डेली कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट द्वारा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का सफलतापूर्वक आयोजन
इंदौर । डेली कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट, इंदौर एवं रिसर्च फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा वर्चुअल इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसका टॉपिक था ”महामारी के दौर या कहें अशांत समय में व्यापार,उद्यमिता, प्रबंधन शिक्षा और प्रोधोगिकी के क्षेत्र में किस प्रकार की रणनीति अपनायी जाये” जिसमे थाईलैंड, नेपाल, सऊदी अरब, हांगकांग, सिंगापूर, मलेशिया,ओमान के प्रख्यात वक्ताओं ने अपनी बात रखी।
कांफ्रेंस की शुरुआत में डेली कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट, इंदौर की प्रिंसिपल डॉ सोनल सिसोदिया ने सभी वक्ताओं का कांफ्रेंस में जुड़ने के लिए धन्यवाद दिया एवं बताया की कैसे डीसीबीएम गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पहलों की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्य अतिथि – डॉ. चाई चिंग टैन, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, फाहलुआंग यूनिवर्सिटी थाईलैंड ने रचनात्मक होने और परिवर्तन के युग में खुद को अपडेट करने की आवश्यकता को समझने पर ध्यान केंद्रित किया।
डीएवी बिजनेस स्कूल, नेपाल के प्रिंसिपल/कैंपस चीफ डॉ. रुद्र पीडी घिमिरे ने जोर देकर कहा कि आज जैसे अभूतपूर्व संकट के समय में तकनीक हमारे बचाव में आ सकती है।
प्रो. (डॉ.) अजहर काज़मी, केएफयूपीएम बिजनेस स्कूल, दहरान सऊदी अरब ने अशांत समय के प्रबंधन के लिए जीवन बनाम आजीविका की दुविधा को संबोधित किया। उन्होंने दोहराया कि सुधारित मानसिक मॉडल द्वारा संकट के बाद से निपटा जा सकता है।
डॉ राजीव चिब, पैन एशिया रीजनल हेड क्लाइंट रिलेशंस सिटी, हांगकांग ने तथ्यों और आंकड़ों को साझा करके और डिजिटलीकरण, बिग डेटा, डेटा एनालिटिक्स, एआई और मशीन लर्निंग की भूमिका को साझा करके कार्यबल के भविष्य पर प्रकाश डाला।
“अपने खतरों को अवसरों में बदलना” श्री सिद्धार्थ पुराणिक, निदेशक विपणन, बायो-रेड प्रयोगशाला, सिंगापुर द्वारा उद्धृत किया गया था।
डॉ प्रेम अधीश लेखी (एशिया एएसइएएन डॉक2अस कोवीड-19 टास्क फार्स) मलेशिया ने समाधान और स्थिरता के लिए प्रकृति के विभिन्न तत्वों के महत्व पर जोर दिया।
शिक्षण और शैक्षणिक कौशल और प्रभावी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के मामले में शिक्षकों, छात्रों और संस्थानों के बीच असमानता पर डॉ कोधंदारमन चिंनाथंबी (यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी एन्ड एप्लाइड साइंस) ओमान द्वारा चर्चा की गई।
प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट दिए गए। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. तापस उपाध्याय, आयोजन सचिव, डीसीबीएम ने दिया।