मंदसौर । गत दिवस कोटा- उदयपुर हाईवे पर अल्कोलाईड फेक्ट्री नीमच- गाजीपुर के महाप्रबंधक शशांक यादव की वाहन स्कार्पियो से जब्त 16 लाख से अधिक की राशि मामले ने तुल पकड़ लिया है, एंटी करप्शन ब्यूरो के एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार की पुछताछ में महाप्रबंधक यादव संतोष जनक जवाब नहीं दे पाये हैं, न्यायालय ने आगे 22 जुलाई तक का रिमांड दिया है, अल्कोलाईड फेक्ट्री के कर्मचारी अजीत सिंह व दीपक कुमार से भी पुछताछ हुई है ।
इन के माध्यम से बिचोलियों द्वारा जुटाई जा रही अवैध राशि की पड़ताल की जा रही है ।
मंदसौर व नीमच जिलों में सर्वाधिक अफीम पैदावार होती है, इन जिलों के 32 हजार से अधिक किसानों ने अफीम पैदावार ली है, राजस्थान के 20 हजार किसानों ने भी अफीम काश्त की है, इस प्रकार लगभग 52 हजार किसान अफीम पैदावार लेते हैं, वर्तमान में अफीम कोडिंग के आधार पर ग्रेडिंग कार्य चल रहा है, ग्रेडिंग के आधार पर ही किसानों को अफीम काश्त के लिए लायसेंस मिलेगा, विभागीय सुत्रों के आधार पर 13 से 15 हजार किसानों की ग्रेडिंग हुई है ।
CBI जांच की मांग-
मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदसौर के विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र भेज कर विभागीय मिलीभगत ओर किसानों से अवैध वसूली रिश्वत खोरी की तत्काल CBI जांच की मांग की है ।
आरोप है 6 हजार किसानों से 35 करोड़ रूपये एडवांस लिये गये है, एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा धरपकड़ नहीं की जाती तो लगभग 40 हजार अफीम किसानों से लगभग 3 अरब रूपयों से अधिक राशि रिश्वत खोरी कर लिये जा सकते थे, लेकिन एंटी करप्शन ब्यूरो ने घटना क्रम को अंजाम देते हुए पर्दाफाश कर दिया ।