विक्टर एक्सेलसेन ने सर्वाधिक तीन बार भारतीय खुली स्पर्धा जीतने के मलेशियाई ली चोंग वेई के कीर्तिमान की बराबरी की

एन से युंग दूसरी बार योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर-750 स्पर्धा विजेता

नई दिल्ली (‌धर्मेश यशलहा)। 31 वर्षीय विक्टर एक्सेलसेन और 22 वर्षीय एन से युंग ने योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर-750 बैडमिंटन स्पर्धा में अपनी श्रेष्ठता पुनः कायम की, डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन ने सर्वाधिक तीन बार यह स्पर्धा जीतने के मलेशिया के ली चोंग वेई के कीर्तिमान की बराबरी की तो,कोरिया की एन से युंग ने दूसरी बार यह स्पर्धा जीती, पांचों खिताब अलग-अलग देशों को मिले, युगल में जापान,मलेशिया और चीन की जोड़ी जीती।
नईदिल्ली के इंदिरा गांधी खेल परिसर के.के.डी.जाधव इनडोर स्टेडियम में पुरुष युगल के अलावा सभी फाइनल दो गेमों में ही हो गए। ओलंपिक विजेता, तीसरे क्रम के विक्टर एक्सेलसेन ने पुरुष एकल फाइनल में गत उपविजेता, विश्व नंबर 20 हांगकांग के ली चेयुक यियु को 41 मिनट में 21-16,21-8 से हराया। विक्टर के शक्तिशाली स्मैशों का ली चेयुक के पास कोई जवाब नहीं था, विक्टर ने पहले गेम में 2-6 से पिछड़ने के बाद 11-8और 16-10 की बढ़त ली, दूसरे गेम में विक्टर 11-5 और 17-6 से आगे होकर जीत गए, विक्टर 10 सालों में छठवीं बार फाइनल खेले, 2017 में विक्टर हमवतन एंडर्स एंटोन्सेन को 21-17,21-14 से और 2019 में किदांबी श्रीकांत को 21-7, 22-20 से हराकर जीते थे,2015,2016 और 2023 में वे उपविजेता रहे, विक्टर से पहले मलेशिया के ली चोंग वेई भी लगातार चार साल फाइनल खेले एवं 2011,2013और 2014 में जीते, विक्टर अपनी इस खिताबी जीत से बहुत खुश हैं। वे पिछले सप्ताह मलेशिया खुली स्पर्धा के पहले दौर में ली चेयुक यियु से 17-21,13-21 से हार गए थे, विक्टर को खिताबी जीत पर 66,500 डॉलर इनामी राशि मिली, विक्टर के नाम यह 60वें फाइनल में 43 वां अंतरराष्ट्रीय खिताब हैं, उन्होंने चौथा सुपर-750 खिताब जीता हैं,2023 में जोनाटन क्रिस्टी को ही फाइनल में 21-7,21-18 से हराकर जापान खुली सुपर-750 स्पर्धा जीती,2023 में विक्टर योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर-750 स्पर्धा के फाइनल में थाईलैंड के कुन्लावुत वितिद्सर्न 20-22,21-10,12-21से हार गए थे, विक्टर एक्सेलसेन ने जीत के बाद कहा “पेरिस ओलंपिक के बाद मैं अपनी चोट से परेशान रहा, इस सप्ताह की जीत से मुझे महसूस हो रहा है की मुझे मेरे खेल की लय फिर से मिल रही हैं, मैं खिताब जीतने और यहां के दर्शकों हैं मिले समर्थन से खुश हूं।”

इस साल एन से युंग ने सभी मैच बिना गेम गंवाए जीते

ओलंपिक और विश्व विजेता, विश्व नंबर एक एन से युंग ने महिला एकल फाइनल में विश्व नंबर 14, आठवें क्रम की थाईलैंड की पोर्नपवी चोचुवांग को 40 मिनट में 21-12,21-9 से हराया, एन ने पहले गेम में 11-4 और 20-9 की एवं दूसरे गेम में 7-1 कुछ बढ़त ली, एन की पोर्नपवी पर 10वें मुकाबले में 10 वीं जीत है, एन ने 2023 में इस स्पर्धा के फाइनल में जापान की अकाने यामागुची को 15-21,21-16,21-12 से हराया था, इस साल लगातार दूसरा खिताब एन ने सभी 10 मैचों में एक भी गेम गंवाए बिना जीता हैं, पिछले सप्ताह मलेशिया खुली सुपर-1,000 स्पर्धा एन ने जीती है, वे पिछले साल पेरिस ओलंपिक के बाद चीन की वांग झि यि से दो बार हार गई थी।

तीसरी स्पर्धा में ही खिताब

जापान की नई जोड़ी अरिसा इगाराशि और आयको साकुरोमोतो ने महिला युगल फाइनल में आठवें क्रम की कोरिया की किम हये जेओंग और कोंग ही योंग को46 मिनट में 21-15,21-13 से हराया, इस जापानी जोडी की साथ में यह तीसरी स्पर्धा ही हैं और वे चार उलटफेर कर जीती हैं, उन्होंने पहले दौर में विश्व नंबर 9 भारत की ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद को हराया, क्वार्टर फाइनल में ओलंपिक रजत पदक प्राप्त,विश्व नंबर 2, पहले क्रम की चीन की लियु शेंग शु और तांग निंग को दो गेमों में हरा कर उलटफेर किया,यह चीनी जोड़ी पिछली 16 में से 14 स्पर्धाओं में सेमीफाइनल खेली हैं, पिछले साल सितम्बर में चीन खुली स्पर्धा के ही क्वार्टर फाइनल में हारी थी, इसके बाद अब क्वार्टर फाइनल में हारी हैं, जापानी जोडी ने पिछले साल कुमामोतो मास्टर्स जापान स्पर्धा के योग्यता चक्र से ही साथ में खेलना शुरु किया हैं।

जीत “बैडमिंटन डैडीज” को समर्पित

विश्व नंबर 2, तीसरे क्रम के मलेशिया के गोह स्झे फेईऔर नुर इझ्झुद्दीन ने पुरुष युगल फाइनल में कोरिया के सेओ सेयुंग जाई और किम वोन हो को 52 मिनट में 21-15 ,13-21, 21-16 से हराकर लगातार दूसरा खिताब जीतने नहीं दिया, खंडित जापानी जोड़ी ने पिछले सप्ताह मलेशिया खुली स्पर्धा जीती है, सेओ ने केंग मिन ह्युक के साथ पिछले साल यह स्पर्धा जीती थी,गोह और नूर यह स्पर्धा जीतने वाली मलेशिया की तीसरी पुरुष युगल जोड़ी हैं,वे पिछले साल चीन खुली सुपर- 1,000, जापान खुली सुपर-750और आर्क्टिक खुली सुपर-500 स्पर्धा जीतने के साथ ही विश्व टूर फाइनल्स 2024 स्पर्धा में उपविजेता रहे हैं, उन्होंने यह दूसरा सुपर-750 खिताब जीता है।
गोह स्झे फेईऔर नुर इझ्झुद्दीन ने अपनी यह जीत “बैडमिंटन डैडीज” इंडोनेशिया के हैड्रा सेतियवान और मोहम्मद एहसान को समर्पित की हैं, उन्होंने बताया कि “पूर्व विश्व विजेता और पूर्व विश्व नंबर एक हैड्रा और एहसान इस सप्ताह इंडोनेशिया मास्टर्स स्पर्धा में संन्यास लेने वाले हैं,” हैड्रा 40 और एहसान 37 वर्षीय है, वे इस समय विश्व नंबर 13 है।
मिश्रित युगल के फाइनल में दूसरे क्रम के चीन के जिआंग झेन बांग और वेई या झिन ने विश्व नंबर 12 फ्रांस के थोम जिक्युएल और डेल्फिने डेलरुई को 43 मिनट में 21-18,21-17 से हराया, भारतीय बैडमिंटन संगठन महासचिव संजय मिश्रा, उपाध्यक्ष अजय सिंघानिया, योनेक्स सनराइज भारत के प्रबंध निदेशक विक्रम धर, योनेक्स के क्षेत्रीय निदेशक डी के सेठ आदि ने पुरस्कार वितरण किया।

इंडोनेशिया मास्टर्स में सात्विक और चिराग को चौथा क्रम एवं सिंधु को सातवां क्रम

इंडोनेशिया मास्टर्स सुपर-500 बैडमिंटन स्पर्धा 21 से 26 जनवरी तक होगी, इस साल की दो स्पर्धाओं में लगातार सेमीफाइनल खेले विश्व नंबर 9 सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को पुरुष युगल में चौथा क्रम मिला है, उन्हें आसान ड्रा मिला है, सेमीफाइनल पहले क्रम के फजर अल्फैन और मुहम्मद रिआन अरदिआन्तो सहित इंडोनेशियाई जोड़ी से हो सकता है, पहले दौर में ताईपेई जोड़ी झि या चेन और यु चिएह लिन से खेलना है, पूर्व विश्व विजेता मलेशिया के आरोन चिआ और सोह वूई यिक को दूसरा क्रम है, पुरुष एकल में भारत से लक्ष्य सेन और प्रियांशु राजावत ही मुख्य चक्र में हैं, प्रियांशु को छठवें क्रम के जापान के कोदाई नाराओका से पहले दौर में खेलना है, किरण जार्ज और किदांबी श्रीकांत को योग्यता चक्र के पहले दौर में ही आपस में खेलना हैं, मुख्य चक्र के खिलाड़ी की नाम वापसी पर एक भारतीय खिलाड़ी को मुख्य चक्र में सीधे प्रवेश मिल सकता है, चीन के शी युकी को पहला क्रम और डेनमार्क के एंडर्स एंटोन्सेन को दूसरा क्रम हैं, इंडोनेशिया के जोनाटन क्रिस्टी को तीसरा क्रम, विश्व विजेता थाईलैंड के कुन्लावुत वितिद्सर्न को चौथा क्रम और चीन के लि शि फेंग को पांचवां क्रम मिला हैं।
महिला एकल में सातवें क्रम की पी वी सिंधु को पहले दौर में ताईपेई की सुंग शुओ युन से खेलना है, दूसरे दौर में डेनमार्क की लिने क्रिस्टोफेर्सेन और क्वार्टर फाइनल तीसरे क्रम की जापान की तोमोका मियाझकि से संभावित हैं, भारत की मालविका बंसोड़ पहले दौर में पहले क्रम की चीन की वांग झि यि से और अनुपमा उपाध्याय पहले दौर में दूसरे क्रम की इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मरिस्का तुनजुंग से खेलेगी, आकर्षी कश्यप को पहले दौर में पूर्व विश्व विजेता नोझोमि ओकुहारा से खेलना है, योग्यता चक्र में रक्षिता श्री संतोष रामराज और ईसरानी बरुआ को आपस में खेलना हैं, तान्या हेमंत भी योग्यता चक्र में हैं, तनिषा क्रास्टो, अश्विनी पोनप्पा के साथ महिला युगल और ध्रुव कपिला के साथ मिश्रित युगल में खेलेगी, मिश्रित युगल में रोहन कपूर और रुतविका शिवानी भी मिश्रित युगल के मुख्य चक्र में हैं।

पहले विश्व कप खो खो के दोनों खिताब भारत को

नईदिल्ली के इंदिरा गांधी खेल परिसर के इनडोर स्टेडियम में ही भारत ने पहले विश्व कप खो खो स्पर्धा में महिला और पुरुष खिताब हासिल कर दोहरी सफलता अर्जित की, फाइनल में भारत ने नेपाल को पुरुषों में 54-36अंकों से और महिलाओं में 78-40 अंकों से हराया, भारत ने पुरुषों के सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 62-46से और क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका को 100-40 से पराजित किया, समूह लीग में भारत ने नेपाल को 42-37 से, ब्राजील को66-34 से, पेरु को 70-34 से और भूटान को 71-34 से हराया। महिलाओं में भारत ने सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 66-16 से और क्वार्टर फाइनल में बंग्लादेश को 109-16 से हराया, समूह लीग में भारत ने दक्षिण कोरिया को 176-18, ईरान को 100-16 और मलेशिया को 100-20 से शिकस्त दी,13 से 19 जनवरी तक हुई इस स्पर्धा में पुरुषों में 20 और महिलाओं में 19 देशों की टीमों ने हिस्सा लिया, भारतीय खेल खो खो की पहली विश्व कप स्पर्धा का आयोजन करना सराहनीय हैं। यह तो बहुत पहले ही हो जाना था, भारतीय खेलों कबड्डी, खो-खो, कैरम को बढ़ावा देना चाहिए ।