स्वैच्छिक संगठनों का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

रतलाम 28 फरवरी । म.प्र. जन अभियान परिषद के अन्तर्गत स्वैच्छिक संगठनों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कलेक्ट्रेट सभागृह रतलाम में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण की अध्यक्षता कलेक्टर श्री राजेश बाथम द्वारा की गई। परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय द्वारा स्वागत उदबोधन एवं प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
म.प्र. जन अभियान परिषद संभाग समन्वयक राज्य स्तर से श्री अमिताभ श्रीवास्तव, संभाग समन्वयक उज्जैन श्री शिवप्रसाद मालवीय, जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय, विशेष अतिथि गायत्री परिवारयुवा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री विवेक चौधरी, पतंजलि युवा भारत के प्रदेश प्रभारी श्री प्रेमाराम पुनिया, नवांकुर चयन समिति के सदस्य समाजसेवी श्री मनीष सुरेखा, सुश्री सुनीता छाजेड, समाजसेवी श्री गोविंद काकानी, परिषद के पूर्व जिला उपाध्यक्ष श्री अभय कोठारी जावरा उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने कहा कि स्वैच्छिक संगठनों की शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन महत्ती भूमिका है। जिलें में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों के बेहतर कार्यो को संकलित कर भविष्य में स्मारिका प्रकाशित की जाएगी ताकि समाजसेवा के कार्यो को भावी पीढी भी जान सके। शासन और समाज के बीच परिषद की भूमिका सेतु की है।
कलेक्टर श्री बाथम ने इस अवसर पर कहा कि जिले एनजीओ द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है उनके कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन कराया जाएगा राज्य शासन की मंशाअनुसार एवं जनकल्याण की भावना से सभी कार्य किया जाना है इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा भी हर संभव कार्य किया जाएगा कलेक्टर ने कहा कि अशासकीय संस्थाएं परस्पर सहयोग से शासन की मंशा अनुसार कार्य करें
श्री अमिताभ श्रीवास्तव ने कहा कि लोक संग्रह सबसे बडी विधा है। गीत एवं कहानी के माध्यम से हम समाज में अपनी एक पहचाने बना सकते है। समाज कार्य हमको दिल एवं दिमाग से करना होगा क्योकि समाज हमारा मूल्यांकन करता है। स्वैच्छिक संगठन पारदर्शी होने के साथ दस्तावेजीकरण एवं गतिविधि आधारित बनाना होगा, निरंतर गतिविधि से हम गांव को परिवर्तन करने एवं आदर्श गांव बनाने के लिए तैयार कर पाएंगे।
संभाग समन्वयक श्री शिवप्रसाद मालवीय ने जन अभियान परिषद के उदेश्य औेर योजनाओं जिसमें प्रस्फुटन, नवांकुर सजृन समि्द्ध दृष्टि एवं संवाद एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठयक्रम विस्तृत जानकारी दी। साथ ही स्वयंसेवी संगठनो की संरचना औेर प्रबंधन एनजीओ रजिस्ट्रेशन 1973 धारा 27 व 28, 80 जी, 12 ए के अलावा वार्षिक प्रतिवेदन साधारण सभा की बैठक प्रबंधन कार्यकरणी बैठक एवं अन्य दस्तावेजिकरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
लेखापाल सहलिपिक श्री महावीर बैरागी ने स्वैच्छिक संगठनों के महत्वपूर्ण नियम दस्तावेजीकरण, एनजीओ प्रबंधन एवं सीएसआर आदि की जानकारी दी। सामाजिक अंकेक्षण के बारें में जिला पंचायत से श्री दिनेश मोरवाल द्वारा जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में विकासखण्ड समन्वयक श्री शैलेन्द्रसिंह सोलंकी, श्री युवराज सिंह पंवार, श्री निर्मल कुमार अमलियार, श्री शिवशंकर शर्मा, श्री मुकेश कटारिया, श्री रतनलाल चरपोटा, श्री विजयेश राठौड एवं स्वैच्छिक संगठनों व नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि बडी संख्या में उपस्थित रहे। विभिन्न संस्थाओं द्वारा कलेक्टर श्री बाथम को स्मृति चिन्ह, पुस्तके आदि भेंट की गई। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
स्वैच्छिक संगठनों को म.प्र. जन अभियान परिषद का परिचय एवं परिषद में संचालित योजना एवं कार्यक्रम, स्वैच्छिक संगठनों का महत्वपूर्ण अधिनियमों में पंजीयन एवं स्वैच्छिक संगठनों का महत्वपूर्ण अधिनियमों में पंजीयन निगमित सामाजिक उत्त्रदायित्व (सीएसआर) आदर्श ग्राम की परिकल्पना आदर्श ग्राम की परिकल्पना सामाजिक अंकेक्षण एवं प्रभाव का आंकलन आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विमर्श के माध्यम से स्वैच्छिक संगठनों ने अपने कार्यो के बारें में विस्तृत से सदन को अवगत कराया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय ने किया एवं आभार विकासखण्ड समन्वयक श्री रतनलाल चरपोटा ने माना।