कर्ज चुकाने के लिए दिया लूट की वारदात को अंजाम

मंदसौर । ब्याज खोरी से परेशान युवकों ने एक लूट की वारदात को अंजाम देने की ठान ली, ऐसे ही एक मामले का खुलासा मंदसौर पुलिस ने किया है ।

पुलिस के अनुसार 26 जून 21 को जिले के नारायणगढ थाने पर हुसैनी पिता इब्राहीम लोखंडवाला ने एक रिपोर्ट दर्ज करायी कि मेरा लड़का ताहिर नारायणगढ से मनासा घर के लिए निकला था घर नहीं पहुँचा है, सूचना पर ताहिर पिता हुसैनी को दस्तयाब कर पुछताछ करते ताहिर से मिली जानकारी के अनुसार कि वह दुकान से कार द्वारा मनासा घर के लिए निकला था, रास्ते में 2 व्यक्तियों ने हाथ देकर कार रूकवायी और कहा महागढ़ छोड़ देना, रास्ते में कार में बैठे एक व्यक्ति ने कनपट्टी पर पिस्तौल अडाकर कार रूकवायी तथा कार स्वयं ली, विशन्या डाक बंगले के आगे सुनसान रास्ते पर कार में बैठे ताहिर को डरा धमका कर उसके बैग में रखे 2 लाख 50 हजार रुपये, मोबाइल, चेक बुक आदि छिन कर दोनों अज्ञात व्यक्ति साथ चल रहे मोटर सायकल सवार के साथ मोटर सायकल पर बैठ कर भाग निकले।
दर्ज मामले में मंदसौर पुलिस एवं नारायणगढ थाना प्रभारी अवनीश श्रीवास्तव व उनके ने साइबर सेल की मदद से पतरासी करते आरोपी शाहरुख पिता जाकिर निवासी साठखेडा, रईस पिता अब्दुल निवासी शामगढ़, अमीन पिता अलाउद्धीन निवासी सुवासरा, जाफर पिता रफीक ने मिलकर वारदात को अंजाम देना पाया।
मामले में शाहरुख, रईस व अमीन को गिरफ्तार कर पुछताछ की, आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम देना कबूल करते बताया कि लाक डाउन के कारण बैरोजगारी के चलते कर्ज के बोझ तले कर्जा चुकाने के लिए लूट की योजना बनायी, शाहरुख के फूफा के जाफर से प्राप्त जानकारी के आधार पर कि हुसैनी का लड़का ताहिर रोजाना कार में नकदी लेकर जाता है इस पर लूट की वारदात को अंजाम दिया, लूट की राशि में से 5-5 हजार रुपये अमीन व जाफर को देकर शेष लूट की राशि शाहरुख व रईस ने बांट ली।
पुलिस के अनुसार मामले में गिरोह के एक फरार आरोपी व लूटी गयी राशि के संदर्भ में अनुसंधान जारी है।