शहर में फरार भू माफियाओं की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी हेतु गठित एसआईटी टीम ने किया गिरफ़्तार
इंदौर – शहर में लोगों के साथ प्लाट/जमीन के नाम पर धोखाधड़ी कर फरार होने वाले बदमाशों/ भू माफियाओं की धरपकड़ एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री मनीष कपूरिया के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया जाकर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
उक्त निर्देशों के तारतम्य में कार्यवाही के दौरान पुलिस थाना खजराना के अपराध क्रमांक 159/21 धारा 420/467/ 468/471/34 भादवि तथा अपराध क्र 161/21 में 420/467/468/471/34 भादवि में लगभग 6 माह से फरार आरोपी कमलेश कुमार जैन पिता स्व आनंदी लाल जी जैन उम्र 57 साल निवासी 25/2 गिरधर नगर न्यू महेश नगर इंदौर, जिस पर 20,000 रुपए का इनाम उद्घोषित है, जिसे एसआईटी द्वारा गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
आरोपी ने पुलिस थाना खजराना क्षेत्र अंतर्गत प्लाट/जमीन की धोखाधड़ी की गई थी। जिसमें फरियादियों की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध होने के उपरांत घटना दिनांक से फरार हो गया था। दिनांक 17.02.21 को एसआईटी इंदौर द्वारा घर पर दबिश देने के बाद आरोपी चित्तौड़गढ़ राजस्थान भाग गया था। चित्तौड़गढ़ में किले के पास जैन धर्मशाला में फरारी काट रहा था। फरार आरोपी कमलेश जैन की तलाश हेतु एसआईटी टीम द्वारा राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, यूपी, हरियाणा आदि स्थानों में दबिश दी गई। आरोपी कमलेश जैन जी तलाश के दौरान आरोपी के चित्तौड़गढ़ राजस्थान मैं होने की सूचना पर एसआईटी टीम द्वारा दबिश दी गई। कमलेश जैन वहां से फरार होकर इंदौर में अपने लड़के सौरभ जैन के किराए के मकान साई रायल पाम रंगवासा राऊ में छुप कर रह रहा था। उक्त जानकारी पर टीम द्वारा लगातार नजर रखी गयी तथा केवल इंटरनेट वाला बन कर घर में चेक कराया। सूचना की तस्दीक होने पर दबिश देकर फरार आरोपी कमलेश जैन को पकडा जो पुलिस और एसआईटी टीम से बचने के लिये अपना हुलिया बदल कर बडी-बडी दाडी बढाकर रह रहा था। एसआईटी को देखते ही घबराकर बेहोश होने के नाटक करने लगा और रोने गिडगिडाने लगा। आरोपी के पास 4-5 मोबाईल एंव 7-8 सिमे मिली है। आरोपी से उसके भाई दीपक मद्दा के संबंध में पुछताछ की जा रही है।
आरोपी कमलेश जैन आरोपी भूमाफिया दीपक मद्दा उर्फ दिलीप सिसोदिया का बडा भाई है, जिसे आरोपी दीपक मद्दा के द्वारा वर्ष 2005-06 मे मजदुर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था में उपाध्यक्ष बनाया था तथा संस्था का बैंक खाता नंदा नगर सहकारी साख से लाखों का वित्तीय लेने देन किया गया था। इन्होंने संस्था के प्लाट धारकों की जमीन को फर्जी तरीके से सौदा करके अन्य आरोपीगण के नाम रजिस्ट्री कर दी गयी थी, जिसके कारण सैकड़ों प्लाट धारक सदस्यो को प्लाट का कब्जा नही मिल पाया तथा प्लाट धारको के साथ धोखाधडी की गयी। पुलिस टीम द्वारा अन्य फरार आरोपियों के संबंध में भी तलाश की जा रही है।
उपरोक्त फरार भूमाफिया आरोपी को गिरफ्तार करने मे एस आई टीम प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र मरकाम , प्र.आर जितेन्द्र सिंह चौहान , आर नीरज तोमर, आर प्रणित सिंह भदौरिया , आर योगैश झोपे , आर नीरज रघुवंशी, आर विकाश , आर अमित, मोर्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।