जैविक खेती से थामेंगे कैंसर का कहर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 दिसंबर को करेंगे देश भर के किसानों से संवाद

जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि मंत्री कमल पटेल को सौंपी जिम्मेदारी

भोपाल। खेती में पेस्टिसाइड के बेतहाशा इस्तेमाल से बढ़ रहे कैंसर मरीज अब सरकार की चिंता का कारण बन गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी के चलते 16 दिसंबर को गुजरात से देशभर के किसानों से संवाद करेंगे तथा उन्हें जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करेंगे।*
*किसान नेता एवं कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि भावी पीढ़ी को बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।* *वर्तमान में जिस तरीके से खेती में पेस्टिसाइड का इस्तेमाल हो रहा है उससे खेती की जमीन जहरीली होती जा रही है और इस उपज का इस्तेमाल करने से देश में कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं। उन्होंने पंजाब में कैंसर एक्सप्रेस का उदाहरण देते हुए कहा कि खेती में इसी तरह पेस्टिसाइड का इस्तेमाल होता रहा तो भविष्य में कैंसर के मरीजों की संख्या इतनी बढ़ जाएगी कि उन्हें अस्पताल में जगह नहीं मिल पाएगी, इसलिए जैविक खेती, गोवंश आधारित खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि भावी पीढ़ी को अनाज और फल सब्जियां शुद्ध और प्राकृतिक मिल सकें।* *कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लेकर काम कर रहे हैं, इसके साथ ही प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए माहौल बनाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है जिसे वह हर संभव पूरा करेंगे।*
कृषि मंत्री कमल
पटेल ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात से 16 दिसंबर को संबोधित करेंगे, इसके लिए प्रदेश की सभी 258 मंडियों में एलईडी स्क्रीन लगाकर व्यवस्था की गई है, जहां बड़ी संख्या में किसान आकर प्रधानमंत्री के मन की बात सुनेंगे और जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित होंगे ।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया मध्यप्रदेश में जिलों में जनजातियों में अभी पेस्टिसाइड का इस्तेमाल नहीं होता है वहां जैविक खेती की जा रही है जिसके प्रमाणीकरण की प्रक्रिया की जा रही है इसके लिए मध्यप्रदेश में एपिडा का कार्यालय खोला गया है । जैविक प्रमाणीकरण होने के बाद वनवासी जिलों की उपज को बेहतर भाव मिल सकेगा और उसे निर्यात किया जा सकेगा जिससे किसानों को अपनी उपज का और अधिक दाम मिल सकेगा।