विस्फोटक सामग्री के साथ पकड़ाए लोगों ने सुफा संगठन खड़ा किया, लोगों को बहकाकर आपराधिक गतिविधियों की तरफ मोड़ा

रतलाम। जयपुर को दहलाने की साजिश रचने वाले सुफा संगठन के तीन आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो पता चला कि इन लोगों का संगठन कैसे खड़ा हुआ। 70 से ज्यादा लोगों को संगठन से जोड़ा और धर्म के नाम पर उन्हें साथ लिया। बाद में ये दूसरी तरफ गतिविधियों में लिप्त होते गए।

राजस्थान में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से विस्फोटक पदार्थ आरडीएक्स बरामद किया है। आरोपी एमपी के रतलाम के होने के चलते यहां भी रतलाम पुलिस लगातार दबिश दी जा रही है। इस तरह पता चला कि पुलिस ने सुफा संगठन के सरगना सहित 50 से अधिक लोगो को हिरासत में लिया है। इससे सुफा संगठन से जुड़े लोगों की गतिविधियों का खुलासा हुआ है।

ऐसे बना सुफा संगठन
बताया जाता है कि सुफा संगठन की शुरुवात रतलाम में वर्ष 2012 में हुई थी। शुरुआत में 40 – 45 युवकों ने मिलकर सुफा को शुरू किया था लेकिन बाद में इनसे रतलाम के करीब 70 युवा जुड़ गए। संगठन की शुरुआत हिरासत में लिए गए असजद और राजस्थान में गिरफ्तार हुए जुबेर ने की थी। इनका उद्देश्य इस्लाम धर्म का प्रचार प्रसार कर मुस्लिम समाज में मौजूद लोगो को जोड़े रखना था लेकिन बाद में ये युवाओं को धर्म के प्रति बहकाने का काम करने लगे।

हत्याओं में शामिल, एनआईए भी दे चुकी दबिश
सुफा संगठन में जुड़े मुख्य लोग हत्या जैसे संगीन मामले के आरोपी है। इनके सदस्यो पर देशद्रोह के मामले भी दर्ज है। पूर्व में वर्ष 2015 में रतलाम में सुफा पर कार्यवाही करने के लिए एनआईए दबिश देकर सरगना असजद सहित 6 लोगो को हिरासत में भी ले चुकी है। जिनसे आपत्तिजनक धार्मिक साहित्य और देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े कागजात मिले थे। यह संगठन स्लीपर सेल की तरह काम करता है।

अब तक का अपडेट
बताया जा रहा है की, सुफा संगठन के तीन आरोपी राजस्थान एटीएस की गिरफ्त में होने के बाद रतलाम पुलिस और एमपी एटीएस लगातार इनसे जुड़े लोगो के यहां दबिश दे रही है। एसपी के मुताबिक पुलिस अब तक संगठन के सरगना असजद शेरानी सहित 50 से अधिक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने असजद से घर दबिश देकर उसका कंप्यूटर भी जब्त किया है। पुलिस की दबिश के बाद आरोपी सैफुल्ला और संगठन से जुड़े आमीन फावड़ा का परिवार फरार हो गया है। हालांकि पुलिस ने आज इनके मकानों को तोड़ने की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।