क्राईम ब्रांच मे पकडे गए चारों आरोपीयों मे 1 महिला आरोपी भी शामिल

क्राईम ब्रांच मे पकडे गए चारों आरोपीयों मे 1 महिला आरोपी भी शामिल ।

इंदौर- – म.प्र.के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान व्दारा मध्य प्रदेश राज्य मे अवैध मादक पदार्थ तस्करों के विरूध्द कार्यवाही करने हेतू “आपरेशन प्रहार” अंतर्गत कार्यवाही करने हेतू मध्य पुलिस को निर्देशित किया गया था । इसी तारतम्य मे पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन श्री हरिनारायण चारी मिश्र एवं पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री मनीष कपुरिया द्वारा पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविन्द तिवारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री गुरू प्रसाद पाराशर को इन्दौर शहर मे अवैध मादक पदार्थ की तस्करी एवं क्रय विक्रय की घटनाओं की पतारसी कर वारदातों पर अंकुश लगाने के साथ ऐसे आरोपीगणों की धरपकड कर आवश्यक कार्यवाही हेतू निर्देशित कर उक्त कार्य हेतू थाना CRIME BRANCH INDORE की टीमों को लगाया गया था ।
इसी कड़ी में थाना CRIME BRANCH INDORE की टीम को विश्वसनीय मुखबिर सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस अधिकारी व हमराह बल व पंचानों के साथ मुखबिर के बताए स्थान नायता मुंडला से सनावदिया डामर रोड किनारे देवगुराडिया पहाड के नीचे तरफ खुला स्थान थाना खुडेल क्षैत्र जिला इन्दौर पर दबीस देने पर घटना स्थल से पांच आरोपगीण (1) दिनेश अग्रवाल 55 साल निवासी महालक्ष्मी नगर इंदौर (2) अक्षय उर्फ चीकू अग्रवाल निवासी महालक्ष्मी नगर इंदौर (3) चिमन अग्रवाल निवासी मंदसौर (4) वेद प्रकाश व्यास निवासी तिरूमालागिरी, हैदराबाद,तेलंगाना (5) मांगी बैंकटेश निवासी हैदराबाद को दो कारों की मदत से अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन MD DRUGS की डील करते रंगे हाथों पकडे गए है जिसमे उक्त घटना स्थल से उक्त आरोपीगणों से कुल 70 किलो अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन MD DRUSकुल किमती 70 करोड रूपए का एवं नगदी कुल 13,03,650 /- रूपएबरामद किया गया है जिस पर आरोपीगणों के विरूध्द दिनांक 06.01.2021 को अपराध क्रमांक 01/21 धारा 8/21 NDPS ACT 1985 का पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया था ।

प्रकरण के प्रारंभ मे अनुसंधान के दौरान पता चला कि प्रकरण का मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास है जिसने पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ मे स्वीकार किया कि वह MR का काम करता था एवं उसके व्दारा ही उक्त मेफेड्रोन MD DRUGS को फार्मुला एवं केमिकल के उपयोग से स्वंय की मेडिकल फेक्ट्री मे हैदराबाद तेलंगाना मे निर्माण करना स्वीकार किया है वेद प्रकाश व्यास ने उक्त मेफेड्रोन MD DRUGS को फार्मुला एवं केमिकल के उपयोग से स्वंय की मेडिकल फेक्ट्री हैदराबाद मे निर्माण किया है एवं उक्त ड्र्ग्स तैयार होने पर हैदराबाद तेलंगाना से दवाईयों के नीले रंग के ड्रमों मे पेक कर उसको मुर्गी दाना पाउडर अथवा बीमारियोके वैक्सीन का पाउडर बताकर/दिखाकर ट्रांसपोर्टट्रेवल्स के माध्यम सेअन्य आरोपीयों को इंदौर में सप्लाई किया जाता था। पूरे नेटवर्क पर जड से आँपरेशन प्रहार के तहत प्रहार करते हुए तस्करों की पूरी गैंग पर वैधानिक कार्यवाही की गई है ।
प्रकरण के अनुसंधान के दौरान घटना दिनांक से फरार 4 आरोपीगणों को थाना क्राईम ब्रांच जिला इन्दौर की टीम व्दारा मुबई से किया है गिरफ्तार जिसमे 3 पुरूष आरोपीगण एवं 1 महिला आरोपी भी है शामिल । जिनके नाम सलीम चौधरी पिता अल्ताफ हुसैन अब्दुल गफ्तार चौधरी उम्र 42 साल निवासी वर्तमान-न्यू अन्ना नगर सोसायटी बी विंग 301 लिंक रोड मुंबई एवं जुबेरपिता हबीब हलाई उम्र 42 साल निवासी 504 गांड गिफ्ट टावर यारी रोड मुंबई महाराष्ट्र एवं अनवर लाला पिता अल्हाहनूर उम्र 38 साल निवासी नबी कंपाउड हरियाणा वाला लाईन कुर्ला स्टेशन रोड मुंबई एवं मेहजबीन पिता यासीन मिंया शेख उम्र 40 साल निवासी 601-बी , विंग रायल गार्डन , शांति पार्क मीरा रोड ईस्ट मुंबई है ।
गिरफ्तार आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ मे निम्मबातों का खुलाशा किया है जो आरोपीवार निम्नलिखित है ।
मेहजबीन शेख उर्फ पापा उर्फ बाजी निवासी मीरा रोड मुंबई :- मेहजबीन ने बताया कि वह प्रकरण के सह आरोपी सलीम चौधरी एवं हैदर के साथ मिलकर एमडी ड्रग्स क्रय विक्रय करने लगी थी उसकी पहचान कफिल खान निवासी अजमेर से हुई थी । जिसके साथ मिलकर मेहजबीन उसके व्दारा बताए अनुसार ही एमडी ड्रग्स के क्रय विक्र्य करने हेतू पेडलर का काम करने लगी थी ।उसके व्दारा इन्दौर से MD DRUGS क्रय करने के बाद पूरे मुंबई शहर मे छोटे-छोट पेडलर्स के व्दारा पबों मे बार मे तथा रेव पार्टियों मे MD DRUGS की तस्करी करवाती थी एवं साथी ही उसके व्दारा फिल्म इंड्रस्टीज के संपर्क मे रहने वाले कई व्यक्तियों के माध्यम से वहां भी MD सप्लाई करने की बात बता रही है आरोपिया MD DRUGS से मिले रुपयों को हवाला के माध्यम से भेजती थी उक्त प्रकरण की लिंक का संबध सुशांत राजपूत केस मे ड्र्ग्स तस्करों से होने की बात की भी तस्दीक की जाना शेष है । क्योंकि मेहजबीन इतनी शातिर है कि वह जेल मे बंद कई गंभीर आरोपीयों के लगातार संपर्क मे होकर उनके कहे अनुसार तस्करों के संपर्क मे आकर MD DRUGS तस्करी का काम करने लगी थी । महिला आरोपिया अनेक तरह के ड्रग्स लेने की आदि है जिसने फरारी के दौरान मोबाईल सिम व फोन तोड़कर फेक दिये तथा WHATSAAP कॉल व INTERNATION NO. तथा APP के माध्यम से अन्य फरार आरोपियों से बात करती थी । आरोपिया द्वारा फार्मासुटिकल कम्पनी GLOBAL ENTERPRISES के लाइसेंस की आड़ में ड्रग्स का काम किया जाता था ।
उसने यह भी बताया कि वह सलीम चौधरी के साथ लिव इन रिलेशन शिप मे रहकर उससे भी MD DRUGS की तस्करी करवाने लगी थी । आरोपी सलीम चौधरी के मुम्बई पुलिस से संपर्क होने के कारण कोविड -19 पास बनवाकर उसकी आड़ में महिला आरोपियों को साथ लाकर इन्दौर से कार से आकर MD DRUGS का व्यापार करते थे । जो मुम्बई में होटलों से MD DRUGS क्रय-विक्रय का काम करती थी जिसके होटल में रुकने के प्रमाण होटल से लिये गये है ।
सलीम चौधरी निवासी मुंबई:- उसने यह बताया कि वह अपनी दो पत्नियों को तलाक दे चुका है एवं वर्तमान मे कई दिनो पहले तक मेहजबीन के संपर्क मे आकर उसके साथ रहने लगा था एवं उसके कहने पर MD DRUGS का सेवन करने के साथ ही इन्दौर जाकर क्रय करने लगा एवं मुंबई एवं गुजरात मे छोटी-छोटी मात्रा मे तस्करी भी करने लगा था ।
उसने यह भी बताया कि वह रईस एवं हैदर को भी अच्छे से जानता है जिनसे वह मेहजबीन के साथ कई बार MD DRUGS क्रय करने के दौरान मिला था जिसमे कई बार तो इन्दौर मे आकर होटलों मे रूकने बाद MD DRUGS के माल की QUALITY चेक करने बाद कीमत तय कर सौदा करते थे । सलीम ने यह भी बताया कि मेहजबीन का संबध जयपुर जेल मे बंद किसी अपराधी से है जिसके कहने पर वह ड्रग्स की तस्करी करती थी एवं मीरा रोड मुंबई मे छोटी –छोटी जगह सप्लाई करने लगी थी । आरोपी सलीम चौधरी पार्टीयों का शौकिन है जो महिला मित्रों के साथ ड्रग्स की पार्टीया ARRANGE करता था । आरोपी मुम्बई के Mumbai Urdu News प्रेस कार्ड का दुरउपयोग कर मुम्बई पुलिस से लॉकडाउन essential service pass बनवाकर जरुरतमंदो की मदद करने के बहाने एम.डा ड्रग्स के क्रय-विक्रय में उक्त पास का उपयोग करता था । पुर्व में गिरफ्तार आरोपी शाहीद पत्रकार द्वारा भी जम-जम न्यूज इन्दौर के द्वारा भी पत्रकारिता के आढ़ में लॉकडाउन में उपरोक्त आरोपियों से ड्रग्स का व्यापार किया जा रहा था जो गिरफ्तार आरोपी सलीम चौधरी के संपर्क में लगातार था ।
जुबेर पिता हबीब हलाई निवासी यारी रोड मुंबई महाराष्ट्र :- जुबेर ने बताया कि वह मुंबई मे पिछले 30 साल से रह रहा हैं वह रईस निवासी इन्दौर से मिलने के बाद से रूपयों की लालच एवं नशे का आदि होने के कारण MD DRUGS विक्र्य करने लगा था वह सोचने लगा था कि ड्र्ग्स के रूपयों से मुंबई मे प्रापर्टी भी खरीद लेगा । वह अधिकतर रईस से ही एमडी ड्रग्स क्रय करता था और स्वंय भी रजनीगंधा के पाउच मे मिलाकर खा भी लेता था । आरोपी रईस के एम.डी ड्रग्स के पैसे मेहजबीन से लेता था जिसे रईस को इन्दौर देने के लिये आता था । तथा आरोपी रईस के अधिकतर पैसों का लेन-देन मेहजबीन से आरोपी द्वारा किया जाता था ।
अनवर लाला पिता अल्लाहनूर शाह निवासी मुंबई:- अनवर लाला मुम्बई में कुर्ला, माहिम ,बान्द्रा में ड्रग्स पैडलर का काम करता है जो मेहजबीन के संपर्क मे आने के बाद से MD DRUGS का क्रय –विक्रय करने लगा था उसकी मेहजबीन से पहचान दिल्ली की एक किन्नर मित्र के माध्यम से हुई थी जो की पार्टी आयोजित करती थी उसी पार्टी मे मेहजबीन से परिचय हुआ था एवं MD DRUGS बेचने की योजना वही से बनाई गई थी । उसके व्दारा सलीम चौधरी एवं मेहजबीन के साथ मिलकर पिछले लगभग 16 महिनों से मुंबई मे ड्रग्स पेडलर्स का कार्य कर रहा है उसने यह भी बताया कि उसका एक साथी फैजल को कुछ दिन पहले NCB मुंबई ने ड्रग्स तस्करी मे पकड लिया था जो वर्तमान मे जेल मे बंद है । आरोपी ANC का मुखबिर बनकर मुखबिरी का आड में करता था ड्रग्स का व्यापार ।
प्रकरण अत्यंत गंभीर प्रकृत्ती का होने से वरिष्ट अधिकारियों व्दारा SIT TEAM का गठन कर उक्त प्रकरण को चिन्हित प्रकरण की श्रेणी मे शामिल किया गया है । वरिष्ट अधिकारियों के निर्देश एवं उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर उनकी अपराध मे संलिप्ता पाए जाने पर आज दिनांक तक कुल 33 आरोपीगणों की गिरफ्तारी की जा चुकी है जिसमे अधिकाशंतः म.प्र. के बाहर गुजरात, नासिक, मुंबई ,राजस्थान आदि राज्यों के है। गिरफ्तार सभी आरोपीगणों के विरूध्द प्रयाप्त साक्ष्य परिलक्षित हुए है एवं कई आरोपीगण कुख्यात गुंडे व भारतदेश के चिन्हित प्रकरण मुंबई ब्लास्ट, गुलशन हत्याकांड के आरोपी एवं हिस्ट्रीशीटर भी शामिल रहे है ।

प्रकरण की गंभीरता के कारण उक्त प्रकरण मे आरोपीगणों के बैंक खातों का सीए से आडिट करवाया जाकर वित्तीय अनुसंधान भी किया जा रहा है एवं साथ ही पूरे प्रकरण के गिरफ्तार आरोपीगणों की कॉल डिटेल निकाली जाकर टेक्कनीकल अनुसंधान भी प्रगति पर है एवं जप्तशुदा मोबाईलों का सायबर परीक्षण कर किया जा रहा है डाटा रिकवर एवं पता लगाया जा रहा है कि आरोपीगणों के कनेक्शन के तार विदेश एवं डार्क वेब से तो नही जुडे ।

आरोपीगणों व्दारा उक्त MD DRUS की लिंक मे अब तक कितने लोग शामिल रहे है एवं उसका मुख्य निर्माण कहां से हुआ एवं किस माध्यम से किन-किन लोगो को स्पलाय किया गया जिस संबध मे गहन पूछताछ की जिस पर पता चला कि उक्त MD DRUS वेद प्रकाश व्यास व्दारा तेलंगाना हैदराबाद राज्य मे मेडिकल फेक्ट्री मे करना पता चला एवं ट्रांसपोर्ट के माध्यम से दवाईयों एवं केमीकल के बीच चोरी छिपे उक्त MD DRUGS को मांग अनुसार भरकर की जाती थी उसकी तस्करी एवं कभी स्वंय ही उक्त MD ड्रग्स को कार के माध्यम से भी तस्करी करना किया स्वीकार । उक्त तस्करी का रूपया हवाला के माध्यम से किया जाता था प्राप्त जिसके सबूत आरोपीगणों के मोबाईल मे भी मिले है ।

पूरे प्रकरण मे MD DRUS की शुरूआत वेद प्रकाश व्यास तेलंगाना हेदराबाद से शुरू होकर दिनेश अग्रवाल निवासी इन्दौर एवं अक्षय अग्रवाल निवासी इन्दौर के माध्यम से विभिन्न एजेंटो के माध्यम से मंदसौर , अहमदाबाद, राज्स्थान , नासिक महाराष्ट्र के ड्रग्स तस्करों तक की जाती थी उक्त ड्रग्स की डिलेवरी ।
गिरफ्तार आरोपीगणों से बरामद मेफेड्रोन MD DRUGS की FSL जांच रिपोर्ट मे परीणाम सकारात्मक प्राप्त हुआ है
गिरफ्तार आरोपीगणों व्दारा मानव समाज को कमजोर करने वाले अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन MD DRUGS पदार्थ को लेकर बेचा जा रहा था यदि उक्त जप्त शुदा मेफेड्रोन MD DRUGS की डिलेवरी हो जाती तो कई लोग इसका सेवन करके प्रभावित होते जिसके कारण समाज के विभिन्न वर्ग के लोग उक्त ड्रग्स की नशे के आदी होते इसका अंदाजा लगाना संभव नही है। क्योंकि यह सिंथेटिक ड्रग्स है, जो कि शासन व्दारा पूर्णतः प्रतिबंध किया गया है फिर भी चोरी छिपे नवयुवा पीढी बहकावे मे आकर इस ड्रग्स को रेव पार्टीयों मे उपयोग करने लगी है,इस ड्रग्स को सूंघकर औऱ पानी में मिलाकर व इंजेक्शन और गुटका पाउच में मिलाकर लिया जाता है,जो कि उत्तेजना व मतिभ्रम के रूप में कार्य करती है। यह एक्सटेसी के नाम से भी जानी जाती है,मेफेड्रोन को आमतौर पर म्यांऊ- म्यांऊ के नाम से भी जाना जाता है। नशा करने वालो के बीच इसके कई कोडनेम है। इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढता है मदहोशी छा जाती है,ज्यादा मात्रा में एक साथ लेने पर यह जान के लिए खतरा बन जाती है। इस ड्र्ग्स के नशे की लत को छोड पाना असंभव है ।
प्रकरण मे गिरफ्तार मुख्य आरोपीगणों के नाम एवं उनकी भुमिका का विवरण निम्नलिखित है :-

क्र. आरोपी का नाम व पता आरोपी की भुमिका विवरण जप्त मश्रुका

1 दिनेश पिता नारायण लाल अग्रवाल 55 साल नि. बी ब्लाक फ्लैट नं. 406 निशदिन ओरा बिल्डिग महालक्ष्मी नगर इंदौर (म.प्र.) इन्दौर
यह मुख्य रूप से टेंट व्यवसायी एवं मुख्य खरीददार है । जो की सीधे मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास से MD DRUGS से माल खरीदता था।

2 वेद प्रकाश व्यास पिता स्वर्गीय श्री बिहारीलाल व्यास उम्र 58 साल निवासी 2-23-J- 299 नियर शिव पार्वती थिएटर, कुकटपल्ली,तिरूमालागिरी,हैदराबाद ,तेलंगाना हैदराबाद तेलंगाना , यह मुख्य आरोपी जो MR का कार्य करता था एवं फार्मा युनिट का संचालक एवं हैदराबाद मे दो मेडीकल फैक्ट्रीयां संचालित कर वहीं से MD DRUGS का निर्माण करता था एवं सीधे दिनेश अग्रवाल के पास इन्दौर भेजता था ।

3 रईस उद्दीन उर्फ रईस पिता सुलतान सलाउद्दीन उम्र 48 साल निवासी – भिस्ती मोहल्ला सदरबाजार इन्दौर(म.प्र.) इन्दौर
यह मुख्य खरीद दार दिनेश अग्रवाल के साथ मिलकर इन्दौर एवं अन्य राज्यों मे नेटवर्किंग का कार्य करता था एवं पेडलर्स की तलाश एवं नेटवर्क फैलाना का कार्य देखता था ।

4 मो. अशफाक खान उर्फ ए.सी.राज पिता अब्दुल कादर खान उम्र 45 साल निवासी –म.न. 437 आजाद नगर पुरानी जेल के पीछे (सुर्जीत किराना के पास) थाना आजाद नगर इन्दौर(म.प्र.) इन्दौर
यह मुख्य खरीद दार दिनेश अग्रवाल के साथ मिलकर इन्दौर एवं अन्य राज्यों मे नेटवर्किंग का कार्य करता था एवं पेडलर्स की तलाश एवं नेटवर्क फैलाना का कार्य देखता था एवं दिनेश अग्रवाल के साथ उसकी गाडी लेकर बतौर ड्रायवर बनकर ड्रग्स डिलींग के लिए इन्दौर के बाहर अन्य राज्यो मे जाता रहता था ।
5 मोहम्मद सरदार खान पिता हाजीवली मोहम्मद खान उम्र 42 साल निवासी म.न. 42 शहर भौईबाडा कांच की मज्जिद के पास थाना सिटी कोतवाली मंदसौर (म.प्र.) मंदसौर (नेटवर्किंग एवं ड्रग्स सप्लाई)
रईस के संपर्क मे एवं नेटवर्किंग का कार्य करना एवं पुर्व मे कई आपराधिक रिकार्ड होकर जेल मे बंद रहा है ।