रतलाम । रतलाम शहर ने एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। लोहार रोड हरदेव लाला पिपली निवासी श्रीमती कांता देवी राठौर का मंगलवार को दुखद निधन हो गया। इस दुःखद क्षण में भी उनके परिवार ने एक साहसी और मानवतापूर्ण निर्णय लेते हुए नेत्रदान का संकल्प लिया, जिससे दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को नई रोशनी प्राप्त होगी।
राठौर परिवार के इस पुण्य कार्य को ‘नेत्रम संस्था’ ने तत्परता से क्रियान्वित किया। संस्था के हेमन्त मूणत ने बताया कि समाजसेवी गोपाल राठौर पतरा वाला ने कांता देवी राठौर के पुत्र हितेश राठौर (चिंटू) पौत्र आयुष राठौर एवं परिजनों को नेत्रदान हेतु प्रेरित किया।
परिवार की सहमति प्राप्त होने के पश्चात, बड़नगर स्थित गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ. जी.एल. ददरवाल को सूचना दी गई। डॉ. ददरवाल,मनीष तलाच, मोहनलाल राठौड़ के साथ रतलाम पहुंचे और पूरी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।
इस पुनीत कार्य के अवसर पर हेमन्त मूणत,नवनीत मेहता, ओमप्रकाश अग्रवाल, गोपाल राठौड़ (पतरा वाला), शलभ अग्रवाल, यशवंत यशवंत पावेचा,मीनु माथुर,प्रशान्त व्यास,शिवम माथुर, भगवान ढलवानी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
नेत्रम संस्था ने राठौर परिवार के इस निर्णय को समाज के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण बताते हुए सभी नागरिकों से नेत्रदान जैसे महान कार्य में भाग लेने की अपील की है।