मध्यप्रदेश के 3 जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे, गरोठ में बनेगा जंक्शन, 360 बीघा जमीन पर काम जारी

मन्दसौर(मध्यप्रदेश) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का काम मध्य प्रदेश में जोर-शोर से चल रहा है.विकास की नई इबारत लिखने वाला ये एक्सप्रेस- वे रतलाम, मंदसौर और झाबुआ जिलों से गुजरेगा.कुल मिलाकर एमपी में इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 240 किमी से ज्यादा होगी. यह एक्सप्रेस-वे मालवा के रहने वालों के लिए उन्नति के नए रास्ते खोल देगा. इंदौर-उज्जैन में विकास के पंख लगेंगे. इनसे लाभ भी अधिक होगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का एक जंक्शन गरोठ के पास बनाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर करीब 1 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे. मध्य प्रदेश में बन रहे हिस्से में सरकार करीब 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसे 2023 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है. सरकार ने इसके लिए जमीन का अधिग्रहण कर लिया है. खास बात ये है कि इस रास्ते से मुंबई से दिल्ली का सफर करीब 14 घंटों में होगा.एक्सप्रेस-वे के मध्य प्रदेश के हिस्से में जो फोरलेन सड़क बनेगी, वह गरोठ से उज्जैन जाएगी. इससे लोग दो घंटे में इंदौर पहुंच जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, गरोठ से उज्जैन तक 135 किमी की सड़क बनेगी. इसके बाद उज्जैन से इंदौर तक बनने वाली सड़क की लंबाई 54 किमी है. यह सड़क गरोठ, उज्जैन और इंदौर के अलावा देवास, बड़नगर और बदनावर को भी कनेक्ट करेगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की झाबुआ जिले में लंबाई करीब 50 किमी, रतलाम में 90 किमी और मंदसौर में करीब 103 किमी है. ये एक्सप्रेस वे 8 इंटर सेक्शन के जरिये जुड़ेगा. इसकी ऊंचाई 3-5 मीटर के बीच होगी. लेकिन, जहां शहर में प्रवेश करने वाले इंटर सेक्शन होंगे, वहां इसकी ऊंचाई 10 मीटर हो जाएगी.बता दें, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का जंक्शन मंदसौर जिले के गरोठ में बनाया जा रहा है. गरोठ के पास बरड़िया अमरा में 360 बीघा जमीन पर काम जारी है. इसके लिए रतलाम- मंदसौर-झाबुआ जिलों के 130 से ज्यादा गांवों की 2500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है. गरोठ और जावरा में लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा. बसई के पास की जमीन पर उद्योग लगाए जाएंगे. इसी तरह कई जगह कंटेनर जोन भी बनाए जा सकते हैं.