इंदौर। हर उम्र में बढ़ते तनाव के कारण अब नशे की लत की समस्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में इंदौर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में नशीले पदार्थ की समस्या एक गंभीर समस्या है | करीब 14.6 प्रतिशत, शराब 0.5प्रतिशत अफीम, करीब 7% गांजा, भांग, चरस तथा करीब 0.2 प्रतिशत जनसंख्या नींद की गोलियों का सेवन करते हैं। इसके लिए काफी हद तक युवाओं से लेकर कम उम्र के लोगों में जागरूकता की कमी के कारण नशा एक गंभीर समस्या बन गया। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज ने एक नई मुहिम की शुरूआत कम्पेल से की। नशा निवारण कार्यक्रम एवं नशा मुक्ति शिविर ग्राम का पहला शिविरि बुधवार को कम्पेल में आयोजित किया गया। इस अवसर के उद्घाटन पर विशेष अतिथि इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन मयंक राज सिंह, डायरेक्टर आर एस राणावत, एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव, मेडिकल सुप्रिडेंटेंड लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ.अजयसिंह ठाकुर उपस्थित थे।
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की वृहद योजना
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर ,नशा मुक्ति केंद्र प्रभारी डॉ. राम गुलाम राजदान ने बताया कि समय के साथ-साथ इन उक्त पदार्थों के अतिरिक्त अन्य घातक पदार्थों का सेवन बढ़ता जा रहा है।इसमें कोकीन पार्टी, ड्रग्स इत्यादि पदार्थों का सेवन सबसे ज्यादा किया जा रहा है। समाज को स्वस्थ रखने के लिए इसकी रोकथाम ही एकमात्र रास्ता है| इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए इंडेक्स मेडिकल कॉलेज ने एक वृहद योजना की शुरूआत की है। जिसके तहत इंदौर देवास शहर एवं इन आस-पास के गांव में निशुल्क शिविर लगाए जाएंगे। सामान्य जनता को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाएगा। यदि आवश्यकता हुई तो इंडेक्स अस्पताल में भर्ती कर के उपचार भी किया जाएगा।