देवी अहिल्या विश्वविद्यालय वर्षो से राम भरोसे

कुलपति नहीं चाहती किसी और को रेक्टर बनाना, इसलिए की प्रोफेसर अशोक शर्मा की संविदा नियुक्ति

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में जब से रेणु जैन कुलपति बनी है विश्वविद्यालय राम भरोस चल रहा है, न तो कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर बना है न ही कोई तकनीकी में सुधार हुआ है…. हद तो जब हो गई जब रेक्टर के रूप में प्रोफेसर अशोक शर्मा रिटायर हुए तो उन्हें पुनः अध्यादेश क्रमांक 4 डी का हवाला देते हुए संविदा नियुक्ति कर दी गई क्योकि कुलपति रेणु जैन नहीं चाहती किसी और को रेक्टर बनाना सूत्रों के अनुसार डमी रूप से प्रोफेसर अशोक शर्मा रेक्टर की भूमिका निभा रहे है….. साथ ही वर्तमान में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में हो रही प्रोफेसर की नियुक्ति भी संविदा प्रोफेसर अशोक शर्मा के वरदहस्त के बिना नहीं हो पाने की संभावना है… ऐसा तो नहीं कही देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में भी प्रदेश का भ्रष्टाचार यहाँ भी पैर पसारने की आहट देने वाला है……

“विरोध के चलते पूर्व में भी नियुक्तियां निरस्त की गई”

गणेश कावडिया, स्कूल आफ इकोनॉमिक्स और अनिल गर्ग, स्कूल आफ बायोटेक्नालाजी की कुछ वर्ष पूर्व भी अध्यादेश क्रमांक 4 डी का हवाला देते हुए संविदा नियुक्ति की गई थी परन्तु बाद में विरोध के चलते इनको हटा दिया गया था….. और सबसे बड़ी बात ये की दोनो की नियुक्ति कुलपति डॉ नरेंद्र धाकड़ के समय एक साथ ही हुई थी।