नई दिल्ली, : एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने ‘पे टू कॉन्टैक्ट्स’ लॉन्च किया है। इसकी मदद से ग्राहक अपने फोनबुक से भुगतान प्राप्त करने वाले (रिसीवर) का केवल मोबाइल नंबर चुन कर यूपीआई पेमेंट शुरू कर सकते हैं।
‘पे टू कॉन्टैक्ट्स’ चुने गये कॉन्टैक्ट से जुड़ा वैध यूपीआई आईडी दिखाता है, चाहे भुगतान प्राप्तकर्ता द्वारा इस्तेमाल होने वाला यूपीआई एप कोई भी हो। इससे भुगतान प्रक्रिया के लिये यूपीआई आईडी या बैंक खाते का विवरण दर्ज करने की जरूरत नहीं पड़ती है और समय बचता है।
ग्राहक भीम यूपीआई सेक्शन में ‘पे मनी- टू कॉन्टैक्ट्स’ ऑप्शन पर क्लिक कर और फिर भुगतान प्राप्त करने वाले का कॉन्टैक्ट चुन कर भुगतान कर सकता है।
एयरटेल पेमेंट्स बैंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री गणेश अनंत नारायणन ने कहा, “हमारा लक्ष्य अपने ग्राहकों को पेमेंट का आसान, सुरक्षित और परेशानी रहित अनुभव देना है। पे टू कॉन्टैक्ट्स के साथ हमारे यूजर्स को हर बार भुगतान करते समय बैंक विवरण या यूपीआई आईडी दर्ज करने की चिंता अब नहीं होगी। हमारा मानना है कि यह फीचर ग्राहकों की सहूलियत को महत्वपूर्ण ढंग से बढ़ाएगा।”
ग्राहक अब एयरटेल थैंक्स एप से एक वीडियो कॉल कर कुछ ही मिनट में एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट खोल सकते हैं। यह बैंक डिजिटल सेविंग्स अकाउंट- रिवार्ड्स123 की पेशकश करता है, जो ग्राहकों को इस अकाउंट का इस्तेमाल कर डिजिटल लेन-देन करते समय ज्यादा महत्व प्रदान करता है।
भारती एयरटेल के बारे में
भारती एयरटेल का मुख्यालय भारत में है। एयरटेल दक्षिण एशिया और अफ्रीका के 18 देशों में 471 मिलियन से अधिक ग्राहकों के साथ एक वैश्विक संचार समाधान प्रदाता है। कंपनी विश्व स्तर पर शीर्ष तीन मोबाइल ऑपरेटरों में शामिल है और इसके नेटवर्क में दो बिलियन से अधिक उपभोक्ता जुड़े हैं। एयरटेल भारत का सबसे बड़ा एकीकृत संचार समाधान प्रदाता और अफ्रीका में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल ऑपरेटर है। एयरटेल के रिटेल पोर्टफोलियो में हाई स्पीड 4जी/4.5जी मोबाइल ब्रॉडबैंड, एयरटेल एक्सस्ट्रीम फाइबर शामिल है जो लीनियर और ऑन-डिमांड एंटरटेनमेंट में कन्वर्जेंस के साथ 1 जीबीपीएस तक स्पीड का वादा करता है। इसमें म्यूजिक और वीडियो में स्ट्रीमिंग सेवाएं, डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं। एंटरप्राइज ग्राहकों के लिए एयरटेल कई तरह के समाधान पेश करता है जिसमें सुरक्षित कनेक्टिविटी, क्लाउड और डेटा सेंटर सेवाएं, साइबर सुरक्षा, आईओटी, एड टेक और क्लाउड आधारित संचार शामिल हैं।