसान पहुंचाना होता है। समस्त देशवासियों को अब धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों के खिलाफ एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद कर, आतंकी मानसिकता को खत्म करने के लिए राष्ट्र में अपना योगदान देना होगा। इस्लाम के आखरी पैगंबर हुजूर मोहम्मद साहब का एक वाकया ऐसा है कि, मोहम्मद साहब अपने घर मक्का से बाहर निकलते थे, तो रास्ते में एक वृद्ध महिला उनके ऊपर कूड़ा डाला करती थी, यह सिलसिला काफी दिन तक चलता रहा। इस बीच 2 या 3 दिन जब मोहम्मद साहब उस गली से निकले तो उनके ऊपर कूड़ा नहीं डाला गया तो फिर आपने एक राहगीर से पूछा कि यहां पर एक वृद्ध महिला रहती है, जो मेरे ऊपर पर प्रत्येक दिन गंदा कूड़ा डालती थी, वह अब कहां है तो, राहगीर ने बताया कि वह वृद्ध महिला बीमार है, तो आपने उस महिला के घर जाकर उसका हालचाल जाना और कहा कि मैं सोच रहा था कि आज कई दिनों से मेरे ऊपर कूड़ा कचरा नहीं डाला गया, इसी कारण मैं आपका हाल-चाल लेने आया हूं। जब यह बात वृद्ध महिला ने सुनी तो वृद्ध महिला ने कहा कि मैं जिसके ऊपर प्रत्येक दिन गंदा कचरा डालती थी, आज वही मोहम्मद साहब मेरा हाल चाल पूछने आए हैं, तो मैं क्यों इसकी खिलाफत करूं, मैं क्यों उनको बुरा भला कहूं। क्यों ना में ईमान कबूल कर लूं तो ऐसा मोहम्मद साहब का व्यक्तित्व था, परंतु उन्हीं के नाम पर अपराधिक मानसिकता के लोग इस्लाम और मोहम्मद साहब को बदनाम कर अपने देश की एकता अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। जबकि मोहम्मद साहब ने पूरी दुनिया को मोहब्बत का पैगाम दिया है सबको माफ करने का पैगाम दिया। आपने पत्थर खाकर भी सभी को सलामती और हिदायत की दुआएं दी।
मैं राजस्थान सरकार से फास्ट ट्रैक कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं ऐसे आतंकी वारदात करने वाले लोगों को फांसी की सजा देनी चाहिए।