सामायिक के अमृत वचनों से गूंज उठा महावीर बाग

सामायिक के अमृत वचनों से गूंज उठा महावीर बाग

इंदौर, l। एरोड्रम रोड स्थित आनंद समवशरण, महावीर बाग आज सुबह सामायिक स्वाध्याय के अमृत वचनों से गूंजती रही। अवसर था राष्ट्रसंत आचार्य आनंद ऋषि के 121वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में उनके शिष्य उपाध्याय प्रवर प.पू. प्रवीण ऋषि म.सा. के सान्निध्य में सामायिक स्वाध्याय के 1.21 लाख पाठ के विश्व कीर्तिमान के आयोजन का। शहर के 32 स्थानों के साथ ही देश-विदेश में भी अनेक शहरों एवं कस्बों मंे ऑनलाईन-ऑफलाईन हुए इस आयोजन में लक्ष्य के मुकाबले कई गुना आराधकों ने शामिल होकर पूरे विधि-विधान से इस अनुष्ठान को आत्मसात किया। महिला-पुरूषों ने परंपरागत वेशभूषा में पहुंचकर सामायिक का पाठ किया।
म.प्र. स्वाध्याय संघ एवं श्री महावीर जैन स्वाध्याय शाला के तत्वावधान में महावीर बाग में हुए शुभारंभ समारोह का आगाज प.पू. तीर्थेश ऋषि म.सा. ने अपने मधुर भजन के साथ किया। ठीक 8.40 बजे उपाध्यायश्री ने विधि सहित पाठ का शुभारंभ ‘करेमि भन्ते…’ से करवाया। उन्होंने राजा श्रेणिक के कथानक का प्रभावी और अनुपम चित्रण कर आराधकों को मंत्रमुग्ध बनाए रखा। प्रवीण ऋषि म.सा. ने कहा कि सामायिक मन को स्थिर रखने की अपूर्व क्रिया है। आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए सामायिक का संकल्प जरूरी है। यह ऐसा गुप्त मंत्र है जो व्यक्ति को अखंडानंद की अनुभूति कराता है। दुखों का पहाड़ भी सामायिक के स्वाध्याय से पार किया जा सकता है। इस मौके पर महासती आदर्श ज्योति म.सा. ने भी आचार्य आनंद ऋषि म.सा. की गौरव गाथा का प्रभावी चित्रण किया। स्वाध्यायी विमल तांतेड ने भी भजन सुनाया। आज की ऑनलाईन सामायिक आराधना में शामिल हुए साधकों को आयोजन समिति की ओर से प्रशस्ति एवं प्रमाण पत्र भेंट किए जाएंगे। उपाध्यायश्री की निश्रा में इस प्रमाणपत्र का विमोचन राजेश जैन, अशोक मंडलिक, गजेंद्र तांतेड़, राजेश भंडारी, जिनेश्वर जैन, गजेंद्र बोडाना, प्रकाश भटेवरा, अभय झेलावत एवं संयोजक अंशुल मंडलिक तथा गर्वित बोडाना ने किया।
प्रारंभ में कार्यक्रम संयोजक अंशुल मंडलिक, राजेश भंडारी, गर्वित बोडाना आदि ने सभी आराधकों की अगवानी की। संस्था का परिचय जिनेश्वर जेन ने दिया। संचालन अशोक मंडलिक ने किया और आभार माना महामंत्री रमेश भंडारी ने। सामायिक का पाठ 48 मिनट का होता है। कुछ आराधकों ने दो बार और कुछ ने तीन बार भी स्वाध्याय किया। आराधकों के आगमन का क्रम सुबह 8 बजे से ही शुरू हो गया था। अनुष्ठान के कवरेज हेतु वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स की टीम भी आई थी जिसने संपूर्ण अनुष्ठान की रिकार्डिंग की है। देश-विदेश के आराधकों की संख्या मिलने के बाद ही सही संख्या की पुष्टि हो सकेगी लेकिन प्रारंभिक तौर पर वर्ल्ड बुक की ओर से विश्व कीर्तिमान बनने की घोषणा कर दी गई है।
महावीर बाग पर चल रहे चातुर्मासिक अनुष्ठान में नौ दिवसीय आनंद महोत्सव का समापन सुबह 9 बजे से गुणानुवाद सभा, अठाई तप, नवाई उपवास तप करने वाले श्रावक-श्राविकाओं के तप की अनुमोदना एवं तपस्वियों के सम्मान के साथ होगा।  कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उक्त सभी कार्यक्रम हो रहे है।