अरबिंदो के 64 डॉक्टरों ने संभाली मरीजों की जिम्मेदारी


इंदौर। सोमवार सुबह महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान लगी आग से बुरी तरह झुलसे 12 मरीजों के समुचित उपचार की जिम्मेदारी, श्री अरबिंदो अस्पताल के 64 वेल ट्रेंड एवं अनुभवी डॉक्टरों के दल ने बखूबी संभाली। फाउंडर चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी के मार्गदर्शन में नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ ने मरीजों के अस्पताल पहुंचने के पहले ही उनके समग्र उपचार एवं देखभाल की पूरी तैयारी कर ली थी। दरअसल महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित आशीष गुरु ने डॉ. भंडारी से फोन पर चर्चा कर उज्जैन में हुई दुखद घटना की सूचना दे दी थी।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल का दौरा कर मरीजों का हाल-चाल पूछा
डॉ. भंडारी ने बताया कि सुबह के सत्र में घटना में घायल 8 मरीजों को उज्जैन से श्री अरबिंदो अस्पताल लाया गया। उसके बाद यहां हो रहे बेहतर इलाज और उत्तम चिकित्सा सुविधाओं के दृष्टिगत 4 और मरीजों को उज्जैन के अस्पताल से शिफ्ट किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसीराम सिलावट ने अस्पताल का दौरा कर घटना में घायल प्रत्येक मरीज से चर्चा कर उनका हाल-चाल पूछा और संवेदना व्यक्त करते हुए सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की मंगल कामना की। इनमें महाकाल मंदिर के पुजारी भी शामिल थे। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशानुसार सभी मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है।
परिजनों के ठहरने एवं भोजन आदि की भी समुचित व्यवस्था

सभी मरीजों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने में श्री अरबिंदो विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ. मंजूश्री भंडारी, अस्पताल के महासचिव डॉ. महक भंडारी एवं बर्न यूनिट के इंचार्ज डॉ. अजय लुणावत ने अत्यंत एवं भूमिका निभाई। मरीजों के इलाज के साथ-साथ उन्होंने परिजनों के रुकने एवं खाने-पीने की भी समुचित व्यवस्था की। सभी मरीज उपचार से काफी संतुष्ट हैं।