मुफ्त धुलाई की सभी सामग्री उच्च क्वालिटी की

 

इंदौर गौरव दिवस पर पेट्रोल पंप संचालक की अनूठी पहल

ग्राहकों की सेवा के लिए भारी-भरकम कूलर और 24 घंटे आरओ का शीतल पेयजल भी, कंपनी ने किया पुरस्कृत

इंदौर । देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एक ऐसा स्थान भी है, जहां जाने पर आपकी अगवानी तिलक लगाकर की जाती हो और हाथ जोड़कर अभिवादन या नमस्कार किया जाता हो, आपके वाहन को मुफ्त शेम्पू और पानी से धोया जाता हो, जहां आपको सर्वाधिक युवतियां और महिलाएं काम करते हुए दिखाई दे और जहां इस 44-45 डिग्री के तापमान में भारी-भरकम कूलर और आरओ के शीतल जल की प्याऊ 24 घंटे खुली मिले और जहां दिव्यांग तथा मूक-बधिर युवक–युवती भी उनके अनुकूल काम करते हुए नजर आएं तो समझ लीजिए कि यह महूनाका चौराहा स्थित वह उषाराज पेट्रोल पंप है, जिसे इंडियन आइल कंपनी पिछले 14 माह से पूरे देश में एक्स्ट्रा रिवार्ड कार्ड के लिए प्रथम स्थान पर पुरस्कृत करते आ रही है और इंदौर गौरव दिवस पर पंप संचालक ने इन सभी सुविधाओं को पूरे वर्ष जारी रखने का संकल्प भी व्यक्त किया है।
पेट्रोल पम्प का व्यवसाय शुद्ध रूप से बिना कुछ करे-धरे मुनाफा या कमीशन कमाने वाला कारोबार माना जाता है। देश में या यूं कहें कि शहर में भी पेट्रोल पम्प के कारोबार को कोई सम्मानजनक दृष्टि से नहीं आंका जाता है, बल्कि आम धारणा यही है कि पेट्रोल पम्प पर ग्राहकों का शोषण होता है या उन्हें निर्धारित से कम मात्रा में पेट्रोल-डीजल दिया जाता है। कई जगह पर मशीनों में भी इस तरह का एडस्टमेंट करने की शिकायतें मिलती है कि ग्राहक आसानी से पेट्रोल पम्पकर्मियों की कलाकारी को पकड़ नहीं पाते हैं।
तिलक लगाकर स्वागत- इन सबसे जुदा महूनाका चौराहा स्थित इस पेट्रोल पम्प पर यदि आप अपने वाहन के साथ गए हैं तो सबसे पहले वहां तैनात कोई युवती तिलक लगाकर आपकी अगवानी करती है फिर नमस्ते या अभिवादन के बाद आपकी गाड़ी में पेट्रोल दिया जाता है। आम ग्राहकों के लिए यह सुखद आश्चर्य या हैरानी वाला प्रसंग लगता है।
महिलाओ को रोजगार, करियर बनाने में मदद- यहां के सचालक धीरज गर्ग बताते हैं कि उनके पम्प पर वर्तमान में कुल 75 कर्मचारी काम कर रहे हैं, इनमें से 65 युवतियां हैं। ये युवतियां भी ऐसी हैं जो अपनी पढ़ाई या प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारियों में लगी हुई हैं। कोई यूपीएससी या एमपीपीएससी तो कोई पटवारी, बैंक, शिक्षक और पुलिस जैसी परीक्षाओं की तैयारियां कर रही हैं। मतलब यह कि इस पंप पर उन युवतियों को अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या जिनको अपने घर की जिम्मेदारी के साथ अपने भविष्य की भी चिंता लगी हुई है। इन सभी महिला कर्मियों की वर्दी पर उनके नाम, उनके काम के आधार पर दी गई स्टार रेटिंग औऱ उन्हें हर माह मिलने वाले वेतन का भी उल्लेख होता है। इन महिला कर्मियों के कारण पेट्रोल पम्पों पर अक्सर ग्राहकों औऱ कर्मचारियों के बीच होने वाले विवादों की संख्या भी शून्य रह गई है। पंप पर इनके लिए दोपहर के भोजन हेतु पृथक कक्ष के साथ ही अलग से सुविधा गृह भी बनाया गया है।
लोहामंडी, नवलखा के पंप का कर्मी बना लेबर इंस्पेक्टर – धीरज गर्ग महूनाका स्थित पंप के साथ ही लोहामंडी स्थित एक अन्य पंप के भी संचालक हैं और वहां भी उन्होंने अनेक युवतियों को रोजगार देकर उनके करियर का मार्ग प्रशस्त किया है। उनके पंप का कर्मचारी अब लेबर इंस्पेक्टर बन चुका है। गर्ग को उक्त कर्मचारी की उपलब्धि पर गौरव तो है ही लेकिन वे चाहते हैं कि उनकी मदद से यदि सभी युवतियों को उनका मनचाहा पद या रोजगार मिल जाए तो उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होगी।
भारत माता की जय और वंदे मातरम से शुरू होती है पारी- इस पंप पर आठ-आठ घंटे की तीन पारियां होती हैं और प्रत्येक पारी शुरू होने पर सभी स्टाफ मेंबर पंप पर कतारबद्ध खड़े होकर भारत माता की जय और वंदे मातरम के उदघोष के बाद ही अपना काम शुरू करते हैं। रही बात ग्राहकों की सेवा की तो इस पंप पर सार्वजनिक बोर्ड लगा हुआ है जिस पर आम वाहनों के लिए भी निःशुल्क हवा और पानी का इंतजाम किया गया है।
पेट्रोल ले या नहीं, हवा-पानी के साथ वाहन की धुलाई भी मुफ्त-इस बोर्ड पर पंप संचालक ने लिख रखा है कि आप चाहे यहां से पेट्रोल लें या नहीं, हवा और पानी की मुफ्त व्यवस्था सबके लिए उपलब्ध है। यही कारण है कि 24 घंटे खुले रहने वाले इस पंप पर सुबह से लेकर देर रात तक राह चलते लोगों के अलावा सुबह की सैर पर लालबाग जाने वाले वरिष्ठ नागरिक, खिलाड़ी, सिटी बसों के कर्मचारी और अन्य वाहन चालक भी यहां की हवा-पानी का लाभ बिना किसी रोक-टोक के उठा रहे हैं। ग्रीष्म काल में तो यह सुविधा पूरे चौराहे के लिए वरदान बनी हुई है। ट्राफिक सिग्नल पर सामान बेचने वाले बच्चे और उनके परिवार के लोग भी इस पंप से ही पानी की सुविधा ले रहे हैं।
मुफ्त धुलाई की सभी सामग्री उच्च क्वालिटी की – पेट्रोल –डीजल के लिए आने वाले सभी तरह के वाहनों को यहां शेम्पू एवं पानी से मुफ्त धोने के लिए 6 कर्मचारी हमेशा तत्पर नजर आते हैं। धुलाई में काम आने वाली सभी चीजें जैसे वाइपर, ब्लाटिंग पेपर, कपड़ा, शेम्पू आदि सभी सामग्री यहां उच्च क्वालिटी की है। इसी तरह प्रत्येक ग्राहक को उपहार के रूप में गर्मी के इस मौसम में फ्रीजर में रखी ठंडे पानी की बोतल, टिश्यू पेपर बाक्स, पेन, की-चैन भी भेंट किए जाते हैं।
मूक-बधिर एवं दिव्यांगों को भी रोजगार- महिला सशक्तिकरण की दिशा में इतनी महिलाओं को रोजगार से जोड़ने वाले पंप संचालक धीरज गर्ग बताते हैं कि उन्होंने मूक-बधिर विद्यालय से शिक्षित हुए बालक-बालिकाओं को भी ऐसा रोजगार दिया है जिसमें उनके शारीरिक अंगों का कम से कम प्रयोग हो। इसी तरह कुछ दिव्यांग लोगों को भी रोजगार से जोड़ा है जो पंप के बाहर यातायात व्यवस्था संभालते हैं अथवा वाहनों की धुलाई के बाद कीचड़, गंदगी और कचरे की तत्काल सफाई करते हैं। पंप पर सफाई की व्यवस्था लगातार जारी रहती है, जैसे ही गाड़ी की धुलाई होती है, सफाईकर्मी आकर तत्काल सारा कचरा साफ करते हैं।
रिक्शा चालकों को रियायती दर पर वर्दी- पम्प पर सीएनजी गैस की बिक्री भी होती है और प्रतिदिन जो रिक्शा चालक यहां आते हैं उन्हें रियायती दर पर रिक्शा चालक का निर्धारित वर्दी भी भेंट की जाती है। बाजार में जो वर्दी 300 रुपए में मिलती है उसे यहां 200 रुपए में दिया जाता है। अब तक 150 रिक्शा चालक यह वर्दी ले चुके हैं अन्यथा अधिकांश रिक्शा चालक बिना वर्दी के ही वाहन चलाते हैं।
पेट्रोल पम्प पर हरियाली भरे गमले-पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी इस पंप का योगदान उल्लेखनीय है, जहां करीब 150 गमले हरे-भरे पौधों से लहलहाते हुए रखे गए हैं। इसी तरह भगवान शिव का एक छोटा मंदिर भी यहां बनाया गया है, जहां प्रतिदिन पंप संचालक एवं सभी कर्मचारी मिलकर पूजा करते हैं।
गोसेवा के लिए भी दान पेटी- पेट्रोल पंप पर अक्सर कई बार खुल्ले पैसों को लेकर ग्राहक और कर्मियों के बीच झड़प, बहस की स्थिति बनती रहती है, हालांकि इस पंप पर इस तरह की कोई शिकायत इसलिए भी नहीं मिलती कि यहां की सुविधाओं को देखकर अधिकांश ग्राहक अक्सर यहां लगी गोसेवा की दानपेटी में खुल्ले पैसे डाल जाते हैं। यह रकम एक निर्धारित अवधि के बाद अहिल्यामाता गोशाला को गोसेवा के लिए भेंट कर दी जाती है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल – इस पंप की सबसे उल्लेखनीय है विशेषता यह भी है कि यहां कुछ महिलाकर्मियों को महिला थाने की सिफारिश पर भी रोजगार दिया गया है। पंप संचालक ने महिला थाने की प्रभारी से आग्रह किया था कि वे कुछ ऐसी महिलाओं के बारे में बताएं, जो अपने परिजनों से पीड़ित और प्रताड़ित हो और जिन्हें आर्थिक रूप से संबल की जरूरत हो। ऐसी कुछ महिलाओँ को भी इस पम्प पर रोजगार दिया गया है। यही नहीं पंप पर लगे सूचना पट्ट पर महिला थाने के साथ क्षेत्र के पुलिस थाने के नंबर भी लगाए गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी घटना, दुर्घटना अथवा छेड़छाड़ और अन्य शोषण जैसी घटनाओं की सूचना पुलिस को दी जा सके।
पंप संचालक 24 घंटे उपलब्ध -स्वयं पंप संचालक ने भी अनेक स्थानों पर अपने स्वयं के मोबाइल नंबर भी चस्पा किए हैं, ताकि किसी भी ग्राहक को कोई शिकायत तो वह तुरंत पंप संचालक को बता सके। यह पंप चूंकि 24 घंटे खुला रहता है इसलिए पंप संचालक के पास रात 2 बजे भी फोन पर इनक्वायरी आती है कि पंप पर हवा या पेट्रोल मिलेगा क्या। संचालक उन्हें भी संतुष्ट करते हैं।
गोपनीय शिकायत पेटी- एक गोपनीय शिकायत पेटी भी यहां रखी गई है, जिसमें ग्राहकों से किसी भी तरह की अपराध संबंधी गुप्त सूचनाएं डालने का आग्रह किया गया है। इस पेटी की एक चाबी पंप संचालक के पास और दूसरी इंडियन आइल के अधिकारी के पास होती है।
कंपनी द्वारा कई बार पुरस्कृत- इस तरह पेट्रोल, डीजल और सीएनजी गैस के विक्रय के साथ यह पंप अपनी इन मानवीय सेवाओँ के कारण इन दिनों सारे शहर में भी विख्यात हो रहा है और इंडियन आइल कंपनी के अधिकारी भी कई बार यहां आकर इस पंप की सेवाओं का अवलोकन कर पंप संचालक को प्रमाण पत्र दे चुके हैं।
चेयरमैन पेनल में शामिल पंप – हाल ही इंडियन आइल कंपनी ने इस पंप को एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की बिक्री, रिवार्ड ट्रांजेक्शन और पिछले वर्ष के मुकाबले पेट्रोल-डीजल की बिक्री में बढोत्तरी के लिए प्रमाण पत्र भेंट किए हैं। यही नहीं यह पंप इंडियन आइल के चेयरमैन पैनल में भी शामिल है। देश के करीब 52 हजार पेट्रोल पंपों में से मात्र .2 प्रतिशत पंप ही चेयमैन पैनल में शामिल किए जाते हैं। इस तरह इंदौर का यह पंप अपनी इन सेवाओं के लिए ग्राहकों के साथ-साथ कंपनी की निगाह में भी चढ़ गया है।
काश, शहर के अन्य पंप भी ऐसी सुविधाएं दे सकें- पंप संचालक धीरज गर्ग चाहते हैं कि बेशक पेट्रोल पंप के माध्यम से वे अपना कारोबार कर रहे हैं, लेकिन देश के अन्य पंप भी यदि इसी तरह अपने ग्राहकों की सेवा के लिए ज्यादा कुछ नहीं तो केवल मुफ्त हवा-पानी औऱ वाहन की धुलाई का इंतजाम ही कर लें तो प्रदूषण की समस्या भी काफी हद तक हल हो सकती है। यदि अन्य पंप संचालक भी अपने कर्मचारियों को ग्राहकों के साथ नमस्कार या अभिवादन करना सिखा दें और काम शुरू करने के पहले वंदे मातरम एवं भारत माता के जयघोष की परंपरा शुरू करा सकें तो राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रप्रेम का यह एक अनुकरणीय उदाहरण होगा। इंदौर गौरव दिवस के उपलक्ष्य में हमने इन सभी सुविधाओं को पूरे वर्ष बल्कि हमेशा के लिए जारी रखने का संकल्प किया है, ताकि बाहर से आने वाले लोग भी इंदौर की गौरव गाथा में इस पेट्रोल पंप की खूबियों को भी जोड़ सके।