रतलाम । जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग रतलाम के द्वारा जिलें में समाज और विशेषकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए उन्हें नशा त्यागने के लिए प्रेरित करनें हेतु महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को मद्य निषेध संकल्प दिवस पर वृहद स्तर पर नशामुक्ति संकल्प व विभिन्न आयोजन जिलें के विभिन्न शासकीय विद्यालयों व महाविद्यालयों में आयोजित कियें गयें इसी तारतम्य में जिला मुख्यालय पर शासकीय आईटीआई परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा भारत के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की स्मृति में प्रात: 11.00 बजें 02 मिनट का मौन धारण करवाया गया।
उपसंचालक सामाजिक न्याय श्रीमति संध्या शर्मा ने बताया है कि मद्य निषेध संकल्प दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज और विशेषकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए उन्हें नशा त्यागने के लिए प्रेरित करना है। जिलें में विभिन्न गतिविधियां जैसे नशामुक्ति की संकल्प, सेमिनार, रैली, प्रदर्शनी, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन, पोस्टर प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। आयोजन में उपस्थित व्यक्तियों को मादक पदार्थों और मदिरा त्यागने का संकल्प दिलाया गया इस पहल का उद्देश्य प्रदेश में नशामुक्ति का वातावरण निर्मित करना है।
नशा मुक्त भारत अभियान के नोडल अधिकारी एवं जिला समन्वयक म.प्र. जन अभियान परिषद ने बताया कि नशामुक्त भारत अभियान के तहत नशामुक्ति हेल्प लाइन नंबर 14446 है व शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में नशामुक्ति केन्द्र का संचालन किया जा रहा है जहां से नशें से ग्रस्ति व्यक्तियों का उपचार लाभ प्राप्त कर सकते है। आईटीआई प्राचार्य श्री यू.पी. अहिरवार ने बताया कि नशा युवाओ के लिये अभिशाप है। नशा शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक नुकसान पहॅुचाता है नशें से युवाओं को हर तरह के नशें से बचना चाहिए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कलापथक दल के द्वारा सांस्कृतिक गतिविधि के तहत नशा ना करना मान लो कहना गीत के बोल पर सभी युवाओं को नशामुक्ति के लियें प्रेरित किया गया तथा आईटीआई प्राचार्य के श्री अहिरवार के द्वारा नशामुक्ति का संकल्प दिलाया गया। विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों में भी नशामुक्ति संकल्प दिवस का आयोजन में तहत चित्रकला, वाद विवाद प्रतियोगिता, सायकल रैली, मानव श्रंखला, जागरूकता रैली, नशामुक्ति हेल्प लाइन का प्रचार प्रसार, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि के आयोजन हुए। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग के कलापथक दल के सदस्य व अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहे।