जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने भी 108 बार राम नाम लिखकर मंदिर में प्रवेश किया

जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने भी 108 बार राम नाम लिखकर मंदिर में प्रवेश किया

इंदौर,  । यह विश्व का अदभुत और अनुपम मंदिर है। मैंने पूरी दुनिया में कहीं भी ऐसे मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य अब तक प्राप्त नहीं किया था, लेकिन आज इस निराले मंदिर में आकर आनंद की अनुभूति हो रही है। राम नाम की महिमा ही इतनी अनूठी है कि उनके नाम से ही सारे काम बन जाते हैं। यह एक जागृत और चेतन्य स्थान है।

यह विचार हैं अंतराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य, जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज के, जो उन्होने कनाड़िया रोड स्थित वैभव नगर के उस अनूठे श्री राम मंदिर के अवलोकन करते हुए व्यक्त किए, जहां हरेक भक्त को प्रवेश के पूर्व 108 बार राम नाम लिखना जरूरी होता है। जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने भी 108 बार राम नाम लिखे और सम्पूर्ण मंदिर परिसर का अवलोकन करते हुए कहा कि यह मंदिर तो समूचा ही राम नाम से श्रृंगारित है। प्रारंभ में मंदिर के संस्थापक प्रकाश बागरेचा, श्रीमती इंदुबाला, सुनील पटेल, यशवंत बागरेचा, सुनील यादव, पं. गोपाल भार्गव, सुनील बागरेचा आदि ने जगदगुरु की अगवानी की और मंदिर संबंधी जानकारियां दी। इस अवसर पर वैभव नगर के रहवासी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। देवास के रामस्नेही संत रामनारायण एवं अन्य संतगण भी जगदगुरु के साथ थे और उन्होंने भी इस अनूठे मंदिर को बड़ी दिलचस्पी के साथ निहारा।