हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन का दो दिवसीय आयोजन
युवाओं के हाथों होगा कन्याओं का वंदन, पूजन व पाद- पक्षालन, शहर की चारों दिशाओं में होगा कार्यक्रम
– गरबा संचालकों, मठ-मंदिरों, समाज, रहवासी संघ के साथ ही सेवा बस्तियों में दो दिन तक होगा कन्याओं का पूजन, सेवा भारती से जुड़े सदस्य भी बनेंगे कन्या वंदन कार्यक्रम में सहभागी
– 400 स्थानों पर सुबह-शाम दो दिन तक चलेगा वंदन व पूजन का क्रम, 280 वक्ता करेंगे युवतियों व आमजनों को संबोधित, युवाओं को नारी सम्मान की शपथ भी दिलाएंगे
इन्दौर । हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन द्वारा नारी शक्ति की अस्मिता, मान सम्मान, मर्यादा एवं उनकी गरिमा कायम रखने तथा उन्हें संबल प्रदान करने के उद्देश्य से दो दिवसीय कन्या वंदन, पुजन व पाद-पक्षालन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 5 एवं 6 अक्टूबर को होने वाले 1 लाख कन्याओं के पूजन की तैयारियां पूर्ण को जा चुकी है। शहर की चारों दिशाओं में होने वाले इस कार्यक्रम की शुरूआत साधु-संतों के सान्निध्य एवं विद्वान पंडितों के मार्गदर्शन में होगी। कन्या पूजन में सामाजिक, धार्मिक, साहित्य, चिकित्सा, शिक्षा जगत से जुड़ी हस्तियों के साथ ही आमजन व मातृशक्ति भी बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी। कन्या पूजन कार्यक्रम में 15 से 20 वर्ष के युवाओं से आग्रह किया गया है कि वह भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर कन्याओं का वंदन, पूजन व पाद-पक्षालन अपने हाथों से करें।
हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के चेयरमेन विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा (गुरूजी ठंडाई), सचिव विनोद बिड़ला, सहसचिव चंद्रमोहन दुबे एवं मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानों ने बताया कि इन्दौर की धरा पर पहली बार वृहद स्तर पर कन्या वंदन, पूजन एवं पाद-पक्षालन का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिसमें सभी गरचा संचालकों, मठ-मंदिरों, समाज-जाति, रहवासी संघ के साथ ही सेवा बस्तियों के क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। दो दिनों में 400 स्थानों पर कन्याओं के पूजन का क्रम चलेगा। जिसमें सभी युवाओं को नारी सम्मान की शपथ भी दिलाई जाएगी। 280 वक्ता इस कार्यक्रम में अपना उद्बोधन देंगे साथ ही 17 नवंबर को महूनाका स्थित लालबाग परिसर में 11 हजार कन्याओं का सामूहिक पाद-पक्षालन एवं 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक आयोजित होने वाले सेवा मेले को जानकारी इस कन्या पूजन में कार्यक्रम के दौरान आमजनों को दी जाएगी। लालबाग परिसर में आयोजित होने वाला मेला भी नारी शक्ति थीम पर ही होगा। जिसमें राष्ट्र के लिए समर्पित नारी शक्ति के योगदान, साहस, पराक्रम व युद्ध कौशल की नीति से आम नागरिकों को अवगत कराया जाएगा।
1 लाख कन्याओं का होगा पूजन व पाद-पक्षालन मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि कन्या पाद-पूजन कार्यक्रम के लिए 200 गरबा पांडाल आयोजको के साथ 50 से अधिक समाजों के पदाधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति प्रदान की है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित होने वाले कन्या पूजन कार्यक्रम में सभी पूजन सामाग्रियां आयोजकों द्वारा ही उपलब्ध करवाई जाएगी। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने कन्या पूजन, वंदन व पाद-पक्षालन की विधि से भी सभी को अवगत कराया है साथ ही सभी स्थानों पर कन्या पूजन की विधि विद्वान पंड़ितों के दिशा-निर्देशन में संपन्न की जाएगी साथ ही सभी कन्याओं को पूजन के पश्चात मां देवी अहिल्या के जीवन चरित्र पर आधारित पुस्तक का वितरण किया जाएगा।
17 को लालबाग में सामूहिक पूजन व 28 नवंबर से पांच दिवसीय सेवा मेला
हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान चेयरमेन विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा (गुरूजी ठंडाई), सचिव विनोद बिड़ला एवं मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि दो दिवसीय कन्या पूजन के पश्चात 17 नवंबर को महूनाका स्थित लालबाग परिसर में 11 हजार कन्याओं का सामूहिक पूजन व पाद-पक्षालन का कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें शहर के प्रमुख स्कूलों की बालिकाओं के साथ-साथ सभी समाजों की लगभग 11 हजार कन्याएं शामिल होंगी। वहीं संस्था द्वारा 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक लालबाग परिसर में ही सेवा मेला नारी सम्मान थीम पर आयोजित होगा। जिसमें मध्यप्रदेश सहित अन्य शहरों के स्टाल लगाए जाएंगे। मेले में प्रतिदिन विभिन्न सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी विभिन्न राज्यों के कलाकारों द्वारा दी जाएगी।
फरवरी से बनी कार्यक्रम की रूपरेखा
मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि 1 लाख कन्याओं के वंदन, पूजन व पाद-पक्षालन की तैयारियां फरवरी माह से शुरू की गई थी। सभी समाज जाति, मठ-मंदिर, एनजीओ, मातृशक्तियों को इसकी जिम्मेदारियां सौंपी गई थी। सभी पदाधिकारियों ने क्षेत्रों में संपर्क कर इस कार्यक्रम में सहभागी बनने का सभी से आग्रह किया था। मनीष निगम, राकेश राठौर (समाज-जाति) सोहन जोशी, संजय दुबे, अमरनाथ शुक्ला (मठ-मंदिर), सुभाष पालीवाल (एनजीओ), हेमंत मालवीय, सुरेश जैन, सुरेश बिजोलिया (गरबा पांडाल), मंजितसंधु गर्ग, सरस्वती पेंढारकर, मंजूशा जौहरी, पूजा खण्डेलवाल, विनीता धर्म, सरिता कुन्हारे, संध्या चौकसे (मातृशक्ति), सचिन बघेल, कुणाल भंवर, स्निग्धा मौर्य, अक्षय सोड़ानी (बक्ता समन्वय) एवं जया काकवानी (सेवा बस्ती) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।