नेत्रदान कर रमाबाई बाटोलिया बनीं दो नेत्रहीनों की रोशनी का कारण

रतलाम । रतलाम के ईदगाह रोड निवासी स्व. रामेश्वर बाटोलिया की धर्मपत्नी श्रीमती रमाबाई बाटोलिया का गुरुवार को दुखद निधन हो गया। इस कठिन समय में भी उनके परिजनों ने एक अत्यंत मानवतापूर्ण निर्णय लेते हुए नेत्रदान का संकल्प लिया, जिससे दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को जीवन में नई रोशनी प्राप्त होगी ।
यह पुण्य कार्य ‘नेत्रम संस्था’ के समन्वय और तत्परता से संपन्न हुआ। संस्था के हेमन्त मूणत ने जानकारी दी कि समाजसेवी संजय शर्मा (मलिक सा), रजनीश पाटीदार, हेमन्त कोठारी, धर्मेन्द्र राका (पार्षद), अजय भंडारी आदि की प्रेरणा से रमाबाई के पुत्र राजेन्द्र बाटोलिया एवं मुकेश (पिंटू) बाटोलिया सहित परिवार ने नेत्रदान की स्वीकृति दी।
इसके पश्चात बड़नगर स्थित गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ. जी.एल. ददरवाल को सूचना दी गई। डॉ. ददरवाल अपनी टीम – मनीष तलाच, चंचल पाटीदार और मोहनलाल राठौड़ के साथ रतलाम पहुंचे और संपूर्ण नेत्रदान प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
इस अवसर पर हेमन्त मूणत, शीतल भंसाली, ओमप्रकाश अग्रवाल, शलभ अग्रवाल, मीनु माथुर, प्रशांत व्यास, भगवान ढलवानी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
नेत्रम संस्था ने बाटोलिया परिवार के इस निर्णय को समाज के लिए प्रेरणास्पद उदाहरण बताते हुए सभी नागरिकों से नेत्रदान जैसे महान कार्य में सहभागी बनने की अपील की है।