लर्न , लव , लीड और लीव ए लेगेसी को परिभाषित करती है `गोल्डन इनसाइट: एंटरप्राइसिंग लाइफ’: डॉ भरत रावत।
डेविश जैन की नयी पुस्तक `गोल्डन इनसाइट: एंटरप्राइसिंग लाइफ’ पर समीक्षा सत्र का आयोजन।
इंदौर: शहर के प्रसिद्द कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ. भारत रावत, द्वारा डॉ. डेविश जैन द्वारा लिखित उनकी नवीनतम पुस्तक `गोल्डन इनसाइट: एंटरप्राइसिंग लाइफ’ की समीक्षा प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट में आयोजित एक समीक्षा सत्र में शहर के गणमान्य चिकित्सकों, बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में की गयी। पुस्तक की समीक्षा करते हुए डॉ रावत ने कहा कि डॉ. जैन के काम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इस पुस्तक में ज़िंदगी में वर्क लाइफ और हेल्थी लाइफ में संतुलन बनाने का तरीक़ा सिखाया है । लर्न , लव , लीड और लीव ए लेगेसी इस पुस्तक के महत्वपूर्ण कड़ी हैं जिसपर इस पुस्तक में विस्तार से चर्चा की गयी है । भगवान महावीर का संदेश देते हुए कहा कि अहंकार प्रेम के पाथ रुकावट बनाता है और हमे प्रेमपूर्वक जीवन यापन करना चाहिए
पुस्तक की प्रथम दो चैप्टर्स – `सीख एवं प्रेम’ विषयों डॉ जैन के जीवन अनुभवों की व्याख्या करते हुए डॉ रावत ने कहा कि अपने परिवार, पिता, माता, कलीग्स से मिले अनगिनत सिखों ने किस तरह उनके जीवन को प्रभावित कर उन्हें एक अच्छा नेतृत्वकर्ता बनाया, इस पर इस पुस्तक में विस्तार से बताया गया है । जीवन में मिले विभिन्न तरह के सीख एक सफल जीवन की आधारशिला रखता है, उस पर डॉ जैन द्रारा इस पुस्तक में उदाहरणों के साथ सारगर्भित चर्चा की गयी है।
डॉ. रावत ने डॉ. जैन की यात्रा और उनके निरंतर शिक्षा को कैसे उन्हें शिक्षा और उद्योग में सफल बनाया, इस पर विस्तार से उनके किताब को अंशों को कोट करते हुए चर्चा किया। पुस्तक में डॉ जैन द्वारा प्रेम के विभिन्न रूपों उनके विचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
चौथी कक्षा के छात्र आर्य जैन डॉ. रावत के समीक्षा सत्र के सह-वक्ता थे।
*”गोल्डन इनसाइट एंटरप्राइसिंग लाइफ“ को ज़िंदगी की बारीकियों को समझने के लिए अमूल्य: डेविश जैन।*
इससे पहले, उद्बोधन में डॉ. जैन ने कहा कि लॉकडाउन की चुनौतियों के प्रेरित होकर, उन्होंने स्वयं के खोज की एक यात्रा पर प्रारंभ की जो उन्हें जीवन, शिक्षा, प्रेम, नेतृत्व, और एक विरासत छोड़ने के गहरे सत्यों को खोजने में ले आया और यहीं से उन्हें अपनी इस नवीनतम पुस्तक `गोल्डन इनसाइट : एंटरप्राइज़िंग लाइफ’ को लिखने की प्रेरणा मिली। अपनी पुस्तक “ द गोल्डन इनसाइट एंटरप्राइसिंग लाइफ “ को ज़िंदगी की बारीकियों को समझने के लिए अमूल्य बताते हुए डॉ हैं ने कहा कि इस पुस्तक उन्होंने ज़िंदगी की यात्रा को समझाने का प्रयास किया है। पोस्ट में जीवन के मुख्य चार सूत्र बताए गए हैं। पहला सूत्र है लर्न , दूसरा लव , तीसरा लीड और चौथा स्तंभ है लीव ए लेगेसी ये चार सूत्र अपने जीवन को आसान और उत्तम बनाते हैं।
डॉ. सुधीर खेतावत ने भी डॉ. डेविश जैन की नई पुस्तक के कुछ मुख्य विचारों पर टिप्पणी करते हुए इसे युवा पीढ़ी और छात्रों के लिए एक खजाना के रूप में वर्णित किया। समीक्षा सत्र का कोआर्डिनेशन डॉ. आशिमा जोशी, पीआईएमआर की उप निदेशक, तथा सञ्चालन पीआईएमआर के डायरेक्टर, डॉ. एस. रमन अय्यर द्वारा किया गया। समीक्षा समारोह श्रीमती मोनिका जैन, प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के डायरेक्टर हिमांशु जैन, रमेश जैन, प्रेस्टीज संस्थानों के डायरेक्टर्स, फैकल्टीज के साथ साथ बड़ी संख्या में शहर के चिकित्स्क एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे।