शिवराज के साले साहब का हुआ पूर्ण कांग्रेसी करण !

रितेश मेहता-रतलाम
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले साहब और कांग्रेस उपाध्यक्ष संजय सिंह मसाणी ने बड़ी परिपक्वता अंदाज में अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को करीने से सहेजते हुए अपनी राजनीतिक भूमिका को संवारने की कोशिश 3 साल में पहली बार की है ।
आज उन्होंने एक टीवी साक्षात्कार में बड़े ही धमाकेदार अंदाज में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर पर्दे के पीछे से कमलनाथ सरकार को चलाने के आरोपों को सिरे से खारिज किया । उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कभी भी कोई पर्दे के पीछे या रिमोट से सरकार नहीं चलाता जो कुछ होता है सब फ्रंट से होता है कमलनाथ जी खुद मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार चला रहे थे उन्हें कोई नहीं चला रहा था आगामी विधानसभा चुनाव 2023 कमलनाथ जी के नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे इसमें कोई संदेह नहीं है ।
संजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी कटाक्ष भरे अंदाज में महत्वकांक्षी करार दिया तो पेगासस स्पाइवेयर फोन टैपिंग मामले पर भी व्यंग्यात्मक रूप से केंद्र की मोदी सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया ।

राजनीति में वैचारिक मत भिन्नता को जायज ठहराते हुए उन्होंने मन भिन्नता से बचने पर भी बल दिया लेकिन पिछले 10 दिनों से मध्यप्रदेश कांग्रेस में अचानक से आए आक्रमक रुख के बीच पार्टी उपाध्यक्ष संजय सिंह मसाणि के केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की भाजपा सरकार पर बेबाकी से धारदार हमले की टाइमिंग को लेकर सियासी सरगर्मी जोरों पर है ।
याद रहे कि 2018 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले साहब के कांग्रेस में शामिल होने से चुनावी मौके पर भाजपा को तगड़ा झटका लगा था ।