पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को सबसे बड़ा झूठा करार दिया

रतलाम । अपने चिर- परिचित अंदाज में भाजपा,आरएसएस और बजरंग दल पर आरोप लगाया कि ये राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भगवान श्रीराम के नाम को बेच रहे हैं। लोगों से राम नाम पर वोट मांग रहे हैं। जबकि धर्म और राजनीति दोनो अलग-अलग हैं। धर्म में राजनीति और राजनीति में धर्म का उपयोग होना ठीक नहीं है।  भाजपा वाले सनातन धर्म के खिलाफ हैं ये नफरत फैलाते हैं। भगवान श्री राम पर किसी का एकाधिकार नहीं है। भगवान श्री राम तो सभी के हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का नाम लेकर एक पत्रकार ने जब सवाल पूछना चाहा तब उन्होंने सवाल के पहले ही कह दिया कि उनसे झूठा और कोई नहीं हैं। भाजपा सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह शुरू से ही एससी एसटी ओबीसी आरक्षण के खिलाफ हैं
उन्होंने कहा कि भाजपा वाले संविधान को भी नहीं मानते रतलाम सर्किट हाउस पर सम्पन्न हुई इस प्रेस वार्ता में श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बड़ा झूठा और कोई नहीं है। कहने को रोज पेड़ लगा रहे है लेकिन नर्मदा किनारे तीन पेड़ भी जीवित नहीं है। अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मामले में उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को सजा मिलनी ही चाहिए क्योंकि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता न वे हिंदू होते ना मुसलमान न सिक्ख और नाहीं ईसाई सजा मिलना ही चाहिए ।

हिजाब घूंघट परंपरा अपनी-अपनी

हिजाब वाले मुद्दे पर श्री सिंह ने कहा हर एक धर्म परंपरा की अपनी मान्यता होती है। कोई घूंघट निकालता है कोई सर ढकता है। पर्दा करता है। हिजाब और बुर्का दोनों अलग-अलग हैं। जब भी हम सरकार से हिसाब किताब की बात करते हैं तो वह हिजाब की बात करते हैं। यह ठीक नहीं है। सांप्रदायिक सद्भावना जरूरी है।

निजी करण के खिलाफ कांग्रेस

श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस निजीकरण के खिलाफ शुरू से और आंदोलन करेगी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 100 करोड़ से एलआईसी की शुरुआत की थी जो 5 लाख करोड़ की इकाई बन चुकी है मगर इसके निजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह ठीक नहीं है। इसके लिए कांग्रेस आंदोलन करेगी।