हंसदास मठ के संस्थापक बाबा हंसदास महाराज एवं अन्य समाधियों का पूजन

हंसदास मठ के संस्थापक बाबा हंसदास महाराज एवं अन्य समाधियों का पूजन

पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी को समर्पित की धर्म ध्वजा – श्रावणी अनुष्ठान आज से

इंदौर,  । बड़ा गणपति, पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव में रविवार सुबह देशभर से आए संतों एवं शिष्यों ने संस्थान के अधिष्ठाता हंस पीठाधीश्वर श्रीमहंत रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में मठ के संस्थापक स्वामी हंसदास महाराज की समाधि पर गंगाजल, दुग्ध एवं सुगंधित द्रव्यों से अभिषेक किया और पुष्पांजलि समर्पित की। सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, समाजसेवी विष्णु बिंदल सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने भी यहां पाद पूजन में भाग लिया।
मठ के पं. पवनदास महाराज ने बताया कि विद्वानों के निर्देशन में स्वस्तिवाचन के बीच चरण पादुकाओं का पूजन किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी विष्णु बिंदल, विश्व ब्राह्मण समाज संघ के अध्यक्ष योगेन्द्र महंत, म.प्र. विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक, पार्षद संध्या यादव, निरंजनसिंह चौहान गुड्डू, पूर्व पार्षद दीपक जैन टीनू, अशोक चौहान चांदू, मनोहर दास सोमानी, कैलाश पाराशर, गोविंद शर्मा, श्याम अग्रवाल, मोहनलाल सोनी एवं विभिन्न समाजों के अध्यक्षों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने तत्कालीन श्रीमहंतों की समाधियों पर पादुका पूजन एवं आरती के अनुष्ठान में भाग लिया। इस अवसर पर महंत अमितदास, बाबा मंगलदास एवं धार, ओंकारेश्वर, नरसिंहपुर, रेहली-सागर से आए संत महंतों ने भी पादुका पूजन में भागीदारी दर्ज कराई। सैकड़ों भक्तों को हंस पीठाधीश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज ने गुरू नाम दीक्षा प्रदान की। आश्रम के अधिष्ठाता श्रीमहंत रामचरणदास महाराज के पाद पूजन में भी सैकड़ों शिष्यों ने भाग लिया। सुबह से दोपहर तक शिष्यों ने कतारबद्ध होकर पाद पूजन किया। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर मठ की परंपरानुसार अभिजीत मुहूर्त में श्रीपंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी के मंदिर के शिखर पर नई धर्मध्वजा समर्पित की गई। सोमवार से मठ पर श्रावणी अनुष्ठान भी प्रारंभ हो जाएंगे।