मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज, इंदौर और देवी अहिल्या विश्वविध्यालय, इंदौर के प्रयासों से पेशेंट केयर असिस्टेंट कोर्सकी पहली बैच 15 मई से

मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज, इंदौर और देवी अहिल्या विश्वविध्यालय, इंदौर के प्रयासों से पेशेंट केयर असिस्टेंट कोर्सकी पहली बैच 15 मई से

इंदौर, – मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज, इंदौर और देवी अहिल्या विश्वविध्यालय साथ मिलकर पेशेंट केयर असिस्टेंट कोर्स शुरू करने जा रहे हैं, जिसे मरीजों की देखभालकर्ताओं की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। किसी भी बोर्ड से बारहवीं पास विद्यार्थियों के लिए यह रोजगारोन्मुखी कोर्स पेशेंट केयर असिस्टेंट के रूप में उन्हें 12 से 15 हजार रुपयों की एक नौकरी सुनिश्चित करवा सकेगा। बायोलॉजी विषय से पास हुए छात्र नौकरी करते हुए अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर कुशल नर्स, फीजियोथेरेपिस्ट आदि भी बन सकते हैं।

*इस कोर्स की आवश्यकता के बारे में मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज के चेयरमेन डॉ. आर. के. लाहोटी ने बताया कि* स्वास्थ्य सेवाओं का परिदृश्य लगातार बदल रहा है; वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती आबादी में घरेलू देखभाल की मांग बढ़ रही है, अस्पताल में रहने की लागत बढ़ रही है और कुशल और प्रशिक्षित देखभाल करने वालों की संख्या में उतनी बढ़ोतरी नहीं हो रही, जितनी इनकी जरूरत है।
मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज ने विद्यार्थियों के लिए तीन महीने में 500 घंटों का पेशेंट केयर असिस्टेंट(पीसीए) कोर्स डिजाइन किया है जिसमें 175 घंटों के क्लासरूम सेशन और 325 घंटों की लाइव हैंड्स ऑन ट्रैनिंग शामिल है।

डॉ. आर. के. लाहोटी ने आगे बताया कि अनुभवी नर्सिंग पेशेवरों द्वारा डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्र जरूरी स्किल्स सीख सकेंगे जिसमें रोगी की स्वच्छता, महत्वपूर्ण संकेतों की निगरानी, संक्रमण नियंत्रण, बुनियादी चिकित्सा प्रक्रियाएं और बहुत कुछ शामिल हैं। साथ ही व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए मेडिकेयर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, इंदौर में सुपरवाइज़र्स की देखरेख में छात्र प्रैक्टिकल नालेज प्राप्त कर सकेंगे।

तीन महीने के कोर्स के सफल समापन पर, छात्रों को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा एक सर्टिफिकेट मिलेगा और मेडिकेयर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, इंदौर की ओर से पेशेंट केयर असिस्टेंट के रूप में 100% प्लेसमेंट का भरोसा मिलेगा। मेडिकेयर नर्सिंग कॉलेज पीसीए कोर्स उन छात्रों के लिए एक ऐसा मौका है जो मरीजों के जीवन में बदलाव लाने और स्वास्थ्य सेवा में एक पूर्ण कैरियर बनाने के इच्छुक हैं।

 

विनोद गोयल, नगर प्रतिनिधि