कमलनाथ ने कहा किसी पद के लिए कभी कोई अर्जी नहीं दी, जब कहा जाएगा पद छोड़ दूंगा

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में संगठन चुनाव चल रहे हैं तो एक व्यक्ति एक पद व्यवस्था को लेकर दबी-छिपी हुई तरह से प्रदेश में इसके पालन की बातें चल रही हैं और आज कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में कहा कि उन्होंने कभी किसी पद के लिए कोई अर्जी नहीं दी। उन्हें जब भी पद छोड़ने को कहा जाएगा, वे तत्काल छोड़ देंगे।

मध्य प्रदेश में डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं लेकिन कांग्रेस में अभी भी सबकुछ ठीक-ठाक नहीं लगता है। प्रदेश में दो महत्वपूर्ण पदों पर कमलनाथ काबिज हैं जिनमें प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष जैसी जिम्मेदार पद भी हैं। आज उन्होंने मीडिया से चर्चा में अपने पदों को लेकर साफ-साफ कह दिया कि उन्होंने कभी कोई अर्जी किसी पद के लिए नहीं दी। हाईकमान ने एक मई 2018 को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी और उसे स्वीकार किया। अब जब भी पद छोड़़ने का कहा जाएगा तो वे छोड़ भी देंगे। कमलनाथ ने कहा कि उन्हें कभी किसी पद व कुर्सी का मोह नहीं रहा है।

जनता तय करेगी सिंधिया की चुनौती
कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस के लिए कितनी बड़ी चुनौती है, संबंधी मीडिया के सवालों को टाल दिया। वे बोले के यह तो जनता तय करेगी। नाथ ने कहा कि पिछले चुनाव में गुना की जनता तो तय भी कर चुकी है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कमलनाथ ने कहा कि चुनाव मोड पर तो भाजपा जाती है। कांग्रेस की तो हमेशा चुनाव की तैयारी रहती है। नेताओं से निरंतर संवाद चलता रहता है।

जी-23 की सभी मांग मान ली
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस में गैर गांधी परिवार की बात करने वाले जी- 23 के नेताओं को लेकर कहा कि उन सभी के साथ सालों काम किया है। उन लोगों की सभी मांग मान ली हैं और चुनाव प्रक्रिया चल रही है। उसमें सारी चीजें जल्द सामने आ जाएंगी।