रतलाम। महिला एवं बाल विकास विभाग रतलाम ग्रामीण 2 के अन्तर्गत पोषण भी पढ़ाई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय बेच का आयोजन किया जा रहा है । आज कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक एल.एन. कंडवाल द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया गया। साथ ही श्री कंडवाल द्वारा उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को ई.सी.सी.ई. गतिविधियों को बेहतर करने हेतु आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विस्तृत रूप से समझाईश दी गई । विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा द्वारा उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि वे नियमित रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अनौपचारिक शिक्षा अनिवार्य रूप से देवे जिससे बच्चों का सम्पूर्ण विकास हो सके।
कार्यक्रम में प्रशिक्षण दे रही मास्टर ट्रेनर श्रीमती रेखा व्यास द्वारा प्रशिक्षार्थियों को ग्रुप में बिठाकर विषय वस्तु के अनुसार चार्ट पेपर बनवाएं गए। श्रीमती गायत्री शर्मा द्वारा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को क्या-क्या सावधानी रखना जरूरी है तथा पौष्टिक आहार के महत्व के बारे में जानकारी दी गई । श्रीमती ज्योसना द्वारा 100 दिवस के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया । श्रीमती वनिता सिंधु द्वारा बच्चों की आंगनवाड़ी केंद्रों पर कराई जाने वाली गतिविधियों, खेल-खेल में शिक्षा के बारे में बताया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती शशिकला मंडरा द्वारा उपस्थिति प्रशिक्षणार्थियों को ई.सी.सी.ई. को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर समय सारणी अनुसार कराए जाने हेतु जानकारी दी तथा गीत, कहानी, खेल, कविता के माध्यम से ई.सी.सी.ई. को बेहतर बनाए जाने हेतु समझाइश दी गई ।
परियोजना रतलाम ग्रामीण -2 की परियोजना अधिकारी श्रीमती प्रेमलता माकल द्वारा बनाई गई ई.सी.सी.ई. सामग्री का अवलोकन किया और वेस्ट मटेरियल से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सामग्री बनवाकर ई.सी.सी.ई. को बेहतर बनाने का आह्वान किया ।