इंदौर। अहिल्या माता गौशाला, इंदौर, में जैव संसाधन केंद्र (बीआरसी) के लिए 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (23 नवंबर से 28 नवंबर) अयोजित हो रहा है।
ट्रस्टी श्री पुष्पेन्द्र धनोतिया ने बताया कि मध्य प्रदेश के कई संस्थाएं जैसे Abhinav AHRDO, AKRSP-I, SRIJAN, Green Foundation ने देवी अहिल्यामता गौशाला के साथ मिलकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया है । इस प्रशिक्षण का उद्धेश्य किसानो को प्राकृतिक खेती करने की ओर बढ़ावा देना है। जैव संसाधनों के प्रोडक्शन काफी मेहनत और लेबर की आवश्यकता होती है जिसका बोझ अधिकतर महिलाओं पर आता है। इसलिए जैव संसाधन केंद्र की स्थापना इस चुनौती के साथ साथ प्राकृतिक खेती की कई चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है। इस प्रशिक्षण के पहल
3 दिनों का सत्र श्री अजीत केलकर और रवि केलकर द्वारा लिया जा रहा है एवं कई विषयों पर थियरी और प्रैक्टिकल सत्रों के माध्यम से प्रकाश डाला जा रहा है।
इस प्रशिक्षण में देश के 5 स्टेट, यू पी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा एवं एम पी के 45 से अधिक किसान जैविक खाद से पैदावार करने की तकनीकी सिख रहें हैं। रासायनिक खादों होने वाली गम्भीर बीमारियों से बचने के लिए किसान भाइयों को जैविक खाद का उपयोग, कैसे तैयार करना ओर पैदावार की गई खाद्य सामग्री से हो रहें भी बताए जा रहे हैं।
प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने आई कोटा की महिला किसान ने जैविक खाद सब्जियों के तैयार करने के तरीके साझा किए।