अहीर यादव  समाज केंद्रीय समिति की बैठक में जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारियों पर किया गया विचार-मंथन

जन्माष्टमी के जुलूस में मथुरा-वृंदावन के लोक कलाकार आएंगे, सड़कों पर अनेक रंगारंग झांकियां भी निकलेंगी

अहीर यादव  समाज केंद्रीय समिति की बैठक में जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारियों पर किया गया विचार-मंथन

इंदौर । अपने कुलदेवता भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव इस बार भी अहीर यादव समाज धूमधाम से मनाएगा। यादव अहीर समाज केंद्रीय समिति के तत्वावधान में समाज के 22 से अधिक संगठनों की बैठक में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार, 26 अगस्त को सुबह 10 बजे बड़ा गणपति चौराहे से श्रमशिविर, जेल रोड तक निकलने वाली परंपरागत शोभायात्रा में इस बार भी मथुरा- वृंदावन के लोक कलाकार अपनी मनोहारी छटा बिखेरेंगे ,वहीं शहर के विभिन्न संगठन भी आधा दर्जन से अधिक रंगारंग झांकियां निकालेंगे।
केंद्रीय समिति के संरक्षक दीपू यादव एवं अध्यक्ष ओंकार यादव ने बताया कि चिमनबाग मैदान स्थित स्काउट मैदान एवं भवन पर आयोजित बैठक में परंपरागत जुलूस की तैयारियों पर विचार मंथन किया गया। वरिष्ठ समाजसेवी रमेश उस्ताद, बीएसएफ के सेवा निवृत्त महानिरीक्षक अशोक यादव, आर.डी. यादव, हरिनारायण यादव, बनवारीलाल यादव,  रामसमुझ यादव, सदाशिव यादव एवं देवेन्द्रसिंह यादव आदि ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि जुलूस के कारण यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए 51 कार्यकर्ता तैनात रहेंगे, समाज के महिला पुरुष परंपरागत परिधान में रहेंगे, बच्चे नन्हे राधा-कृष्ण का श्रृंगार कर जुलूस में आएंगे और मार्ग में लगने वाले स्वागत मंचों से पुष्प वर्षा के दौरान जुलूस का क्रम प्रभावित नहीं होने देंगे ।बैठक में सुभाष यादव, कल्लन यादव, सदाशिव काका, राजेन्द्र यादव, अज्जू यादव, गोपाल यादव, गुलशन यादव, बाबा यादव, प्रवेश यादव, मदन यादव, लखनसिंह यादव, अंकित यादव, अमन यादव, कैलाश यादव, राजेश यादव पत्रकार, संतोष यादव, मनीष यादव, भूरू यादव, नीरज यादव, पिंटू यादव, प्रदीप यादव, रोहित यादव, राहुलसिंह यादव सहित बड़ी संख्या में युवा साथी उपस्थित थे।
बैठक में सभी वक्ताओं ने समाज बंधुओं का आह्वान किया कि वे अपने कुलदेवता के जन्मोत्सव पर पूरे उत्साह, जोश एवं ऊर्जा के साथ जुलूस में शामिल होकर अपनी संगठन क्षमता, एकता एवं शक्ति का परिचय दें। संचालन मनीष यादव ने किया और आभार माना सुभाष यादव ने। जुलूस की तैयारियों को अंतिम रूप देने हेतु अभी बैठकों का सिलसिला जारी रहेगा। विगत 23 वर्षों से यह यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें यादव समाज के सभी संगठन तो शामिल होते ही हैं, अन्य समाजों के बंधु भी बड़ी संख्या में सहयोग करते हैं। इस बार भी यात्रा में चांदी के रथ में विराजित राधारानी और लड्डू गोपाल की मनोहारी मूर्तियां सुशोभित रहेगी। बड़ी संख्या में बच्चे राधा और कृष्ण बनकर आएंगे। अनेक भजन मंडलियां भी शामिल रहेंगी। प्रसिद्ध बैंड, झांकियां, अखाड़े, नाशिक की ढोल-ताशा पार्टी, आदिवासी नृत्य पार्टी से लबरेज इस जुलूस का 50 से अधिक मंचों से जगह-जगह स्वागत होगा। यात्रा का  समापन श्रम शिविर में आरती और प्रसादी वितरण के साथ होगा।