जीत का जश्न ठीक है लेकिन भाजपा को स्वीकारना होगा कि वोट प्रतिशत कम हुआ


“मप्र उपचुनाव आकलन”
तीन विधानसभा एक लोकसभा पर उपचुनाव के परिणाम आज आगये इन परिणामो के नतीजे भाजपा के पक्ष में जरूर है । लेकिन भाजपा को जित का जश्न मनाने से पहले ये सोचने की जरूरत है कि वोट प्रतिशत इतना नीचे क्यो गिरा । *आप पूर्व में हुए चुनावो के परिणाम देखे तो इसे जीत नही हार ही कहेंगे ।

भाजपा के वोट प्रतिशत में भारी गिरावट आई है । इसका परिणाम कही 2023 के चुनाव में भाजपा को भुगतना न पड़े इस लिए भाजपा को 2023 की रणनीति पर काम करना होगा । लोकसभा की एक सीट पर भी यही परिणाम सामने आया है । कांग्रेस एक सीट पर संतुष्ट है लेकिन सवाल के दायरे के भाजपा है ।?

जोबट में कांग्रेस से कुछ दिन पहले आईं सुलोचना जीतीं
पृथ्वीपुर में सपा से आए शिशुपाल जीते

रैगांव में कांग्रेस जीती
35 साल से भाजपा का क़ब्ज़ा था

खंडवा में सवा तीन लाख की नंदू भैया की बढ़त एक लाख के अंदर सिमटी
*अरुण यादव को राजकुमार पटेल बना दिया*

# पूरे सत्ता-संगठन के पूरे दम के बाद ये प्रदर्शन

# अब क्या इस जीत को आप अपने संगठन को देंगे
या मोदी के 7 साल को देंगे
या शिवराज के 15 साल को..

*इतनी सत्ता और इतना बड़ा संगठन एक विधानसभा या एक लोकसभा में अपना एक उम्मीदवार तैयार नहीं कर पाता है …..उधार के उम्मीदवार पर ठप्पा लगाकर उतारना पड़ता है ।