हिंदुओं का जन्म सेवा कार्यों के प्रगतिकरण के लिए हुआ इसमें मोक्ष और जगत का कल्याण भी छुपा- गुणवंत कोठारी
– वैदिक मंन्त्रोचार के बीच नारी शक्ति को समर्पित पांच दिवसीय सेवा मेले मैं तैयारियों का श्री गणेश, भूमि पूजन हुआ
– हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान इन्दौर द्वारा आयोजित मेले में साधु-संतों के सान्निध्य में विद्वान पंडि़तों ने किए मंत्रोच्चार,स्वच्छ इंदौर और सँस्कारित इंदौर बनाएंगे
इन्दौर। हिंदू धर्म में सेवा को प्राथमिकता दी गई है। सेवा क्यों करनी चाहिए ? इससे न केवल मोक्ष की प्राप्ति होती है बल्कि जगत का भी कल्याण होता है। हिंदुओं का जन्म सेवा कार्यों के प्रगतिकरण के लिए हुआ है। सेवा भावना दिव्य शक्ति के जागरण का आधार बनती है। यह वक्तव्य हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान इन्दौर द्वारा आयोजित सेवा मेले के भूमि पूजन में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे गुणवंत सिंह जी कोठारी ने कहे। उन्होंने उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों से कहा कि यह अद्भुत संयोग है कि इस मेले में हिंदू दर्शन और हिंदू समाज का समन्वय देखने को मिलेगा। यह सिर्फ भारत में ही मिलेगा कि जहां एक ही घर में अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा सभी भगवान का पूजन किया जाता है। वहीं मालवा प्रांत राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कार्यवाहक विनीत नवाथे ने कहा कि मातृ देवो भव की भावना से मेले का आयोजन होगा। भारत के वेदो और उपनिषदो में ज्ञान का बहुत भंडार हैं। जिस तरह दुनिया के देशो में कितना सोना हैं। भारत के परिवारों और मंदिर में जो सोना हैं उतना सोना किसी देश में नहीं होगा। भारत को सोने की चिडिय़ा कहा जाता है हमारे देश में स्वर्ण का भंडार होने के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति व सभ्यता का समागम भी यहां लोगों में देखा जा सकता है। ज्ञान-विज्ञान को जोडऩे के बाद हमारा देश सेवा और संस्कृति का सिरमौर बन जाएगा। आज भी भारत के सेवा कार्यों की बराबारी कोई नही कर सकता। हिन्दू ही सेवा कार्य करता हैं। हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के चेयरमेन विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप) ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि गुजराती नववर्ष की शुरूआत के साथ मेले का भूमि पूजन आज हम कर रहे हैं। इस मेले में सेवा और संस्कार का मिलन होगा। सेवा के साथ-साथ संस्कार भी जरूरी हैं इस मेले में भी सेवा और संस्कार का समागम दिखेगा।
पांच हजार बालिकाओं का पथ संचलन
हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा (गुरूजी ठंडाई), सचिव विनोद बिड़ला, सहसचिव चंद्रमोहन दुबे एवं प्रचार प्रमुख जवाहर मंगवानी ने बताया कि नारी शक्ति को समर्पित सेवा मेले का भूमि पूजन आज प्रात: 10 बजे लालबाग परिसर में साधु-संतों के सान्निध्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। मुख्य अतिथियों द्वारा साधु-संतों के सान्निध्य एवं विद्वान पंडि़तों के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रोच्चार बीच पांच दिवसीय सेवा मेले का भूमि पूजन किया एवं मेले की नींव रखी। इस दौरान मठ मंदिर, जाति बिरादरी और संगठनों द्वारा लोकहित में किए जा रहे सेवा कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया। मंजूशा जोहरी ने कहा की आयोजन में विद्यालयींन बच्चे भी शामिल होंगे। शस्त्र प्रशिक्षणरती बालिकाओं द्वारा पथ संचलन किया जाएगा। भूमि पूजन के अवसर पर पंडितों के मंत्र उच्चारण के बीच कई विद्वान उपस्थित थे। सचिव विनोद ज़ी बिड़ला ने कहा की मेले का उद्देश्य और मेले की थीम नारी शक्ति पर होगी। 5 दिन में 15 कार्यक्रम होंगे। 24 नवंबर को 21 हजार कन्याओं का पूजन होगा जिसमें महिशासूर मर्दनी स्रोत का वाचन किया जाएगा। लालबाग में लगने वाले पांच दिवसीय सेवा मेला नारी शक्ति को समर्पित रहेगा। मेले में नैतिक एवं पारिवारिक मूल्यों पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। सेवा मेले में भूमिपूजन के दौरान महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज, पंडि़त दिपेश व्यास, पं. पवन शर्मा, पं. योगेंद्र महंत, दादू महाराज, चिन्मयानंदजी महाराज, बालकदास महाराज, प्रवीणाचार्य महाराज, अण्णाजी, योगेशजी महाराज, जयेशदास महाराज, गायत्री परिवार के साधकगण, अशोक भट्टजी, सचिन बघेल, राकेश जी राठौर, विकास मिश्रा, मनीष निगम, अनूप शुक्ला, सरस्वतीजी, डेवीश जी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अरविंद बंडी ने किया एवं आभार राधेश्याम शर्मा ने माना।
गर्भवती महिलाओं का 16 संस्कार किया जाएगा
1 नंबर को 25हजार महिलाओं के रजिस्ट्रेशन के साथ 5 हजार गर्भवती महिलाओं का सम्मान किया जाएगा और उन्हें 16 तरह के गर्भ संस्कारों की शिक्षा भी दी जाएगी ।जिसकी योगेंद्र महंत ज़ी पूरी व्यवस्था देखेंगे। प्रचार प्रमुख जवाहर मांगवानी ने बताया कि 300 चार पहिया वाहन 2000 दो पहिया वाहन रखने की व्यवस्था रहेगी ,साथ ही मेले में नारी शक्ति सेवा स्टालों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी ।आने वाले दर्शकों को परेशानी ना हो इसके लिए पूछताछ केंद्र,वीआईपी लांज ,कॉन्फ्रेंस हॉल,मीडिया सेंटर के साथ प्राथमिक स्वास्थ सुविधा केंन्द्र भी बनाया जा रहा है ।शुद्ध पेय जल की व्यवस्था ,सेल्फी पाइंट के साथ महापुरुष के जीवन पर आधारित डॉक्युमेंट्री दिखाने के लिए 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेंगी। 150 स्टॉल,15000 लोगो की बैठक व्यवस्था और खाने पीने के स्टॉल के साथ विभिन्न संस्कारों पर आधारित नृत्य नाटिकाएं और कई आयोजन किए जाएंगे ।
5 दिन कई सांस्कृतिक रंग
आयोजित सेवा मेला में 28 नवंबर को नारी सम्मान शौर्य यात्रा के आयोजन के साथ मेले का उद्घाटन सत्र आयोजित किया जाएगा ।29 नवंबर को छात्रों द्वारा आचार्य वंदन करने के साथ स्रोत पाठ होगा। 20 महाविद्यालय के छात्र अपने-अपने बैंड दल के साथ देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति देंगे ।वही 30 नवंबर को हिंदू युवा सम्मेलन के तहत रग-रग हिंदू मेरा परिचय कार्यक्रम का आयोजन पूज्य धीरेंद्र शास्त्री के सानिध्य में युवाओं का समागम आयोजित किया जाएगा ।1 नवंबर को मातृ पितृ वंदन के साथ मातृत्व सम्मान का आयोजन होगा और 2 नवंबर को समापन अवसर के साथ मेले की समाप्ति होगी।