एक देश एक चुनाव शीर्ष नेतृत्व की सार्थक पहल!

एक देश एक चुनाव की हुई समिति गठित…..

केंद्र ने रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली 8 सदस्य समिति घोषित की,

तत्काल प्रभाव से समिति कार्य आरंभ करेंगी,

संकलन-: मध्य प्रदेश दर्शन न्यूज़ पोर्टल के लिए…..

धर्मेंद्र श्रीवास्तव….

संकलन करता-: आकाशवाणी केंद्र इंदौर के वार्ताकार है,

लोकसभा , राज्य की विधानसभा, नगरीय निकायों और पंचायत के चुनाव एक साथ करने की संभावना है, तथा इसके लिए जरूरी सुझाव देने के लिए केंद्र सरकार ने 8 सदस्यों उच्च स्तरीय समिति के सदस्यों की घोषणा कर दी है, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अध्यक्षता वाली इस समिति में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी राज्यसभा में विपक्ष के नेता रह चुके गुलाम नबी आजाद और वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह को शामिल किया गया है, समिति के अन्य सदस्यों में लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और सतर्कता आयोग के पूर्व अध्यक्ष संजय कोठारी सम्मिलित है यह समिति तत्काल प्रभाव से अपना काम शुरू करेगी अधिसूचना के मुताबिक केंद्रीय वित्त मंत्री अर्जुन राम मेघवाल इस समिति की बैठकों में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सम्मिलित होंगे जबकि विधि मंत्रालय के सचिव नितिन चंद्र समिति के सचिव  होंगे, यह सब कार्य नीति निर्धारण के साथ-साथ एक बहुत अच्छे बदलाव की ओर अखंड भारत बढ़ रहा है, जहां एक और चंद्रयान तीन की सफलता के साथ-साथ भारतवर्ष सूर्य मिशन आदित्य L1 के साथ श्रीहरिकोटा से उड़ान भर चुका है, वही देश का यह अमृत काल देश को स्वर्ण काल की ओर ले जाने के लिए आतुर है, इस महती कार्य नीति से देश आर्थिक सामाजिक समसामयिक और समय की दृष्टि से तीव्र वृद्धि की ओर आगे बढ़ेगा इस तरह (एक देश एक चुनाव) के निर्धारण से देश के विभिन्न हिस्सों प्रदेश जिलों एवं नगरों में वर्ष भर लगने वाली आचार संहिता से बचकर महान देश भारतवर्ष तीव्र विकास की ओर अग्रसर होगा, समिति अपने कार्य और दायित्व को लेकर पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ आगे बड़ी तो संकेत बता रहे हैं, कि शीघ्र देश में “एक देश एक चुनाव”

की घोषणा हो सकती है, यह केंद्र सरकार का विवेकपूर्ण एवं साहसिक निर्णय होगा इस संप्रभुता पूर्ण प्रजातांत्रिक देश के युवा एवं महिला पुरुष मतदाता इसकी शीघ्र घोषणा की प्रतीक्षा कर रहे हैं, यह निर्णय पारित होते ही अखंड भारत विश्व में प्रजातांत्रिक देश के रूप में अपना विशेष स्थान प्राप्त कर लेगा!