रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेकर बचें हाई बीपी से

इंदौर ।* ब्लड प्रेंशर के मरीजों को डिजीटल मषीन पर आंख बंद करके भरोसा नही करना चाहिए । समय समय पर मरकरी मषीन से क्रास जांच करना भी जरुरी होता है। ज्यादातर लोग डिजीटल मषीनों से बीपी जांच कराकर  निष्चिंत हो जाते है जो कि गलत है। बीपी मषीन को हर छह महिने या आवश्यकता अनुसारं आथोराईज्ड डीलर के यंहा मरकरी मषीन से केलीब्रेषन कराना जरुरी होता है। इस केलीब्रेषन से पता चलता है कि मषीन सही परिणाम दे रही है या नही । गलत परिणाम मरीज के लिए नुकसान दायक हो सकता है।
उपरोक्त जानकारी महावीर हार्ट क्लिनिक गीता भवन के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश जैन ने वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के मौके पर आयोजित अवेयरनेस पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी । उन्होंने कहा कि कम उम्र के लोगों में हाई बीपी की शिकायत होना ठीक नहीं है। कामकाज के दबाव और संतुलित दिनचर्या , जंक फूड का उपयोग , सिगरेट व शराब का सेवन इसका एक सबसे बड़ा कारण है । वर्तमान में भारत में 20 मिलियन लोग हाइपरटेंशन की समस्या से त्रस्त है , यानी देश का हर पांचवा व्यक्ति हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहा है  लेकिन आश्चर्य की बात है कि लोगों को पता ही नहीं है कि कितनी गंभीर बीमारी पाले बैठे हैं । आईसीएमआर के रिपोर्ट के हिसाब से केवल 28ः लोगों को ही अपनी बीमारी के बारे में पता है और सिर्फ 15 प्रतिषत लोग ही उसका इलाज ले रहे हैं। कुल बीमारों का 12.50 प्रतिशत लोगों का बीपी ही नियंत्रण में है । हाई बीपी से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल होना जरूरी है। खानपान में हरी सब्जियों,  सलाद, पानी का भरपूर उपयोग, फाइबर फूड्स का उपयोग सबसे ज्यादा जरूरी है । हर रोज कम से कम 45 मिनट योगा एवं व्यायाम करना चाहिए ।
हाई बीपी से बचने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद भी जरूरी है । धूम्रपान एवं शराब का सेवन करने वाले लोग जल्दी ही इस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं उन्हें अपनी इस आदत को बदलना चाहिए और समय-समय पर बीपी की जांच करा कर कार्डियोलॉजिस्ट से सलाह लेना चाहिए । पत्रकारवार्ता के दौरान शेमेक हेल्थकेयर के आजम चरा, नावेद खान व धर्मेंद गुर्जर भी मौजूद थे ।