मध्यप्रदेश औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में सशक्त प्रगति
रतलाम 26 जून 2025। मध्यप्रदेश अब निवेश, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में सशक्त प्रगति कर रहा है। बीते एक वर्ष में प्रदेश में बुनियादी ढाँचे के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की गई हैं। तीन नवीन हवाई अड्डों के निर्माण के साथ राज्य में कुल 8 एयरपोर्ट्स परिचालन में हैं। इंदौर मेट्रो का शुभारंभ हो चुका है, भोपाल मेट्रो शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। साथ ही, फ्लायओवरों, औद्योगिक कॉरिडोर्स तथा राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों के माध्यम से राज्य की कनेक्टिविटी को व्यापक स्तर पर सुदृढ़ किया गया है।
प्रमुख नगरों में औद्योगिक अवसरों का विस्तार
प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में औद्योगिक विकास की व्यापक संभावनाएँ साकार हो रही हैं। इंदौर को लगातार देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में स्थान प्राप्त हो रहा है और मध्यप्रदेश को स्वच्छ सर्वेक्षण में देश का दूसरा सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया है। उज्जैन, जो राज्य की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, अब फार्मास्यूटिकल, सूचना प्रौद्योगिकी तथा वेलनेस जैसे क्षेत्रों में निवेश आकर्षित कर रहा है।
प्रदेश की राजधानी भोपाल अब केवल प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र नहीं रह गई है बल्कि नवीन औद्योगिक विकास की दृष्टि से भी एक तेजी से बढ़ता हुआ शहर बन चुकी है। यहाँ ऑटोमोबाइल, कृषि-प्रसंस्करण, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है।
वहीं, रीवा, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम और शहडोल जैसे ज़िले नए औद्योगिक गंतव्य के रूप में उभर रहे हैं, जहाँ आधुनिक औद्योगिक पार्क्स, निवेश प्रस्ताव और उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले क्लस्टर्स विकसित किए जा रहे हैं।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव्स से क्षेत्रीय विकास को गति
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रथम कार्यकाल की एक महत्वपूर्ण पहल रही। राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव्स का आयोजन ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, सागर, नर्मदापुरम और शहडोल जैसे सात संभागीय क्षेत्रों में आयोजित इन आयोजनों ने प्रदेश की औद्योगिक नीति को ज़मीनी स्तर तक पहुँचाने, स्थानीय निवेश को प्रोत्साहन देने और जिला स्तर पर औद्योगिक संवाद स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। इन्हीं आयोजनों की सफलता को आधार बनाते हुए एमपी राइज 2025 की परिकल्पना की गई है, जो औद्योगिक निवेश के साथ-साथ कौशल विकास एवं रोजगार से जुड़ी पहलुओं को भी सम्मिलित करता है।
एमपी राइज 2025: रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव : समावेशी विकास का मॉडल
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की सफलता को आधार बनाते हुए और एक व्यापक विजन को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी द्वारा वर्ष 2025 को ‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष’ घोषित किया गया।
इसी क्रम में प्रदेश में औद्योगिक विकास, कौशल उन्नयन और रोजगार सृजन को समर्पित एक नई पहल के रूप में ‘एमपी राइज 2025’ रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है जो केवल औद्योगिक निवेश तक सीमित नहीं है बल्कि कौशल विकास, रोजगार सृजन और स्वरोजगार को सशक्त बनाने की दिशा में एक समन्वित प्रयास है।
इस श्रृंखला का प्रथम आयोजन 27 जून 2025 को रतलाम में प्रस्तावित है। यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यही दिन अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के रूप में मनाया जाता है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एमएसएमई किसी भी राज्य की आर्थिक बुनियाद होते हैं, न केवल वे लाखों लोगों को रोज़गार प्रदान करते हैं बल्कि नवाचार, निर्यात और स्थानीय विकास को भी गति देते हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इसी दिन एमएसएमई सेक्टर के प्रोत्साहन और मान्यता हेतु इस कॉन्क्लेव का आयोजन एक दूरदर्शी और नीति-समर्पित कदम है।
एमपी राइज 2025 के अंतर्गत इस वर्ष रतलाम के साथ-साथ छिंदवाड़ा, मुरैना तथा सतना में भी कॉन्क्लेव प्रस्तावित है। इन आयोजनों के माध्यम से औद्योगिक विकास, युवाओं को रोजगार, महिलाओं को स्वरोजगार एवं निवेशकों को सुविधा और समर्थन सुनिश्चित किया जाएगा।
समेकित एवं संतुलित क्षेत्रीय विकास की ओर
एमपी राइज 2025 केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह उद्योग, नीति, प्रशिक्षण और सामाजिक समावेश का एक जमीनी प्लेटफॉर्म है। इस बार के आयोजनों की श्रृंखला में रतलाम के पश्चात छिंदवाड़ा, मुरैना और सतना को शामिल किया गया है। जिससे प्रदेश के विविध क्षेत्रों में औद्योगिक व कौशलगत संतुलन स्थापित किया जा सके। इन आयोजनों के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर, महिलाओं को स्वरोजगार का संबल और निवेशकों को स्पष्ट दिशा व सरकारी समर्थन प्राप्त होगा।
आयोजन की मुख्य गतिविधियाँ
एमपी राइज 2025 की संरचना पूर्व के आयोजनों से अधिक समावेशी, व्यावहारिक और निष्पादनपरक है। रतलाम में आयोजित होने वाले एमपी राइज 2025 कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री, डॉ मोहन यादव, मुख्य अतिथि होंगे। भूमिपूजन, लोकार्पण एवं एमओयू हस्ताक्षर के साथ-साथ युवाओं को स्वरोजगार राशि वितरण, रोजगार ऑफर लेटर वितरित किए जाएंगे, प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी साझा की जाएगी और लाभार्थियों के अनुभवों से सीधा संवाद किया जाएगा।
विभिन्न विभागीय सत्रों के साथ, माननीय मुख्यमंत्री के साथ निवेशकों की वन-टू-वन बैठकें भी आयोजित होंगी, वृहद एक्सिबिशन के माध्यम से स्टार्टअप नवाचार, उत्पादों की प्रदर्शनी, विभागीय योजनाओं की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
मुख्यमंत्री का विज़न सहभागी और आत्मनिर्भर विकास की दिशा में
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यह दूरदृष्टि है कि मध्यप्रदेश केवल निवेश आमंत्रित करने वाला राज्य नहीं बल्कि उद्योग, कौशल और रोजगार को एक साथ साधने वाला आदर्श राज्य बने। एमपी राइज 2025 उसी दिशा में एक सशक्त कदम है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि प्रदेश का विकास सांकेतिक नहीं बल्कि सहभागी और सतत् हो जिसमें सरकार, समाज और उद्योग मिलकर एक समावेशी, सहभागी और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की नींव रख रहे हैं।